हालांकि भारत में बहुत लोग या तो अधिक वजन वाले हैं या मोटापे से ग्रस्त हैं, इससे भी ज़्यादा लोग इसके विपरीत बहुत ज़्यादा पतले होने की समस्या से परेशान हैं, और मोटा होने के उपाय तलाशते रहते हैं।यह एक चिंता का विषय है, क्योंकि सामान्य से कम वजन होना भी आपके स्वास्थ्य के लिए उतना ही बुरा होता है जितना मोटापा।
हम जानते हैं कि वजन कम होने के कारण लोगों को अपने आसपास मजाक का पात्र बनना, अवसाद, समाज में अकेलापन आदि चीजें देखनी पड़ती हैं, इसके अलावा रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी होना, कमजोरी जैसी समस्याएं भी देखी जाती है, वजन बढ़ाने के लिए अपनी दिनचर्या और खान-पान में कुछ परिवर्तन करना जरुरी है।
यहाँ ऐसे ही कई सुझाव दिए गए हैं जिनसे निश्चित ही आपको वजन बढ़ाने और मोटा होने के उपाय व तरीके मिल जायेंगे।
(और पढ़ें - वजन बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए)
वजन बढ़ाने की ज़रुरत है या नहीं - Are you overweight or underweight in Hindi
कम वजन वाले लोगों का बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 18.5 से कम होता है। कम बॉडी मास इंडेक्स वाले लोगों को अंडरवेट कहा जाता है और उन्हें वजन बढ़ाने की सलाह दी जाती है। इसके विपरीत, 25 से अधिक बीएमआई वाले लोगों को अधिक वज़न (Overweight) की श्रेणी में और 30 से अधिक बीएमआई वाले लोगों को मोटापे से ग्रस्त माना जाता है।
आप किस श्रेणी में आते हैं इसके लिए इस कैलकुलेटर का उपयोग करें - बॉडी मास इंडेक्स क्या है। या आप ऊपर दिए गए चार्ट में भी देख सकते हैं।
हालांकि, ध्यान रखें कि बीएमआई स्केल के साथ कई समस्याएं भी होती हैं, जो केवल वजन और ऊँचाई पर आधारित होती हैं। यह मांसपेशियों से सम्बंधित नहीं होता है। कुछ लोग स्वाभाविक रूप से बहुत पतले होते हैं लेकिन फिर भी स्वस्थ होते हैं। इस पैमाने के अनुसार वजन कम होने का मतलब यह नहीं है कि आपको स्वास्थ्य समस्या है।