37 C डॉक्टर के लिखे गए पर्चे पर मिलने वाली दवा है। यह दवाई सिरप, टैबलेट में मिलती है। इसे मुख्यतः बुखार, सिरदर्द, दर्द के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। इस दवाई 37 C को अन्य दिक्कतों में भी काम लिया जा सकता है, जिनके बारे में नीचे बताया गया है।
37 C की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। इसकी खुराक मरीज की समस्या और दवा देने के तरीके पर भी आधारित की जाती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।
इनके अलावा 37 C के कुछ अन्य दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं, जो नीचे दिए गए हैं। 37 C के इस तरह के साइड इफेक्ट सामान्यतः लंबे समय तक नहीं रहते और एक बार इलाज पूरा होने जाने के बाद अपने आप खत्म हो जाते हैं। अगर ये दुष्प्रभाव और बिगड़ जाते हैं या लंबे समय तक बने रहते हैं तो इस बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
इसके अलावा 37 C को गर्भावस्था के दौरान लेने पर प्रभाव सुरक्षित होता है और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए इसका प्रभाव सुरक्षित है। आगे 37 C से जुड़ी चेतावनियों के सेक्शन में बताया गया है कि 37 C का लिवर, हार्ट, किडनी पर क्या असर होता है।
अगर आपको पहले से गुर्दे की बीमारी, लिवर रोग, Drug Allergies जैसी कोई समस्या है, तो 37 C देने की सलाह नहीं दी जाती क्योंकि इसके दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं। इनके आलावा, अगर नीचे दिए गए सेक्शन में मौजूद समस्याओं में से कोई भी समस्या आपको है, तो आप 37 C को न लें।
इन उपरोक्त परिस्थितियों के अलावा 37 C कुछ अन्य दवाओं के साथ लिए जाने पर गंभीर प्रतिक्रिया कर सकती है। ऐसी दवाओं की पूरी सूची आगे इस लेख में दी गयी है।
उपरोक्त सभी जानकारीयों के साथ-साथ यह भी ध्यान रखें कि ड्राइविंग करते समय 37 C दवा लेना सुरक्षित है। यह भी ध्यान रखें कि इस दवा की लत लग सकती है।
37 C इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली 37 C की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर 37 C की खुराक अलग हो सकती है।
दवाई की खुराक बीमारी और उम्र के हिसाब से जानें
आयु वर्ग | खुराक |
व्यस्क |
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बुजुर्ग |
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बच्चे(2 से 12 वर्ष) |
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किशोरावस्था(13 से 18 वर्ष) |
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रिसर्च के आधार पे 37 C के निम्न साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं -
गंभीर
मध्यम
हल्का
क्या 37 C का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
37 C का गर्भवती महिलाओं पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है।
क्या 37 C का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
जो महिलाएं स्तनपान करवा रहीं हों उनको 37 C हानि नहीं पहुंचाती है।
37 C का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?
कभी-कभी 37 C से किडनी को नुकसान पहुंच सकता है।
37 C का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?
37 C का बुरा प्रभाव आप आपने लीवर पर अनुभव कर सकते हैं, ऐसा होने पर दवा को तुरंत बंद कर दें और चिकित्सक से परामर्श के बाद ही दोबारा शुरू करें।
क्या ह्रदय पर 37 C का प्रभाव पड़ता है?
हृदय काफी हद तक 37 C सुरक्षित है, हालांकि लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लेने से बेहतर परिणाम मिल सकता है। इसके खराब परिणाम बेहद कम होते है।
37 C को इन दवाइयों के साथ लेने से गंभीर दुष्प्रभाव या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं -
जानलेवा
गंभीर
मध्यम
हल्का
अगर आपको इनमें से कोई भी रोग है तो, 37 C को न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है। अगर आपके डॉक्टर उचित समझें तो आप इन रोग से ग्रसित होने के बावजूद 37 C ले सकते हैं -
क्या 37 C आदत या लत बन सकती है?
नहीं, 37 C लेने से कोई लत नहीं पड़ती। फिर भी, जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह पर ही 37 C का इस्तेमाल करें।
क्या 37 C को लेते समय गाड़ी चलाना या कैसी भी बड़ी मशीन संचालित करना सुरक्षित है?
हां, आप 37 C को लेने के बाद वाहन चलाने या उद्योग में मशीन के पास भी काम कर सकते हैं।
क्या 37 C को लेना सुरखित है?
हां, परंतु इसको लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।
क्या मनोवैज्ञानिक विकार या मानसिक समस्याओं के इलाज में 37 C इस्तेमाल की जा सकती है?
मस्तिष्क विकारों में 37 C काम नहीं कर पाती है।
क्या 37 C को कुछ खाद्य पदार्थों के साथ लेने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?
37 C व खाने को साथ में लेने से क्या प्रभाव होंगे इस बारे में शोध न हो पाने के कारण आंकड़े मौजूद नहीं हैं।
जब 37 C ले रहे हों, तब शराब पीने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्या?
37 C के साथ शराब लेना खतरनाक हो सकता है। डॉक्टर से इसके बारे में जानकारी लेकर ही सेवन करना जरूरी है।
कमर दर्द के लिए 37 C नहीं दी जाती है। हालांकि, अगर आप कमर दर्द से राहत पाने के लिए कोई दर्द निवारक दवा ले रहे हैं तो उसके साथ 37 C भी ले सकते हैं।
हम सभी जानते हैं कि 37 C सबसे सामान्य दर्द निवारक और ज्वर से राहत दिलाने वाली दवा है। हालांकि, 37 C की अधिक खुराक लेने से लिवर पर इसका गंभीर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है। लेकिन सौभाग्यवश इसका एक एंटीडोट भी मौजूद है जिसका नाम एन-एसेटिल्सिस्टेइन (N-acetylcysteine) है। इस एंटीडोट को 37 C लेने के 8 घंटे के भीतर ही लेना पड़ता है। इस तरह 37 C विषाक्तता के हानिकारक प्रभावों को खत्म किया जा सकता है। हालांकि, डॉक्टर की सलाह के बिना एन-एसेटिल्सिस्टेइन का सेवन नहीं करना चाहिए। चिकित्सक ही बता सकते हैं कि 37 C के विष से राहत पाने के लिए इस एंटीडोट का कैसे और कितना इस्तेमाल करना है, इसलिए इसके सेवन से पूर्व चिकित्सक से जरूर परामर्श करें।
37 C का सेवन पूर्ण रूप से सुरक्षित है और इसके लिए अधिक सावधानी बरतने की जरूरत नहीं है। हालांकि, शराब बिलकुल ना पीएं। अगर आपको पहले कोई किडनी या लिवर की बीमारी रह चुकी है तो 37 C लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
जी हां, माइग्रेन में 37 C का उपयोग किया जा सकता है। पैरासिटामॉल और अन्य दर्द निवारक (NSAIDS) दवाओं का सेवन माइग्रेन के ईलाज के लिए किया जा सकता है। हालांकि माइग्रेन के लिए 37 C से बेहतर विकल्प मौजूद हैं, जिन्हे जानने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
ऐसा माना जाता है कि 37 C केंद्रीय स्नायुतंत्र (मस्तिष्क और स्पाइन) पर काम करती है। 37 C शरीर का तापमान और दर्द बढ़ाने के लिए जिम्मेदार प्रोस्टाग्लैंडिन (एक तरह का प्राकृतिक यौगिक जो हॉर्मोन की तरह कार्य करता है) को रिलीज़ होने से रोकती है। इस दवा के प्रभाव से मस्तिष्क को दर्द के संदेश मिलना बंद हो जाते हैं।
इस जानकारी के लेखक है -
B.Pharma, Pharmacy
5 वर्षों का अनुभव