मेडिकल कैनबिस क्या है और इसके क्या फायदे हैं?

कैनबिस के बारे में कई लोग जानते हैं। आम बोलचाल की भाषा में इसे, विजया, भांग या फिर गांजा कहा जाता है। आप में से अधिकांश लोग यह भी जानते होंगे कि यह एक नशे की लत लगाने वाली चीज है, लेकिन बहुत कम लोगों को यह मालूम है कि कैनबिस वास्तव में क्या है और यह कैसे काम करता है।

कैनबिस दुनिया में नशा करने के लिए सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले पदार्थों में से एक है। वहीं, दूसरी तरफ इसका इस्तेमाल दवा बनाने में किया जाता है, जिससे कई बीमारियों को ठीक किया जा सकता है।

कुछ लोग सोचते हैं कि चूंकि कैनबिस कुछ स्थानों पर गैर कानूनी नहीं है, इसलिए शायद यह सुरक्षित होगा, लेकिन उन लोगों के लिए हम ये बता दें कि यदि आप कैनबिस का अधिक उपयोग करते हैं, तो यह आपके शरीर को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा सकता है। फिर चाहे इससे बनी दवा को भी अधिक मात्रा में ही क्यों न लिया जाए।

कैनबिस के बारे में लोगों में फैली हुई कुछ भ्रांतियों को दूर करना ही इस लेख का प्रमुख उद्देश्य है। इस लेख को पूरा पढ़कर आप जान पाएंगे कि वास्तव में कैनबिस और मेडिकल कैनबिस के बीच क्या अंतर होता है। साथ ही ये कैसे काम करता है, मेडिकल कैनबिस किस प्रकार फायदेमंद है, गलत तरीके से कैनबिस को पीना किस तरह से शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अलावा, आप यह भी जानेंगे कि कैनबिस की लत कैसे छुड़ाएं जा सकती है।

(और पढ़ें - गुटखा तंबाकू छोड़ने का उपाय)

  1. कैनबिस क्या होता है?
  2. कैनबिस के प्रकार
  3. कैनबिस के उपयोग
  4. कैनबिस पीने के प्रभाव
  5. मेडिकल कैनबिस के फायदे
  6. कैनबिस को पीने के नुकसान
  7. कैनबिस की लत कैसे छुड़ाएं?
  8. सारांश

कैनबिस क्या होता है?

कैनबिस को इंग्लिश में कई नामों से जाना जाता है जैसे - मारिजुआना, वीड, हर्ब, पॉट, ग्रास, बड, गंजा, मैरी जेन और ऐसे ही कई अन्य सांकेतिक शब्द भी उपयोग किए जाते हैं। कैनबिस वास्तव में कैनबिस सैटाइवा नामक पौधे के सूखे फूलों, पत्तियों, तने और बीजों का एक हरे-भूरे रंग का मिश्रण है। कैनाबिस को हेम्प भी कहा जाता है।

हालांकि सामान्य रूप से कैनबिस के बारे में बात करते समय बहुत से लोग 'मारिजुआना' शब्द का उपयोग करते हैं, लेकिन मारिजुआना वास्तव में केवल इस पौधे के सूखे फूल और पत्तियां हैं। कैनबिस का उपयोग करने वाले कुछ लोग हशीश का भी उपयोग करते हैं जो इन पौधे के गोंद जैसे “रेजन” (resin) या हैश ऑयल से बनती है।

किसी भी उद्देश्य से कैनबिस पौधे का कोई भी हिस्सा किसी भी रूप में बेचना, उपयोग करना या कहीं ले जाना नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटांस (एनडीपीएस) एक्ट के तहत पूरी तरह से प्रतिबंधित है और एक दंडनीय अपराध है। कैनबिस दुनिया भर में सबसे अधिक दुरुपयोग किया जाने वाला अवैध पदार्थ है और इसकी बड़े पैमाने पर तस्करी की जाती है।

वहीं, जब इसका उपयोग किसी बीमारी के इलाज में किया जाता है, तो इसे मेडिकल कैनबिस कहा जाता है। कैनबिस में 100 से ज्यादा केमिकल होते हैं, लेकिन कुछ केमिकल में ही औषधि गुण होते हैं, जिस कारण इनका इस्तेमाल दवा बनाने में किया जाता है। ऐसे में कैनबिस नशा करने वाली चीज न होकर दवा बना जाती है।

(और पढ़ें - सांस लेने में दिक्कत का इलाज)

कैनबिस के प्रकार

यदि आप कैनबीस के पौधे के बारे में जानते होंगे, तो आपने वीड के विभिन्न प्रकार का वर्णन करने के लिए उपयोग किए जाने वाले दो सामान्य शब्दों - इंडिकस और सैटाइवा के बारे में सुना होगा। ये शब्द कैनबिस पौधे की दो अलग-अलग प्रजातियों, कैनबीस इंडिका और कैनबिस सैटाइवा से संबंधित हैं।

इंडिकस और सैटाइवा दोनों प्रकार के पौधों की गंध, स्वाद और बनावट अलग-अलग होती हैं। इंडिकस आकार में छोटे और गठीले पौधे होते हैं, जबकि सैटाइवा लंबे और पतले होते हैं।

कैनबिस के कई अलग-अलग रूप के अनुसार भी विभिन्न प्रकार हैं और उन्हें कई अलग-अलग नामों से जाना जाता है। वे इस प्रकार हैं -

  1. वीड
  2. हशीश
  3. हशीश ऑयल

वीड

इसे अक्सर पॉट भी कहा जाता है। वीड मारिजुआना का बिना प्रोसेस्ड किया हुआ रूप है। यह सबसे आम रूप है और आमतौर पर टीएचसी (मारिजुआना में पाया जाने वाला एक रसायन, इसके बारे में इस लेख में आगे विस्तार से बताया गया है) की उच्च मात्रा के कारण इसको सिगरेट में भर कर नशा करने वाले लोग पीते हैं। वीड में मादा कैनबीस सैटाइवा और कैनबीस इंडिका पौधों की पत्तियां और कलियां होती हैं। वीड बनाने की एकमात्र प्रक्रिया यह है कि इसके लिए इन पौधों की पत्तियों और कलियों को सूखाया जाता है।

(और पढ़ें - सिगरेट पीने के नुकसान)

हशीश

हशीश या हैश, कैनबीस सैटाइवा या कैनबीस इंडिका पौधों के राल या “रेजन” (resin) से बनता है। राल को सूखाया जाता है, जिससे हशीश नामक तैलीय ठोस पदार्थ बनता है।

हशीश ऑयल

हशीश तेल या हैश तेल, विजया या मारिजुआना का सबसे तेज या स्ट्रांग रूप है और यह ड्रग का सबसे कम उपयोग होने वाला रूप है। यह छोटी बोतलों या प्लास्टिक के सीलबंद बैग में बेचा जाता है।

कैनबिस के उपयोग

कैनबिस का उपयोग लोग हाथ से बनाई सिगरेट (जॉइंट), पाइप, पानी वाले पाइप (बोंग) इत्यादि की मदद से धूम्रपान करने के लिए करते हैं। लोग इसे खोखले खाली सिगार में भर कर भी धूम्रपान करते हैं।

धुएं को सांस में लेने से बचने के लिए, कुछ लोग वैपोराइजर्स का उपयोग कर रहे हैं। ये उपकरण कैनबिस से सक्रिय अवयवों (टीएचसी समेत) को खींचते हैं और इन को वाष्प कणों के रूप में उपकरण के एक हिस्से में एकत्र करते हैं, जिसे स्टोरेज यूनिट कहा जाता है। इसके बाद लोग इन वाष्प कणों को लेते हैं। कुछ वैपोराइजर्स इन कणों को तरल रूप में भी एकत्रित कर सकते हैं।

बहुत से लोगों को लगता हैं कि बोंग कम खतरनाक होते हैं, क्योंकि पानी के कारण धुआं कम असर करता है, लेकिन असल में धूम्रपान करने वाले सभी तरीकों से सांस के रोगों की संभावना बढ़ सकती है।

लोग भोजन (edibles), जैसे ब्राउनी, कुकीज या कैंडी में कैनबिस का मिश्रण करते हैं या इसे चाय के रूप में भी पीते हैं।

दवा के रूप में उपयोग होने वाला मेडिकल कैनाबिस, जिसे मारिनोल (ड्रोनबिनोल) भी कहा जाता है। यह कैनबिस का सिंथेटिक रूप है। इसका उपयोग लोगों में भूख कम लगने और एनोरेक्सिया के साथ वजन घटने की समस्या का इलाज करने के लिए किया जाता है।

सिंथेटिक कैनबिस का उपयोग एड्स की बीमारी के रोगियों के इलाज के लिए किया जाता है। कीमोथेरेपी से कैंसर का इलाज करवाने वाले लोग जिनको मतली और उल्टी हो रही है तथा सामान्य उपचार से कोई लाभ नहीं हो रहा है, उनके इलाज के लिए भी सिंथेटिक कैनबिस का उपयोग किया जाता है।

(और पढ़ें - उल्टी रोकने के उपाय)

कैनबिस पीने के प्रभाव

कैनबिस पीने के प्रभाव हर व्यक्ति पर अलग-अलग हो सकते हैं, जैसे कि कुछ लोग अधिक खुशी महसूस करते हैं, अधिक बोलने लगते हैं और सामान्य से कम आत्म-जागरूकता महसूस कर सकते हैं, जबकि अन्य लोग नींद, उल्टी, खुद पर कम नियंत्रण या इन सब का मिला-जुला असर महसूस कर सकते हैं।

कैनबिस पौधे में आप के दिमाग में परिवर्तन करने की क्षमता होती है। इस पौधे में सैकड़ों ऐसे यौगिक होते हैं, जिनमें नशे की लत लगाने वाले प्रभाव होते हैं, उन्हें टेट्राहाइडोकैनिबिनोल (टीएचसी) कहा जाता है।

आप पर टीएचसी के निम्नलिखित प्रभाव हो सकते हैं -

  • यह आपको आनंद की भावना महसूस करवा सकता है।
  • आपकी इंद्रियों को अधिक सक्रिय कर सकता है, जैसे कि आपको रंग अधिक चमकदार लगने लगते हैं।  
  • समय की आपकी समझ में बदलाव आ सकता है।
  • आप चिंताडर या घबराहट महसूस कर सकते हैं।
  • आपको मतिभ्रम हो सकता है।

कैनबिस का एक अन्य यौगिक सीबीडी है, जिसे कैनाबिडिओल भी कहा जाता है। इस पर भी काफी अध्ययन किया गया है। इससे होने वाले प्रभाव टीएचसी से होने वाले प्रभावों के विपरीत काम कर सकते हैं और यह आपको अधिक सक्रिय करने की बजाय आपको किसी मनोविकृति या चिंता में डाल सकता है।

(और पढ़ें - चिंता दूर करने के तरीके)

मेडिकल कैनबिस के फायदे

कैनाबिस पौधे का सैकड़ों वर्षों से दवा के रूप में उपयोग होता रहा हैं। शोधकर्ता कैनाबीडियोल (सीबीडी) के संभावित लाभों का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं। कैनाबीडियोल मारिजुआना में पाया जाने वाला एक कैनाबीनोइड है, जिसके विभिन्न स्वास्थ्य स्थितियों के इलाज में रोगी के दिमाग पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं होते हैं। (और पढ़ें - दिमाग तेज़ कैसे करें)

कुछ अध्ययनों से पता चला है कि टीएचसी मतली और उल्टी के इलाज के लिए उपयोगी है, लेकिन इसके प्रतिकूल प्रभाव इसके उपयोग को सीमित कर सकते हैं।

शोधकर्ताओं के अनुसार दवा के रूप में कैनाबिस निम्नलिखित स्थितियों में मदद कर सकते हैं -

  • कैनबिस का ग्लूकोमा के इलाज के लिए उपयोग होता है, क्योंकि कैनबिस आंख में आंतरिक दबाव को कम करता है। यह 70 के दशक में शोध से साबित हुआ था। कैनबिस इस बीमारी की प्रगति को धीमा करके अंधेपन से बचाता है।
  • कैनबिस मिर्गी के संबंध में भी काफी मदद कर सकता है। मिर्गी वाले चूहों को कैनबिस का अंश दिया गया था और नतीजे बताते हैं कि इस दवा ने 10 घंटों तक दौरे को रोका।
  • कैनबिस तंत्रिका तंत्र के विकारों से ग्रसित लोगों की सहायता करने का भी एक शानदार तरीका है।
  • कैनबिस में पाया जाने वाला सीबीडी कैंसर फैलने से रोक सकता है, क्योंकि यह आईडी-1 नामक जीन को निष्क्रिय कर देता है। आईडी-1 जीन वह जगह है, जहां कैंसर कोशिका अधिक प्रतियां बना सकती है और रोगी के शरीर में तेजी से फैल सकती है।
  • चिंता, अवसादतनाव और अनिद्रा की समस्या कम हो सकती है।
  • टीएचसी "अमीलोइड प्लेक" को अवरुद्ध करके अल्जाइमर रोग बढ़ने की गति धीमी कर देता है, अल्जाइमर रोगी के मस्तिष्क की कोशिकाओं को मारने के लिए जिम्मेदार रोग है।

(और पढ़ें - अल्जाइमर रोकने के लिए आहार)

कैनबिस को पीने के नुकसान

यदि आप लंबे समय तक कैनबिस का उपयोग करते रहते हैं, तो आप को सांस के रोग हो सकते हैं। आपकी याददाश्त प्रभावित हो सकती है और वास्तव में आप प्रेरणा विहीन महसूस कर सकते हैं। इससे आपका काम, आपका सामाजिक जीवन और परिवार के रिश्ते भी प्रभावित हो सकते हैं।

शोधकर्ताओं को फेफड़े, सिर या गर्दन में कैंसर और कैनबिस से धूम्रपान के बीच कोई लिंक नहीं मिला है। हालांकि कुछ सीमित सबूत बताते हैं कि अधिक कैनबिस के उपयोग से एक प्रकार का टेस्टिकुलर कैंसर हो सकता है।

नियमित कैनबिस का उपयोग आपमें लगातार खांसी और कफ का कारण बन सकता है। जब आप धूम्रपान बंद कर देते हैं, तो वे फिर से ठीक हो सकते हैं। यह स्पष्ट नहीं है कि कैनबिस अस्थमा या क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज का कारण बन सकता है या नहीं।

गर्भवती होने पर कैनबिस से धूम्रपान करने वाली महिलाओं के पैदा होने वाले शिशु का वजन कम होने की आशंका रहती है। शिशु बहुत जल्दी पैदा हो सकते हैं, जिससे उन्हें नियोनेटल इंटेंसिव देखभाल की आवश्यकता होती है।

(और पढ़ें - शिशु का वजन बढ़ाने के उपाय)

कैनबिस की लत कैसे छुड़ाएं?

कैनबिस की लत छुड़ाने के लिए वर्तमान में कोई दवाएं उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन व्यवहारिक समर्थन प्रभावी साबित हुआ है। निम्नलिखित व्यवहारिक उपचारों से इलाज थोड़ा असरदार हुआ है -

  1. संज्ञानात्मक-व्यवहार चिकित्सा
  2. आकस्मिकता प्रबंधन
  3. मोटिवेशनल एनहांसमेंट थेरेपी

संज्ञानात्मक-व्यवहार चिकित्सा

संज्ञानात्मक-व्यवहार चिकित्सा, मनोचिकित्सा का ही एक प्रकार हैं। इस थेरेपी में लोगों को आत्म-नियंत्रण बढ़ाने, ड्रग के उपयोग को रोकने और अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए समस्या की जड़ को पहचानने और सही करने की रणनीतियां सिखाई जाती है।

(और पढ़ें - स्पीच थेरेपी)

आकस्मिकता प्रबंधन

आकस्मिकता प्रबंधन थेरेपी के अंतर्गत प्रभावित व्यक्ति के व्यवहार की लगातार निगरानी की जाती है। उसको आत्म नियंत्रण के प्रयास में छोटी-छोटी सफलताओं पर सकारात्मक पुरस्कारों से प्रेरित किया जाता है।

(और पढ़ें - क्रोध प्रबंधन क्या है)

मोटिवेशनल एनहांसमेंट थेरेपी

मोटिवेशनल एनहांसमेंट थेरेपी व्यक्ति के अंदर तेजी से, आंतरिक रूप से प्रेरित बदलाव उत्पन्न करने के लिए डिजाइन किया गया व्यवस्थित तरीका है। यह थेरेपी व्यक्ति के इलाज का प्रयास नहीं करती है, बल्कि उपचार के साथ जुड़ाव और फायदे के लिए व्यक्ति की आंतरिक क्षमता को प्रेरित करती है।

ऊपर वर्णित व्यक्तिगत व्यवहार आधारित उपचारों के अलावा, जिन किशोरों को कैनबिस की लत हैं, उनके इलाज के लिए अक्सर एक या अधिक पारिवारिक उपचारों का उपयोग किया जाता है। इनमें मल्टी डायमेंशनल थेरेपी, मल्टी सिस्टमिक थेरेपी, फैमिली सपोर्ट नेटवर्क इंटरवेंशन और संक्षिप्त रणनीतिक फैमिली थेरेपी शामिल हैं। ये सभी उन तकनीकों का उपयोग करती है जो लत वाले व्यक्ति और उसके परिवार के सदस्यों को कैनबिस के उपयोग को हतोत्साहित करने के तरीके सिखाने के लिए डिजाइन की गयी हैं।

वैज्ञानिक इसके इलाज के लिए दवा विकसित करने हेतु निरंतर शोध कर रहे हैं। जल्दी ही कुछ नई दवाएं विकसित की जा सकती है, जो कैनबिस छोड़ने से पैदा होने वाले लक्षणों को कम करने, कैनबिस के प्रभावों को रोकने और दुबारा लत लगने से बचाने में मदद कर सकती हैं।

(और पढ़ें - शॉक थेरेपी क्या है)

सारांश

कैनबिस एक प्रकार का पौधा होता है, जिसमें विभिन्न तरह के केमिकल पाए जाते हैं। जब इन केमिकल को दवा बनाने में इस्तेमाल किया जाता है, तो इसे नशा करने की चीज न कहकर मेडिकल कैनबिस कहा जाता है। कैनबिस से बनने वाली दवाओं को सरकारी गाइलाइंस के तहत तैयार किया जाता है, जिस कारण से यह बीमारी को ठीक करने में मदद कर सकता है। वहीं, इसे नशे के तौर पर इस्तेमाल करने से कई प्रकार के स्वास्थ्य नुकसान हो सकते हैं।

Can epilepsy be cured?

Dr. Pooja Kohli
BAMS,MD
14 वर्षों का अनुभव

Muscle building exercise

Dr. K. R. Kohli
BAMS,MD
42 वर्षों का अनुभव

Vomiting after eating - Caus...

Dr. Ashima Sardana
BAMS,PG Diploma
21 वर्षों का अनुभव

Gas at night - Causes, and P...

Dr. Preeti Chhabra
BAMS,MD
28 वर्षों का अनुभव

Erectile dysfunction physica...

Dr. Bhupesh Vashisht
BAMS,PG Diploma
10 वर्षों का अनुभव
ऐप पर पढ़ें
cross
डॉक्टर से अपना सवाल पूछें और 10 मिनट में जवाब पाएँ