इंफ्लेमेटरी डिजीज (आंतरिक सूजन या जलन संबंधित) क्या है?
शरीर की प्रक्रियाओं में आई खामियों के कारण इंफ्लेमेटरी डिजीज की समस्या हो जाती है। शरीर के किसी निश्चित स्थान पर रक्त के प्रवाह के बढ़ने और कोशिका पर हुए प्रभावों के चलते जलन, सूजन, दर्द और अंगों के संचालन में मुश्किल होना शुरू हो जाती है, लेकिन इसेे किसी प्रकार का संक्रमण या गंभीर चोट नहीं कह सकते हैं। इस तरह शरीर को बाहरी किसी चीज से हुए नुकसान के बजाय अांतरिक कारणों से हुई क्षति को ऑटोइम्यूनिटी (autoimmunity) कहा जाता है।
गठिया में भी कुछ ऐसा ही होता है। जिसमें हड्डियों के जोड़ों को आवरण में रखने वाली परत (lining) के ऊतकों में सूजन हो जाती है और इसमें से निकलने वाले द्रव में बढ़ोतरी होना शुरू हो जाती है। इससे ही जोड़ों में सूजन, दर्द और प्रभावित अंग के संचालन में परेशानी होती है। इससे कई प्रकार के कामों को करने में भी दिक्कतें आना शुरू हो जाती हैं - उदाहरण के लिए घुटनों पर सूजन होने से चलने में मुश्किल होने लगती है।
गुर्दे के कार्यों में वृद्धि और नुकसान (SLE), रक्त वाहिकाओं में सूजन और हानि होना (वैसक्युलिटिक्स) व मांसपेशियों के कार्य में दिक्कतें आना (Juvenile Dermatomyositis) भी सूजन होने के कुछ कारण हो सकते हैं।