चक्कर आना एक ऐसी चीज़ है जिसका अनुभव हर किसी को अपनी ज़िन्दगी में कभी न कभी ज़रूर होता है। इसमें सिर हल्का लगने लगता है, अस्थिरता या संतुलन बिगड़ने से आप गिर जाते हैं। चक्कर आना कोई बिमारी नहीं है। ये कुछ स्वास्थ से जुडी स्थितियों का एक लक्षण है जैसे लो ब्लड प्रेशर, ह्रदय की मांसपेशियों की बिमारी (heart muscle disease), न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर (neurological disorder), एनीमिया, एलर्जी, लो ब्लड शुगर, टिनिटस (tinnitus), कान का संक्रमण, स्ट्रोक, आँख सम्बन्धहि विकार (vision-related disorders), माइग्रेन, चिंता और सिर में चोट।
ये डीहाइड्रैशन, मोशन सिकनेस, तनाव, ज़्यादा व्यायाम, शरीर में हॉर्मोन्स के बदलने और किसी भी दवाई के नुकसान की वजह से ये समस्या हो सकती है। कभी कभी चक्कर आने की वजह से कानों में झुनझुनाहट सी महसूस होने लगती है, सीने में दर्द, कमज़ोरी, मतली, उल्टी, पीलापन लगना या संतुलन खोने लगते हैं। अगर आपको चक्कर कभी कभी आते हैं या उनके लक्षण महसूस होते हैं तो आप कुछ घरेलू उपायों का इस्तेमाल कर सकते हैं। हालाँकि अगर लक्षण बहुत जल्दी जल्दी आते हैं तो आप अपने डॉक्टर को ज़रूर दिखाएं।
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तो आइये आपको बताते हैं चक्कर आने के कुछ घरेलू उपाय -