मेनिनजियोमा क्या है?
मेनिनजियोमा (meningioma) एक ट्यूमर है, जो मेनिनजिस (meninges) में होता है। मेनिनजिस मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के चारों ओर बनी झिल्ली या परत होती है। मेनिनजियोमा को ब्रेन ट्यूमर नहीं कहा जाता है, लेकिन यह इस श्रेणी में शामिल है। इसकी वजह से मस्तिष्क की नसों पर दबाव पड़ता है। मेनिनजियोमा सिर में होने वाले ट्यूमर का एक आम प्रकार होता है। यह ट्यूमर अधिकतर धीमी गति से विकसित होता है, कई मामलों में सालों तक इसके लक्षण सामने नहीं आते हैं। लेकिन कुछ मामले ऐसे भी होते हैं जिसमें इसके प्रभाव के कारण रोगी को विकलांगता भी हो सकती है।
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मेनिनजियोमा के लक्षण क्या हैं?
मेनिनजियोमा धीरे-धीरे विकसित होता है, इसलिए इसके लक्षण भी रोगी के शरीर में ट्यूमर विकसित होने के बाद ही दिखाई देते हैं। इसके लक्षणों में सिरदर्द, दौरे पड़ना, धुंधला दिखना, हाथ पैरों में कमजोरी आना, शरीर सुन्न होना व बोलने में मुश्किल होने को शामिल किया जाता है।
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मेनिनजियोमा क्यों होती है?
मेनिनजियोमा होने के कारणों के बारे में कुछ भी सही तरह से नहीं कहा जा सकता। लेकिन कुछ अध्ययन से शोधकर्ताओं ने पाया कि रेडिएशन व आनुवांशिक विकार (न्यूरोफाइब्रोमेटोसिस टाइप 2) इसकी वजह होते हैं।
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मेनिनजियोमा का इलाज कैसे होता है?
अगर रोगी के लक्षण मेनिनजियोमा की ओर संकेत करते हैं तो डॉक्टर इसकी पुष्टि के लिए एमआरआई और सीटी स्कैन करने का सलाह देते हैं। इन टेस्ट के द्वारा मस्तिष्क में मेनिनजियोमा की स्थिति और आकार की जांच की जाती है। मेनिनजियोमा का इलाज ट्यूमर की स्थिति और लक्षणों के आधार पर किया जाता है। गहन अध्ययन के बाद अावश्यक होने पर ही ट्यूमर को ऑपरेशन या रेडिएशन के द्वारा ठीक किया जाता है। ऑपरेशन के द्वारा जब ट्यूमर पूरी तरह से निकल नहीं पाता है तब रेडिएशन थेरेपी को उपयोग में लाया जाता है।
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