फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट क्या है?
फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट एक आम बीमारी है जिसमें कैंसर नहीं होता और ब्रेस्ट में गांठ बनने लगती है। फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट न ही हानिकारक होती है और न ही खतरनाक, लेकिन कुछ महिलाओं को इससे परेशानी हो सकती है।
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फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट के लक्ष्ण क्या हैं?
अगर आपको फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट बीमारी है तो आपको कुछ लक्षण देखने को मिल सकते हैं जैसे ब्रेस्ट में सूजन, दर्द, उत्तक मोटे हो जाना, एक या दोनों ब्रेस्ट में गांठ बनना आदि। पीरियड्स में होने वाले हार्मोन असंतुलन के कारण आपके लक्षण और भी ज्यादा खराब हो सकते हैं, लेकिन यह लक्षण आपको ज्यादातर पूरे महीने दिखाई दे सकते हैं। फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट में मौजूद गांठ का आकार पूरे महीने बदलता रहता है और गांठ अपनी जगह से दूसरी जगह भी खिसक जाती हैं। कुछ महिलाओं के निप्पल्स में से हरे या गहरे भूरे रंग का स्राव निकलने लग जाता है। अगर आपको इस तरह का कोई भी बदलाव दिखता है तो अपने डॉक्टर को जल्द से जल्द दिखाएं।
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फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट क्यों होता है?
फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट के कारण अभी पता नहीं चल पाए हैं लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि हार्मोन में बदलाव के कारण यह समस्या उतपन्न होती है खासकर एस्ट्रोजन इसमें अहम भूमिका निभाता है।
फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट का इलाज कैसे होता है?
डॉक्टर आपके लक्षणों के बारें में आपसे पूछेंगे और फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट बीमारी का परीक्षण करेंगे। डॉक्टर मैमोग्राफी, अल्ट्रासाउंड या एमआरआई से भी आपके ब्रेस्ट की जांच करेंगे। इस बीमारी में आपको इलाज की जरूरत नहीं है तब तक जब तक आपके डॉक्टर को कैंसर का पता न चल जाए। अगर ब्रेस्ट में सिस्ट है, तो डॉक्टर उसे खत्म करने के लिए उसमें से पस को निकालेंगे। ऐसे में गांठ की वजह से होने वाला दर्द कम होगा, लेकिन उसमें पस फिर से भर सकता है। कभी-कभी सिस्ट अपने आप भी चला जाता है।
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