सर्दी जुकाम के लक्षण - नाक बहना, गले में जमाव (खिचखिचाहट) और लगातार छींकना - को कोई भी पहचानता है। लेकिन इसके बारे में तथ्य बहुत की कम लोगों को मालूम होते हैं, जैसे की सर्दी जुकाम, सर्दी जुकाम के कारण और सर्दी जुकाम के उपचार या इलाज क्या हैं। और सबसे महत्वपूर्ण बात आप सर्दी जुकाम से दूर कैसे रह सकते हैं। यहां इन सब के बारे में बताया गया है -
सर्दी जुकाम क्या होता है?
सर्दी जुकाम एक वायरस के कारण होता है। 200 से अधिक प्रकार के वायरस इस बीमारी के लिए जिम्मेदार होते हैं, लेकिन राइनोवायरस इनका सबसे आम प्रकार है। 50% सर्दी जुकाम के मामलों के लिए जिम्मेदार माना जाता है। कोरोनावायरस, रेस्पिरेटरी सिनसिशल वायरस (respiratory syncytial virus), इन्फ्लूएंजा और पैराइनफ्लुएंजा कुछ अन्य ऐसे वायरस हैं जिसकी वजह से सर्दी जुकाम हो सकता है।
आम सर्दी जुकाम कैसे शुरू होता है?
यह बीमारी आपको उन लोगो से हो सकती है जो पहले से इस वायरस से ग्रसित होते हैं। किसी ऐसे व्यक्ति के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाने से जिसे पहले से सर्दी जुकाम हो या फिर उन सतह को छूने से जो इस वायरस से दूषित हो जैसे कि कंप्यूटर कीबोर्ड, दरवाजे की कुंडी या चम्मच, या तो फिर किसी के नाक या मुख को छूने से जो इस वायरस से दूषित हो। यह आपको किसी के छीकंने या खांसी द्वारा जारी हवा में संक्रमित बूंदों से भी पकड़ सकते हैं।
सर्दी जुकाम तब होता है जब कोई वायरस आपके नाक या गले के अस्तर से जुड़ जाता है। आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली इन रोगाणुओं के खिलाफ रक्षा करती है और इन रोगाणुओं पर हमला करने के लिए सफेद रक्त कोशिकाओं को भेजती है। अगर आप इस वायरस से पहले संक्रमित नहीं हुए हैं, तो आपकी रोग प्रतिरोधक शक्ति उस से लड़ने के लिए तैयार नहीं होती है। इस कारण से आपकी नाक और गले में सूजन आ जाती है और बलगम बन जाता है। आपको शायद यह महसूस ना हो लेकिन सर्दी जुकाम के वायरस से लड़ने में आपके शरीर की बहुत ऊर्जा खर्च हो जाती है, जिसकी वजह से आप खुद को थका हुआ महसूस करते हैं।
एक मिथक जिसका पर्दाफाश करने की आवश्यकता है - ठंड लगने से या गीले होने से आप बीमार नहीं पड़ते हैं। हालांकि इनकी वजह से जुकाम होने की संभावना जरूर बढ़ जाती है। सच तो यह है कि जुकान होने की संभावना तब ज्यादा बढ़ जाती है जब आप बहुत ज्यादा थके हों, भावनात्मक तनाव में हों या फिर आपको गले या नाक में एलर्जी हो।