कब्ज - Constipation in Hindi

Dr. Rajalakshmi VK (AIIMS)MBBS

March 10, 2017

January 30, 2024

कब्ज
कब्ज

आम तौर पर एक सप्ताह में तीन से कम बार मल त्याग करने को कब्ज होना कहा जाता है।

कब्ज एक सामान्य समस्या है जो सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है। इसका मतलब यह हो सकता है कि आप नियमित रूप से मल पास नहीं कर पा रहे हैं या पूरी तरह से आपका पेट साफ नहीं हो रहा है।

(और पढ़ें - पेट साफ कैसे करे)

आम तौर पर भोजन से बहुत अधिक पानी अवशोषित होने पर कब्ज होती है। कब्ज के कारणों में फिजिकल एक्टिविटी कम होना, कुछ दवाएं और उम्र बढ़ना शामिल हैं।

कब्ज की गंभीरता हर व्यक्ति में भिन्न होती है। बहुत से लोगों को केवल थोड़े समय के लिए कब्ज होती है, लेकिन दूसरों के लिए कब्ज एक दीर्घकालिक (पुरानी) समस्या हो सकती है जो गंभीर दर्द और परेशानी का कारण बनती है और जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करती है। कब्ज होने पर मल त्याग करने के लिए बहुत अधिक जोर लगाने की जरूरत पड़ने के अलावा अन्य लक्षण भी होते हैं, जिनके बारे में आगे बताया गया है। 

पुरानी कब्ज के लिए उपचार अंतर्निहित कारण पर निर्भर करता है। कब्ज के कुछ मामलों में जीवनशैली में बदलाव से राहत मिल सकती है।

कब्ज के लक्षण - Constipation Symptoms in Hindi

कब्ज होने के संकेत व लक्षण इस प्रकार होते हैं -

  • कब्ज में मल सख्त हो जाता है जिसकी वजह से मलत्याग में अधिक जोर लगाना पड़ता है।
  • कब्ज से पीड़ित लोग प्रतिदिन मलत्याग के लिए नहीं जाते हैं जिससे इनकी परेशानी बढ़ जाती है और मलत्याग में अधिक मुश्किल होती है।
  • ऐसे लोगों की जीभ सफेद या मटमैली हो जाती है और मुंह का स्वाद भी खराब हो जाता है। साथ ही मुंह से बदबू भी आने लगती है। (और पढ़ें - मुंह का स्वाद खराब होने के कारण)
  • कब्ज के रोगियों को भूख नहीं लगती है, साथ ही मतली और उलटी की स्थिति बनी रहती है।
  • बाथरूम जाने के बाद अधूरे मल त्याग की भावना, पेट में सूजन या पेट दर्द आदि भी कब्ज के लक्षणों में आते हैं।

(और पढ़ें - पेट दर्द का घरेलू उपचार)

कब्ज के कारण - Constipation Causes in Hindi

कब्ज होने के कारण क्या हैं?

आपके बृहदान्त्र (लार्ज इंटेस्टाइन ) का मुख्य काम भोजन से पानी को अवशोषित करना है। इसके बाद भोजन मल बन जाता है। फिर बृहदान्त्र की मांसपेशियां मल को मलाशय के माध्यम से बाहर निकाल देती हैं। यदि बृहदान्त्र में मल बहुत लंबे समय तक रहता है, तो वह सख्त हो जाता है और उसे पारित करना कठिन हो सकता है।

खराब आहार अक्सर कब्ज का कारण बनता है। फाइबर और पर्याप्त पानी पीना मल को नरम रखने में मदद करने के लिए आवश्यक है।

फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ आम तौर पर पौधों से मिलते हैं। फाइबर घुलनशील और अघुलनशील रूपों में आता है। घुलनशील फाइबर पानी में घुल सकता है और पाचन तंत्र से गुजरते हुए एक नरम, जेल जैसी सामग्री बनाता है। अघुलनशील फाइबर पाचन तंत्र के माध्यम से अपनी संरचना को बनाए रखता है।

फाइबर के दोनों रूप मल के साथ जुड़ते हैं, इसके वजन और आकार को बढ़ाते हुए इसे नरम भी करते हैं। इससे मलाशय से गुजरना आसान हो जाता है।

(और पढ़ें - फाइबर युक्त आहार)

तनाव, दिनचर्या में बदलाव, और ऐसी स्वास्थ्य समस्याएं जो बृहदान्त्र की मांसपेशियों के संकुचन को धीमा कर देती हैं या मलत्याग की इच्छा को कम कर देती हैं, इन सब से आपको कब्ज हो सकती है।

कब्ज के सामान्य कारण में निम्न शामिल हैं -

कुछ अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्याएं भी कब्ज का कारण बनती हैं जैसे कि -

कब्ज से बचाव - Prevention of Constipation in Hindi

कब्ज को रोकने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं -

  • फाइबर युक्त भरपूर भोजन करें। अच्छे स्रोत हैं फल, सब्जियाँ, फलियाँ, और साबुत अनाज
  • पानी और अन्य तरल पदार्थों का खूब सेवन करें। फाइबर और पानी मलत्याग को नियमित रखने के लिए एक साथ काम करते हैं।
  • कैफीन से बचें। चाय और कॉफी निर्जलीकरण कर सकते हैं।
  • दूध पीना कम कर दें। डेयरी उत्पाद से कुछ लोगों को कब्ज हो सकती है।
  • नियमित रूप से व्यायाम करें। हर दिन कम से कम 30 मिनट सक्रिय रहें।
  • जब प्रेशर बने, तो लेट्रिन जरुर जाएं, उसे रोके नहीं।

(और पढ़ें - व्यायाम करने का सही समय)

कब्ज का परीक्षण - Diagnosis of Constipation in Hindi

कब्ज का निदान करने के लिए मुख रूप से यह टेस्ट किए जाते हैं -

मेडिकल इतिहास

यदि डॉक्टर को शक है कि आपकी आंत में मल फसा रह गया है (फीकल इम्पेक्शन), तो इसको जांचने के लिए बहुत तरह के निदान उपलब्ध हैं। पहले डॉक्टर आपका मेडिकल इतिहास लेंगे और शारीरिक परिक्षण करेंगे जिससे उन्हें यह पता चल सके कि आपको किस तरह की कब्ज़ है।

शारीरिक परिक्षण

शारीरिक परिक्षण से उन बिमारियों के बारे में पता चल सकता है जिससे कब्ज़ हुई है।

अन्य टेस्ट

और कई तरह के परिक्षण उन लोगों के लिए उपलब्ध है जिनका किसी भी तरह के इलाज से कोई भी फर्क नहीं पड़ा। जैसे कि -

  • खून की जांच - खून की जांच से भी आपकी स्थिति के बारे में पता चल सकता है। अधिक विशेष रूप से, खून की जांच थायराइड हार्मोन और कैल्शियम की करने में मदद मिलेगी।
  • पेट का एक्स-रे - पेट का एक्स-रे कराने से आपके पेट में मौजूद पदार्थ के बारे में पता चलता है, जितना कठोर कब्ज़ होगा उतना ज़्यादा वह एक्स-रे पर दिखाई देगा।
  • बेरियम एनीमा - इससे यह पता लगाता है कि आंत्र और मलाशय ठीक तरह से काम कर रहे है या नहीं।
  • कोलोनिक ट्रांजिट मार्कर स्टडीज - यह एक सरल अध्ययन होते हैं जिसमें यह पता लगा जाता है कि खाना आंत्र से बाहर आने में कितना समय ले रहा है।
  • डेफिकोग्राफी - डेफिकोग्राफी बेरियम एनीमा परिक्षण का उपांतरण है।
  • एनोरेक्टल मोटिलिटी स्टडीज - एनोरेक्टल गतिशीलता अध्ययन डेफिकोग्र्राफी का पूरक है, जो गूदे और मलाशय की नस और मांसपेशियों के कार्य के निर्धारण के बारे में बताता है।
  • एमआरआई डेफिकोग्राफी - मल त्यागने की गतिविधि का अध्ययन करने के लिए यह बहुत बढ़िया तरीका है।

(और पढ़ें - एमआरआई स्कैन क्या है)

कब्ज का इलाज - Constipation Treatment in Hindi

कब्ज़ का उपचार कैसे करें?

लम्बे समय से रहने वाली कब्ज़ का इलाज अक्सर आहार और जीवन शैली में परिवर्तन करने से होता है। जिससे कि कब्ज़ ठीक हो सकें। अगर इन परिवर्तनों से मदद नहीं मिलती, तब डॉक्टर दवाइयां लेने के लिए कहेंगे।और अगर दवाइयों से भी फर्क नहीं पड़ता तो सर्जरी द्वारा कब्ज़ का इलाज किया जाता है।

  • आहार और जीवन शैली में परिवर्तन 
    डॉक्टर निम्नलिखित परिवर्तन करने की सलाह देंगे जिससे कब्ज़ में आराम मिले -
    • आहार में फाइबर की मात्रा बढ़ाना - आहार में फाइबर की मात्रा बढ़ाने से मल का वजन बढ़ जायेगा जिससे कब्ज़ की समस्या ठीक हो जाएगी।
    • व्यायाम करना - शारीरिक गतिविधि हमारे आंत्र की मांसपेशियों की गतिविधि को बढ़ाती है। जितना हो सके उतना रोज़ व्यायाम करने की कोशिश करें।
    • मल रोकना - खुदको मल त्यागने से न रोके। (और पढ़ें - कब्ज में क्या खाना चाहिए)

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  • जुलाब
    बहुत तरीकों के जुलाब मौजूद हैं। हर जुलाब मल त्यागने को आसान बनाने के लिए अलग अलग तरीकों से काम करता है। निम्लिखित विकल्प ओवर द काउंटर मौजूद रहते हैं -
    • फाइबर युक्त जुलाब - फाइबर मल को भारी कर देता है। (और पढ़ें - फाइबर की कमी का इलाज)
    • ऑस्मोटिक जुलाब - ऑस्मोटिक जुलाब तरल पदार्थ को पेट से बाहर आने में मदद करता है।
    • स्नेहक जुलाब (लुब्रीकेंट) - स्नेहक जैसे कि खनिज तेल मल को पेट से बाहर निकालने में सहायता देता है।
    • मल को नर्म करने वाले जुलाब (स्टूल सोफनर्स) - मल को नर्म करना जैसे कि डोक्यूसेट सोडियम आंत्र से पानी निकालकर मल को गिला कर देता है।
    • एनिमा और सपोजिटरी जुलाब - सोडियम फॉस्फेट से मल नर्म हो जाता है। और मल त्यागने के लिए त्यार कर देता है। ग्लिसरीन से भी मल नर्म हो जाता है।
       
  • पेल्विक मांसपेशियों वाले व्यायाम करना
    डॉक्टर पेल्विक मांसपेशियों के व्यायाम करवाते हैं, जिससे हमारी पेल्विस की मांसपेशी मजबूत होती है और मल त्यागना आसान हो जाता है।
     
  • सर्जरी
    जिन लोगों का बाकी सब इलाजों से भी कब्ज़ में फर्क नहीं पड़ा। उनके पास सर्जरी द्वारा पेट का हिस्सा निकालने का विकल्प बचता है। पूरे पेट को सर्जरी द्वारा निकालने की आवश्यकता शायद ही कभी होती है।
     
  • वैकल्पिक दवाई
    कुछ लोग दवाइयों के साथ-साथ वैकल्पिक उपचार भी करते हैं, जिससे की उनका कब्ज़ ठीक हो सके। प्रोबायोटिक जैसे कि लैक्टोबैसिलस के इस्तेमाल से भी कब्ज़ में आराम मिल सकता है।

कब्ज के नुकसान - Constipation Complications in Hindi

कब्ज से होने वाले नुकसान क्या हैं?

लगातार कब्ज रहने से होने वाले नुकसान में शामिल हैं:

  • बवासीर (गुदा की नसों में सूजन) - मल त्याग करने के लिए दबाव डालने से आपकी गुदा में और उसके आसपास की नसों में सूजन हो सकती है।
  • फिशर (गुदा में स्किन का फटना) - एक बड़े या कठोर मल के टुकड़े से गुदा थोड़ा-थोड़ा फट सकता है।
  • फेकल इंप्रेशन (मल जो निष्कासित न हो पा रहा हो) - पुरानी (क्रोनिक) कब्ज से आंत में कठोर मल इकठ्ठा हो कर फंस सकता है।
  • रेक्टल प्रोलैप्स (आंत का मलद्वार से बाहर आना) - मल त्याग करने के लिए दबाव डालने से मलाशय थोड़ा सा खिंच सकता है और गुदा से बाहर आ सकता है।


संदर्भ

  1. National Institute of Diabetes and Digestive and Kidney Diseases [internet]: US Department of Health and Human Services; Constipation .
  2. Stanford Health Care [Internet]. Stanford Medicine, Stanford University; Constipation Causes
  3. National Health Service [Internet]. UK; Laxatives.
  4. Better health channel. Department of Health and Human Services [internet]. State government of Victoria; Constipation
  5. Stanford Health Care [Internet]. Stanford Medicine, Stanford University; Complications of Constipation

कब्ज की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Constipation in Hindi

कब्ज के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

कब्ज की जांच का लैब टेस्ट करवाएं

कब्ज के लिए बहुत लैब टेस्ट उपलब्ध हैं। नीचे यहाँ सारे लैब टेस्ट दिए गए हैं:

कब्ज पर आम सवालों के जवाब

सवाल लगभग 5 साल पहले

कब्ज की वजह से मैं बहुत परेशान रहता हूं और कुछ भी काम नहीं कर पता हूं। मुझे क्या करना चाहिए?

Dr. Chirag Bhingradiya MBBS , पीडियाट्रिक

आमतौर पर, खानपान से संबंधित गलत आदतों की वजह से कब्ज होती है। कब्ज को दूर करने के लिए अधिक मात्रा में पानी पीएं और फल एवं सब्जियां खाएं। आप कुछ समय के गैप में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में कुछ न कुछ खाते रहें और तीखे एवं ऑयली खाने से दूर रहें। देर रात स्नैक खाने से बचें।

सवाल लगभग 5 साल पहले

मुझे कब्ज की वजह से बहुत प्रॉब्लम हो रही है। मैं इससे जल्दी से छुटकारा पाना चाहती हूं, मुझे क्या करना चाहिए?

Dr. Haleema Yezdani MBBS , सामान्य चिकित्सा

अगर आपको बहुत टाइम से कब्ज है तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए। हो सकता है कि किसी बीमारी के लक्षण के रूप में कब्ज़ हो रही हो। अगर ऐसा नहीं भी है तो भी कब्ज की वजह से आपको कई बीमारियां होने का खतरा है। इससे बचने के लिए खूब पानी पिएं और उच्च फाइबर युक्त आहार लें।

सवाल लगभग 5 साल पहले

मेरे पिता को 5 साल से कब्ज की शिकायत है, क्या उनकी इस प्रॉब्लम को जल्दी से ठीक करने का कोई तरीका है?

Dr. Ram Saini MD, MBBS , General Physician

अगर आपको बहुत टाइम से कब्ज है तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए। हो सकता है कि किसी बीमारी के लक्षण के रूप में कब्ज़ हो रही हो। अगर ऐसा नहीं भी है तो भी कब्ज की वजह से आपको कई बीमारियां होने का खतरा है। इससे बचने के लिए दोपहर और रात के खाने में अपने पिता को अधिक मात्रा में सलाद दें। उन्हें खूब पानी पीना चाहिए और ब्रेड (मैदा से बानी चीजों) से दूर रखें। कब्ज के लिए ईसबगोल की भूसी भी ले सकते हैं। आप अलसी के बीज लें और उन्हें बिना तेल के तवे पर भूनकर मिक्सी में पीसकर इसका पाउडर बना लें और इसका सेवन करें। इसी के साथ एक छोटी चम्मच गुड़ सुबह और रात को खाना खाने के बाद लें। साफ सफाई का भी ध्यान रखें।

सवाल लगभग 5 साल पहले

मुझे कब्ज की प्रॉब्लम है, इसे कैसे ठीक कर सकते हैं? इसके लिए कोई दवा भी बताएं?

Dr. Kuldeep Meena MBBS, MD , कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, पीडियाट्रिक, डर्माटोलॉजी, श्वास रोग विज्ञान, गुर्दे की कार्यवाही और रोगों का विज्ञान, सामान्य चिकित्सा, अन्य, संक्रामक रोग, आकस्मिक चिकित्सा, प्रतिरक्षा विज्ञान, आंतरिक चिकित्सा, मल्टीस्पेशलिटी

कब्ज को दूर करने और मल को पतला करने के लिए Cremaffin 30ml रात को सोने से पहले लें लेकिन एक बार डॉक्टर से भी चेकअप करवा लें।