इम्पेटिगो क्या है?
इम्पेटिगो स्टेफीलोकोकस ऑरियस (Staphylococcus aureus) या स्ट्रेप्टोकोकस पायोजीन्स (Streptococcus pyogenes) बैक्टीरियल संक्रमण के कारण होने वाला रोग है। यह त्वचा की बाहरी परत में होता है, जिसे एपिडर्मिस भी कहते हैं। चेहरे, हाथ और पैरों की त्वचा सबसे अधिक प्रभावित होती है। इम्पेटिगो किसी को भी हो सकता है, लेकिन यह बैक्टीरियल इन्फेक्शन ज्यादातर 2 से 5 वर्ष की आयु के बच्चों में बेहद आम है। यह संक्रमण अधिकतर हल्के कट के अंदर, कीड़े के काटने वाली जगह या चकत्ते जैसे कि एक्जिमा में हो सकता है, लेकिन यह स्वस्थ त्वचा में भी हो सकता है।
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इम्पेटिगो के लक्ष्ण क्या है?
इम्पेटिगो शरीर में कही भी हो सकता है, लेकिन बच्चों को यह चेहरे पर होता है। कभी-कभी उन्हें यह बीमारी हाथ या पैरों में भी हो सकती है। संक्रमण कितने भी छोटे या बड़े क्षेत्र में हो सकता है। इसमें सबसे पहले फफोले बनने शुरू होते हैं, जो फूटते हैं और आसपास की त्वचा लाल पड़ जाती है। कुछ दिनों बाद, यह आसपास की त्वचा तक भी फैलने लगते हैं। गंभीर मामलों में, संक्रमण त्वचा की गहराई तक पहुंच जाता है और यह इम्पेटिगो के एक अन्य प्रकार में बदल जाता है, जिसे एकथीमा (Ecthyma) कहते हैं।
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इम्पेटिगो क्यों होता है?
अगर आप इम्पेटिगो से पीड़ित व्यक्ति के फफोलों के सम्पर्क में आ जाते हैं या फिर किसी संक्रमित वस्तु को छू लेते हैं जैसे कपड़े, बिस्तर की चादर, तौलिया और खिलोने तो आप भी इम्पेटिगो पैदा करने वाले बैक्टीरिया से संक्रमित हो सकते हैं।
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इम्पेटिगो का इलाज कैसे होता है?
इम्पेटिगो का इलाज आमतौर पर एंटीबायोटिक मरहम या क्रीम की मदद से हो सकता है, जिन्हें आप फफोलों पर लगा सकते हैं। सबसे पहले आपको प्रभावित क्षेत्र को गुनगुने पानी से साफ करना है, जिससे पपड़ी पूरी तरह हट जाए और एंटीबायोटिक क्रीम त्वचा की गहराई तक जाए। अगर आपको कुछ ही फफोले हैं तो डॉक्टर मुंह से लेने वाली एंटीबायोटिक दवाएं दे सकते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि डॉक्टर ने आपको जितने दिन की दवाई दी हैं उतने दिन उन्हें जरूर खाएं, क्योंकि इससे संक्रमण दुबारा होने की आशंका कम हो जाएगी।
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