समय से पहले ओवेरियन फेलियर होना क्या है?
समय से पहले ओवेरियन फेलियर तब होता है जब किसी महिला का अंडाशय 40 साल की उम्र से पहले ही काम करना बंद कर देता हैं। कई महिलाओं को 40 की उम्र के आस-पास प्रजनन क्षमता में कमी होती है और उन्हें अनियमित पीरियड्स की समस्या भी होने लगती है। हालांकि, जिन महिलाओं को समय से पहले ओवेरियन फेलियर होता है, उन्हें ये समस्याएं 40 साल की उम्र से पहले ही होने लगती हैं और कभी-कभी तो ये किशोरावस्था से ही शुरू हो जाती है।
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समय से पहले ओवेरियन फेलियर के लक्षण क्या हैं?
समयपूर्व ओवेरियन फेलियर होने पर जो समस्याएं होती हैं, वह मेनोपॉज जैसी ही होती हैं। इसमें अनियमित मासिक धर्म होना, कामेच्छा में कमी, गर्भ धारण करने में मुश्किल, चिड़चिड़ापन, हॉट फ्लैश, ध्यान लगाने में मुश्किल, रात को ज्यादा पसीना आना और योनि में सूखेपन की समस्याएं होती हैं।
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समय से पहले ओवेरियन फेलियर क्यों होता है?
अधिकतर मामलों में समय से पहले ओवेरियन फेलियर का कारण अज्ञात होता है, हालांकि ऐसा माना जाता है कि ये समस्या अंडाशय में मौजूद छोटे-छोटे थैलों में होती है जहां अंडे बनते हैं और बड़े होते हैं। समय से पहले ओवेरियन फेलियर के कारण अनुवांशिक विकार, विषाक्त पदार्थ, अंडाशय में थैलों की कमी, कीमोथेरेपी, स्वप्रतिरक्षित बीमारियां और रेडिएशन थेरेपी हो सकते हैं।
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समय से पहले ओवेरियन फेलियर का इलाज कैसे होता है?
फिलहाल समय से पहले ओवेरियन फेलियर का कोई इलाज उपलब्ध नहीं है जो अंडाशय के कार्य को सामान्य कर सके, लेकिन इसके लक्षणों को कम करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं। इसके लिए हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी बहुत आम है, इससे शरीर को एस्ट्रोजेन और ऐसे अन्य हॉर्मोन दिए जाते हैं जो शरीर अपने आप नहीं बना पा रहा है। इसके अलावा कैल्शियम व विटामिन डी के सप्लीमेंट, उचित वजन बनाए रखना और नियमित व्यायाम भी लाभकारी हो सकते हैं।
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