दांत में दर्द होना क्या है?
दांत में दर्द तब शुरू होता है जब दांत की जड़ के आसपास की नसों में किसी प्रकार की समस्या होने लगती है।
दांतों में दर्द, दांतों की सामान्य समस्या होती है, जिसको प्रभावित दांत में महसूस किया जाता है। कुछ लोगों को दांतो का दर्द उनके सिर, जबड़े या कान से आता हुआ प्रतीत होता है। कुछ लोगों को दांत में पीड़ा को झटके की तरह महसूस होती है तो कुछ लोगों को निरंतर दर्द महसूस होता है। कई बार दर्द बढ़कर जबड़े तक चला जाता है जो सूजन और फोड़े का कारण भी बनता है।
आमतौर पर दांतों में सड़न और गंदगी इकट्ठा होने के कारण होता है, क्योंकि सड़न अम्ल पैदा करने वाले बैक्टिरिया में बदल जाती है। ये अम्ल शर्करा को तोड़कर दांतों की परत पर हमला करते हैं। दांतों की परत पर सड़न फैलने के बाद यह दांतों की जड़ की तरफ बढ़ती है। दांतों की जड़ें प्रभावित होने से दांतों में दर्द होने लगता है। दांत टूटने या नया दांत आने से भी दांतों में दर्द हो सकता है। इसके अलावा साइनसाइटिस के कारण भी कई बार दांतों में दर्द होने लगता है।
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जब कोई ज्यादा ठंडी या गर्म चीज को चबाया जाता है, तो उसके ज्यादा ठंडा और गर्म होने के कारण दांत संवेदनशील हो जाते हैं तो भी दर्द महसूस होने लगता है। कई बार लोगों के दांतों और मसूड़ों से खून भी निकलने लगता है, हालांकि यह संक्रमण की गंभीरता पर आधारित होता है। अगर दर्द बढ़ता जा रहा है, तो दांतों की ज़ड़ों से नसें नष्ट हो सकती हैं। लेकिन इसके बाद भी दांतों में सड़न कम नहीं होगी, बल्कि बढ़ती रहेगी, जब तक दांतों का डॉक्टर इसका इलाज ना कर दे। अगर दर्द तीव्र होता जा रहा है या आसपास सूजन होने लगी है तो दांतों के आसपास के ऊतकों में संक्रमण हो सकता है, इसलिए इसका तुरंत इलाज करवाना चाहिए।
हालांकि, एक अच्छी मौखिक स्वच्छता दांतों में सड़न होने से रोकथाम करती है, अन्य कारणों में, जैसे पारिवारिक आदतें और लार की कमी भी कई बार इसका कारण बन जाती है। लार दांतों को सड़ने से बचाती है, क्योंकि यह अम्लों और बैक्टिरिया को मुंह से साफ करती हैं। इसके साथ ही लार बैक्टिरिया और अम्ल के हमले को बेअसर करती है।
नियमित रूप से दांतों का चेक-अप, दातों को सड़ने से और दातों की सर्जरी पर रोकथाम लगा सकता है, जैसे रूट कैनाल।
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