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Roxymycin डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली दवा है, जो टैबलेट के रूप में उपलब्ध है। इस दवा का उपयोग विशेष रूप से बैक्टीरियल संक्रमण का इलाज करने के लिए किया जाता है। इस दवाई Roxymycin को अन्य दिक्कतों में भी काम लिया जा सकता है, जिनके बारे में नीचे बताया गया है।
Roxymycin को कितनी मात्रा में लेना है, यह पूर्ण रूप से रोगी के वजन, लिंग, आयु और पिछले चिकित्सकीय इतिहास पर निर्भर करता है। इसकी सही मात्रा इस पर भी निर्भर करती है, कि मरीज की मुख्य समस्या क्या है और उसे किस तरीके से दवा दी जा रही है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।
Roxymycin के कुछ दुष्परिणाम देखे जाते हैं, इसके साथ कुछ सामान्य नुकसान हैं जैसे पेट दर्द. इनके अलावा Roxymycin के कुछ अन्य दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं, जो नीचे दिए गए हैं। Roxymycin के दुष्प्रभाव जल्दी ही खत्म हो जाते हैं और इलाज के बाद जारी नहीं रहते। हालांकि अगर ये समस्याएं लंबे समय तक बनी रहती हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
इसके अलावा Roxymycin का प्रभाव प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए सुरक्षित है और जो महिलाएं बच्चों को दूध पिलाती हैं, उन पर इसका प्रभाव सुरक्षित है। Roxymycin से जुड़ी चेतावनी कि इसका लिवर, हार्ट और किडनी पर क्या असर होता है, इसके बारे में नीचे बताया गया है।
यदि किसी व्यक्ति को कोरोनरी आर्टरी डिजीज, गुर्दे की बीमारी जैसी कोई समस्या है, तो उसे Roxymycin दवा नहीं लेनी चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसी कुछ अन्य समस्याएं भी हैं, जीने बारे में नीचे बताया गया है। अगर आपको इनमें से कोई भी समस्या है, तो Roxymycin न लें।
Roxymycin के साथ कुछ अन्य दवाएं लेने से शरीर में गंभीर प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं। ऐसी दवाओं की पूरी सूची आगे इस लेख में दी गयी है।
ऊपर दी गई सावधानियों के अलावा ये जानना भी आवश्यक है कि गाडी चलाते समय Roxymycin लेना सुरक्षित है और इसकी लत लग सकती है।
Roxymycin इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Roxymycin की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Roxymycin की खुराक अलग हो सकती है।
दवाई की खुराक बीमारी और उम्र के हिसाब से जानें
आयु वर्ग | खुराक |
व्यस्क |
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बुजुर्ग |
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किशोरावस्था(13 से 18 वर्ष) |
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क्या Roxymycin का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
प्रेग्नेंट महिला Roxymycin को बिना किसी घबराहट के खा सकती हैं।
क्या Roxymycin का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए Roxymycin सही और सुरक्षित है।
Roxymycin का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?
Roxymycin का बुरा प्रभाव किडनी पर कम होता है, क्योंकि ये नुकसानदायक नहीं है।
Roxymycin का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?
Roxymycin का सेवन करना आपके शरीर पर बहुत ही कम प्रभाव डालता है।
क्या ह्रदय पर Roxymycin का प्रभाव पड़ता है?
Roxymycin को बिना घबराए ले सकते हैं। यह पूरी से आपके हृदय के लिए सुरक्षित है।
Roxymycin को इन दवाइयों के साथ लेने से गंभीर दुष्प्रभाव या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं -
गंभीर
मध्यम
अगर आपको इनमें से कोई भी रोग है तो, Roxymycin को न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है। अगर आपके डॉक्टर उचित समझें तो आप इन रोग से ग्रसित होने के बावजूद Roxymycin ले सकते हैं -
क्या Roxymycin आदत या लत बन सकती है?
नहीं, इसका कोई प्रमाण नहीं है कि Roxymycin को लेने से आपको इसकी लत पड़ जाएगी। कोई भी दवा डॉक्टर से पूछ कर ही लें, जिससे कोई हानि न हो।
क्या Roxymycin को लेते समय गाड़ी चलाना या कैसी भी बड़ी मशीन संचालित करना सुरक्षित है?
हां, आप Roxymycin को लेने के बाद वाहन चलाने या उद्योग में मशीन के पास भी काम कर सकते हैं।
क्या Roxymycin को लेना सुरखित है?
हां, डॉक्टर के कहने पर आप Roxymycin को खा सकते हैं।
क्या मनोवैज्ञानिक विकार या मानसिक समस्याओं के इलाज में Roxymycin इस्तेमाल की जा सकती है?
नहीं, मस्तिष्क विकार में Roxymycin का उपयोग कारगर नहीं है।
क्या Roxymycin को कुछ खाद्य पदार्थों के साथ लेने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?
Roxymycin और खाने को साथ में लेने से कोई परेशानी नहीं होती है।
जब Roxymycin ले रहे हों, तब शराब पीने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्या?
इसके बारे में फिलहाल कोई शोध कार्य नहीं किया गया है। सही जानकारी मौजूद न होने की वजह से Roxymycin का क्या असर होगा इस विषय पर अनुमान लगा पाना मुश्किल होगा।
इस जानकारी के लेखक है -
B.Pharma, फार्मेसी
5 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
KD Tripathi. [link]. Seventh Edition. New Delhi, India: Jaypee Brothers Medical Publishers; 2013: Page No 754