कोरोनावायरस, कोरोनाविरिडाई (Coronaviridae) परिवार का एक सदस्य है। कोरोना एक लेटिन शब्द है, जिसका मतलब क्राउन (सिर का ताज) होता है। कोरोनाविरिडाई की सतह पर क्राउन जैसा उभार होता है, इसलिए इस परिवार से वायरसों का नाम कोरोनावायरस पड़ गया।
कोरोनावायरस से होने वाला संक्रमण एक तरह का वायरल इन्फेक्शन है, जो मुख्य रूप से श्वसन तंत्र, नाक और गले को प्रभावित करता है। यदि संक्रमण गंभीर नहीं है, तो इससे सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण विकसित होने लगते हैं। हालांकि, अगर संक्रमण गंभीर हो गया है, तो इससे होने वाले लक्षण भी गंभीर हो सकते हैं जैसे तेज बुखार, सांस लेने में तकलीफ और खांसी आदि।
सर्दी-जुकाम की तरह कोरोनावायरस संक्रमण भी तेजी से फैलता है। संक्रमित व्यक्ति के छींकने, खांसने या बोलने के दौरान उसके मुंह से निकली द्रव की सूक्ष्म बूंदे हवा के माध्यम से एक स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित कर सकती हैं। इस संक्रमण की रोकथाम करने के लिए कोई विशेष दवा नहीं है, विशेष रूप से स्वच्छता और सावधानी बरत कर कोरोनावायरस के संपर्क में आने से बचा जा सकता है।
कोरोनावायरस संक्रमण के लिए कोई इलाज उपलब्ध नहीं है। सामान्य वायरल इन्फेक्शन की तरह यह कुछ समय में अपने आप ठीक हो जाता है। हालांकि इसके लक्षणों को कम करने के लिए डॉक्टर मरीज को कुछ विशेष दवाएं दे सकते हैं। इलाज के दौरान मरीज को अस्पताल में भर्ती भी किया जा सकता है, ताकि यह संक्रमण अन्य लोगों में फैलने से रोका जाए।