इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस) को पाचन से जुड़ी समस्या माना गया है, जो लंबे समय तक रह सकती है. दस्त और कब्ज को आईबीएस का सबसे सामान्य लक्षण माना गया है. इसके अलावा, पेट फूलना, गैस बनना, पेट में दर्द होना आदि समस्या भी हो सकती हैं. हालांकि, यह समस्या जानेलवा तो नहीं है, लेकिन इससे व्यक्ति लंबे समय तक असहज महसूस कर सकता है, जिस कारण सामान्य जीवन बाधित हो सकता है. ऐसी स्थिति में योग को बेहतर विकल्प माना गया है, जिससे यह समस्या कुछ कम हो सकती है. आईबीएस होने पर भुजंगासन, धनुरासन व पवनमुक्तासन आदि करने से फायदा हो सकता है.
आज इस लेख में आप विस्तार से जानेंगे कि आईबीएस की समस्या होने पर कौन-कौन से योगासन करने से फायदा हो सकता है -
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