New Erythrocin 250 Tablet डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली दवा है, जो टैबलेट के रूप में उपलब्ध है। यह दवाई खासतौर से बैक्टीरियल संक्रमण के उपचार के लिए इस्तेमाल की जाती है। इसके अलावा, New Erythrocin 250 Tablet के कुछ अन्य प्रयोग भी हैं, जिनके बारें में आगे बताया गया है।
New Erythrocin 250 Tablet को कितनी मात्रा में लेना है, यह पूर्ण रूप से रोगी के वजन, लिंग, आयु और पिछले चिकित्सकीय इतिहास पर निर्भर करता है। इसकी खुराक मरीज की समस्या और दवा देने के तरीके पर भी आधारित की जाती है। विस्तारपूर्वक जानने के लिए खुराक वाले भाग में पढ़ें।
इन दुष्परिणामों के अलावा New Erythrocin 250 Tablet के कुछ अन्य दुष्प्रभाव भी हैं, जिनके बारे में आगे बताया गया है। New Erythrocin 250 Tablet के ये दुष्प्रभाव आमतौर पर अस्थायी होते हैं और इलाज के पूरा होने के साथ ही समाप्त हो जाते हैं। अपने डॉक्टर से संपर्क करें अगर ये साइड इफेक्ट और ज्यादा बदतर हो जाते हैं या फिर लंबे समय तक रहते हैं।
यह भी जानना जरूरी है कि New Erythrocin 250 Tablet का प्रभाव गर्भवती महिलाओं पर सुरक्षित है और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए सुरक्षित है। आगे New Erythrocin 250 Tablet से जुड़ी चेतावनियों के सेक्शन में बताया गया है कि New Erythrocin 250 Tablet का लिवर, हार्ट, किडनी पर क्या असर होता है।
आगे ऐसी अन्य समस्याएं भी बताई गई हैं जिनमें New Erythrocin 250 Tablet लेने से आपको दुष्प्रभाव अनुभव हो सकते हैं।
New Erythrocin 250 Tablet के साथ कुछ अन्य दवाएं लेने से शरीर में गंभीर प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं। पूरी जानकारी के लिए नीचे दी गई जानकारी देखें।
इन सभी सावधानियों के अलावा याद रखें कि वाहन चलाते समय New Erythrocin 250 Tablet को लेना सुरक्षित है, साथ ही इस की लत लगने की संभावना है।
New Erythrocin 250 Tablet इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली New Erythrocin 250 Tablet की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर New Erythrocin 250 Tablet की खुराक अलग हो सकती है।
दवाई की खुराक बीमारी और उम्र के हिसाब से जानें
आयु वर्ग | खुराक |
व्यस्क |
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बुजुर्ग |
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किशोरावस्था(13 से 18 वर्ष) |
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बच्चे(2 से 12 वर्ष) |
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शिशु(1 महीने से 2 वर्ष) |
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नवजात शिशु(0 से 1 महीने) |
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क्या New Erythrocin 250 Tablet का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
Erythrocin किसी भी प्रेंग्नेंट महिला के लिए सुरक्षित होती है।
क्या New Erythrocin 250 Tablet का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
जो महिलाएं स्तनपान करवा रहीं हों उनको Erythrocin हानि नहीं पहुंचाती है।
New Erythrocin 250 Tablet का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?
Erythrocin किडनी के लिए पूर्ण रूप से सुरक्षित है।
New Erythrocin 250 Tablet का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?
Erythrocin का सेवन करना आपके शरीर पर बहुत ही कम प्रभाव डालता है।
क्या ह्रदय पर New Erythrocin 250 Tablet का प्रभाव पड़ता है?
हृदय पर Erythrocin का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।
अगर आपको इनमें से कोई भी रोग है तो, New Erythrocin 250 Tablet को न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है। अगर आपके डॉक्टर उचित समझें तो आप इन रोग से ग्रसित होने के बावजूद New Erythrocin 250 Tablet ले सकते हैं -
क्या New Erythrocin 250 Tablet आदत या लत बन सकती है?
नहीं, New Erythrocin 250 Tablet को लेने के बाद आपको इसकी आदत नहीं पड़ती है।
क्या New Erythrocin 250 Tablet को लेते समय गाड़ी चलाना या कैसी भी बड़ी मशीन संचालित करना सुरक्षित है?
हां, New Erythrocin 250 Tablet को लेने के बाद आपको चक्कर या नींद नहीं आती है, तो आप वाहन को चलाने व मशीन पर काम करने का काम भी कर सकते हैं।
क्या New Erythrocin 250 Tablet को लेना सुरखित है?
डॉक्टर के कहने के बाद ही New Erythrocin 250 Tablet का सेवन करें। वैसे यह सुरक्षित है।
क्या मनोवैज्ञानिक विकार या मानसिक समस्याओं के इलाज में New Erythrocin 250 Tablet इस्तेमाल की जा सकती है?
नहीं, New Erythrocin 250 Tablet दिमागी विकारों के इलाज में सक्षम नहीं है।
क्या New Erythrocin 250 Tablet को कुछ खाद्य पदार्थों के साथ लेने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?
कुछ भोजन ऐसे होते हैं, जिनको New Erythrocin 250 Tablet के साथ लेने से दवा अपना असर कुछ समय के बाद दिखाना शुरू करती है।
जब New Erythrocin 250 Tablet ले रहे हों, तब शराब पीने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्या?
New Erythrocin 250 Tablet का शरीर पर क्या असर होता है इस बारे में कुछ कह पाना मुश्किल है। इस पर कोई रिसर्च नहीं हो पाई है।
टैबलेट के रूप में उपलब्ध Erythrocin, एरिथ्रोमाइसिन का ब्रांड है। Erythrocin एक प्रिस्क्रिप्शन दवा है जोकि मैक्रोलाइड्स नामक दवाओं के समूह से संबंधित है। Erythrocin ब्रॉड-स्पेक्ट्रम (कई प्रकार के बैक्टीरिया पर असर करने वाली) दवा है जिसका इस्तेमाल बैक्टीरियल संक्रमण को रोकने और उसके इलाज में किया जाता है। प्रमुख तौर पर Erythrocin का इस्तेमाल निमोनिया, काली खांसी और नाक और गले की श्लेष्मा झिल्ली में होने वाले बैक्टीरियल इंफेक्शन (डिप्थीरिया) के इलाज में किया जाता है।
Erythrocin की वजह से सिरदर्द हो सकता है। ये इस दवा का सामान्य हानिकारक प्रभाव है। हालांकि, Erythrocin के कारण सिरदर्द होने के स्पष्ट कारण का अब तक पता नहीं चल पाया है। अगर आपको Erythrocin लेने के बाद बहुत ज्यादा सिरदर्द हो रहा है तो कोई हल्की दर्द-निवारक दवा लें या बाम लगा लें और आराम करें। अगर तब भी दर्द कम ना हो तो तुरंत डॉक्टर से बात करें।
जी हां, Erythrocin के कारण दस्त हो सकते हैं। ये Erythrocin का सामान्य हानिकारक प्रभाव है। पेट के माइक्रोब्स में असंतुलन के कारण ऐसा होता है। सामान्यत: अधिकतर एंटी-बायोटिक्स गुड और बैड दोनों तरह के बैक्टीरिया को मार देती हैं जिससे माइक्रोब्स में असंतुलन पैदा हो जाता है और दस्त होने लगते हैं। Erythrocin के साथ भारी और मसालेदार भोजन ना लें। इसके अलावा खूब पानी पीएं और आराम करें। अगर दस्त ज्यादा लग रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से बात करें। दस्त की समस्या के ठीक होने पर आप पेट में गुड बैक्टीरिया के पुनर्विकास के लिए प्रो-बायोटिक ले सकते हैं।
पेनिसिलिन से एलर्जी रखने वाले मरीज़ भी Erythrocin खा सकते हैं। Erythrocin देने से पहले डॉक्टर आपका पैच टेस्ट कर सकते हैं जिससे ये पता चल सके कि आपको Erythrocin से एलर्जी है या नहीं।
जी हां, Erythrocin एंटी-बायोटिक है। Erythrocin में एरिथ्रोमाइसिन (कई प्रकार के बैक्टीरिया पर असर करने वाली दवा) होता है जिसका इस्तेमाल कई तरह के बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचने और उसके इलाज में किया जाता है। प्रमुख तौर पर Erythrocin का इस्तेमाल निमोनिया, काली खांसी और नाक और गले की श्लेष्मा झिल्ली में होने वाले बैक्टीरियल इंफेक्शन (डिप्थीरिया) के इलाज में किया जाता है।
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संदर्भ
US Food and Drug Administration (FDA) [Internet]. Maryland. USA; Package leaflet information for the user; Pce (erythromycin)
KD Tripathi. [link]. Seventh Edition. New Delhi, India: Jaypee Brothers Medical Publishers; 2013: Page No 752-754