वीनस अल्सर होना क्या है?
वीनस अल्सर ऐसे घाव हैं जो नसों की वाल्व के ठीक से काम न करने के कारण होते हैं। ये अल्सर ज्यादातर पैरों में होते हैं, इसीलिए इन्हें “लेग अल्सर” (Leg ulcer) भी कहा जाता है। इन अल्सर को ठीक होने में ज्यादा समय लगता है और पैर में होने वाले घावों में से वीनस अल्सर सबसे आम होते हैं। वीनस अल्सर ज्यादातर पैर की बाहरी तरफ होते हैं और इनसे दर्द के अलावा सामान्य जीवन पर भी बहुत असर पड़ता है।
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वीनस अल्सर के लक्षण क्या हैं?
जब पैर की नसों में खून जमा होने लगता है, तो द्रव और रक्त कोशिकाएं त्वचा व अन्य ऊतकों में रिसने लगती हैं। इसके कारण त्वचा पतली होने लगती है और उसमें खुजली व बदलाव आने लगते हैं। इसके अलावा वीनस अल्सर होने पर पैर में सूजन, भारीपन, ऐंठन, खुजली, झुनझुनी और त्वचा के अंदर खून दिखना व त्वचा सख्त होने जैसे लक्षण भी अनुभव होते हैं।
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वीनस अल्सर क्यों होता है?
वीनस अल्सर होने का सटीक कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन नसों में खराबी और उनमें खून का प्रेशर ज्यादा होना इसका मुख्य कारण माना जाता है। नसों में खराबी आने के भी कई कारण हो सकते हैं, जिससे नसों के प्रवाह में खून जमा होने लगता है और अन्य नसों को भी नुकसान होता है। इसके कारण सूजन भी होती है।
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वीनस अल्सर का इलाज कैसे होता है?
वीनस अल्सर के इलाज का मुख्य लक्षण होता है अल्सर के आस-पास त्वचा बनने लायक वातावरण तैयार करना ताकि अल्सर ठीक हो सके। ज्यादातर मामलों में वीनस अल्सर के लिए नस के वाल्व की खराबी को ढूंढकर उसका इलाज किया जाता है। इसके लिए पैर को थोड़ा ऊपर उठाकर रखना, दबाव बनाना, सिकाई करना और रोजाना व्यायाम करना मददगार हो सकता है।
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