यदि चलने में थोड़ी सी लापरवाही कर दें या पैर सही तरह से जमीन पर न रखें तो पैरों में मोच आ जाती है और मोच आने पर जो दर्द होता है वह बेहद असहनीय होता है। दरअसल पैर और टांगों के बीच का जोड़ एड़ी होता है। डॉक्टरों के अनुसार, एड़ी में तकलीफ होते ही चलने में तकलीफ होने लगती है, लेकिन इसे साधारण परेशानी समझकर नजरअंदाज करने से तकलीफ बढ़ सकती है।
मोच आने की वजह से बेहद दर्द महसूस होने लगता है। इसकी वजह है लिगामेंट्स (उत्तक जो दो या उससे अधिक हड्डियों को जोड़ते हैं) क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। आम तौर से मोच ज़्यादा गंभीर समस्या नहीं होती है, लेकिन अगर इन पर ध्यान न दिया जाए तो ये समस्याएं बढ़ भी सकती हैं। इस तरह की चोट के कई कारण हो सकते हैं जैसे व्यायाम, दुर्घटना की वजह से चोट, पैर मुड़ना, निर्जलीकरण और खनिजों की कमी जैसे कैल्शियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम आदि।
मोच आने की वजह से आपको सूजन, मांसपेशियों में दर्द और अकड़न महसूस हो सकती है। जब तक ये समस्याएं रहती हैं तब तक व्यक्ति उस जगह का इस्तेमाल कुछ दिनों तक नहीं कर पाता। यें परेशानी किसी भी उम्र के व्यक्ति के साथ हो सकती हैं। लेकिन आप इस समस्या का इलाज कुछ घरेलू उपायों की मदद से कर सकते हैं।
एड़ी में मोच आने पर देखभाल
- एड़ी में मोच आने, पैर से सूजन आने, बेहद ज्यादा दर्द होने, एड़ी में नीलापन और चलने में दिक्कत जैसे लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। ज्यादा दर्द होने पर पैर का एक्स-रे भी जरूर करवाना चाहिए, ताकि सही स्थिति का पता चल सके।
- मोच आने पर यदि बहुत ज्यादा दर्द हो तो दर्द निवारक दवाएं खा सकते हैं, लेकिन ऐसे दवाओं में बहुत ज्यादा मात्रा में एस्टेराइड होते हैं, जिनके कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं। इसलिए बहुत ज्यादा भी ऐसी दवाओं का सेवन नहीं करना चाहिए।
- जिस पैर में मोच आई है, उस पैर को ज्यादा से ज्यादा आराम देना चाहिए। पैर पर ज्यादा जोर देने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। इस समय चलने से तकलीफ और बढ़ सकती है।
(और पढ़ें - मोच आने पर क्या करें)
तो आइये आपको बताते हैं मोच के घरेलू उपाय –