आंतों में सूजन (अल्सरेटिव कोलाइटिस) का निदान कैसे होता है ?
अल्सरेटिव कोलाइटिस का निदान करने के लिए, आपके डॉक्टर सबसे पहले आपके लक्षण देखकर यह तय करते हैं कि आपको यह बीमारी इन कारणों से हुई है। इसके बाद बीमारी का निदान करने के लिए निम्नलिखित परीक्षण और प्रक्रियाओं का उपयोग किया जा सकता है -
रक्त परीक्षण-
एनीमिया या किसी संक्रमण की जांच करने के लिए आपके डॉक्टर रक्त परीक्षण कर सकते हैं। गौरतलब है कि एनीमिया में ऑक्सीजन को आपके ऊतकों यानी टिश्यू तक पहुंचाने के लिए पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं नहीं होती है।
(और पढ़ें - खून की कमी के उपाय)
मल परीक्षण-
आपके मल में मौजूद सफेद रक्त कोशिकाएं, अल्सरेटिव कोलाइटिस का निदान कर सकती हैं। यह परीक्षण अन्य विकारों के निदान करने में भी मदद कर सकती है, जैसे - बैक्टीरिया, वायरस और अन्य परजीवी की वजह से होने वाले संक्रमण।
(और पढ़ें - परजीवी संक्रमण का इलाज)
कोलोनोस्कोपी (Colonoscopy) -
इस परीक्षण से आपके डॉक्टर एक छोटे कैमरे से जुडी एक पतली, लचीली, रोशनी वाली ट्यूब का उपयोग करके आपकी पूरी बड़ी आंत को देखते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान, आपके डॉक्टर विश्लेषण के लिए ऊतक के छोटे नमूने भी ले सकते हैं (बायोप्सी)। कभी-कभी ऊतक का नमूना निदान की पुष्टि करने में सहायता कर सकता है।
(और पढ़ें - बायोप्सी क्या है)
फ्लेक्सिबल सिग्मोईडोस्कोपी (Flexible sigmoidoscopy) -
फ्लेक्सिबल सिग्मोईडोस्कोपी में आपके डॉक्टर, बड़ी आंत के आखिरी हिस्से और मलाशय की जांच करने के लिए एक पतली, लचीली रोशनी की ट्यूब का उपयोग करते हैं। यदि आपकी बड़ी आंत के एक हिस्से में में गंभीर रूप से सूजन है, तो आपके डॉक्टर एक पूर्ण कोलोनोस्कोपी (Colonoscopy) के बजाय यह परीक्षण कर सकते हैं।
एक्स-रे -
अगर आपके लक्षण गंभीर हैं, तो आपके डॉक्टर अन्य समस्याओं का निदान करने के लिए पेट के क्षेत्र का एक्स-रे कर सकते हैं, जैसे छिद्रित बृहदान्त्र (बड़ी आंत का एक हिस्सा)।
(और पढ़ें - एक्स रे क्या है)
सीटी स्कैन -
यदि आपके डॉक्टर को अल्सरेटिव कोलाइटिस की किसी जटिलता का शक होता है, तो वे आपके पेट का सीटी स्कैन कर सकते हैं। सीटी स्कैन यह भी दिखा सकता है कि बृहदान्त्र में कितनी सूजन है।
(और पढ़ें - सीटी स्कैन क्या होता है)