त्वग्काठिन्य (स्क्लेरोडर्मा) क्या है?
स्क्लेरोडर्मा एक असाधारण स्थिति है, जिसमें शरीर में कुछ जगहों से त्वचा मोटी बन जाती है। कभी-कभी इसके कारण शरीर के अंदरूनी अंगों और रक्त वाहिकाओं संबंधी समस्याएं भी होने लग जाती है। यह एक दीर्घकालिक रोग है, जो लंबे समय तक रहता है और कभी-कभी जीवन भर रहता है।
स्क्लेरोडर्मा के लक्षण क्या हैं?
स्क्लेरोडर्मा से शरीर का जो भाग प्रभावित होता है, उसी के आधार पर रोग के लक्षण पैदा होते हैं। कुछ ऐसे लक्षण स्क्लेरोडर्मा में आमतौर देखे जाते हैं जैसे, त्वचा कठोर व मोटी हो जाना जो ऊपर से चमकदार दिखाई देने लग जाती है। इसमें उंगलियों व अगूठे के जोड़ लाल, सफेद या नीले रंग के हो जाते हैं, इस स्थिति को रेनॉड फेनॉमिनॉन (Raynaud's phenomenon) कहा जाता है। इसके अलावा इसमें उंगलियों के अगले हिस्से में छाले या घाव भी बनने लग जाते हैं।
स्क्लेरोडर्मा क्यों होता है?
स्क्लेरोडर्मा के निश्चित कारण का अभी तक पता नहीं चला है। ऐसा माना जाता है कि यह कुछ जीन संबंधी समस्याओं के कारण भी हो सकता है या यदि आपके परिवार में पहले किसी को यह रोग है, तो भी आपको स्क्लेरोडर्मा होने का खतरा बढ़ जाता है।
स्क्लेरोडर्मा के कई रूप होते हैं और यह शरीर के कई अलग-अलग हिस्सों को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इसका पता लगाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। स्क्लेरोडर्मा का परीक्षण करने के लिए डॉक्टर आपके लक्षणों की जांच करेंगे और आपके स्वास्थ्य संंबंधी स्थिति के बारे में पूछेंगे। रोग की पुष्टि करने के लिए कभी-कभी कुछ अन्य टेस्ट भी किए जाते हैं, जैसे एक्स रे कुछ प्रकार के खून टेस्ट, बायोप्सी (त्वचा से सेंपल लेना)। इसके अलावा परीक्षण के दौरान आपके हृदय, फेफड़े और भोजन नली की जांच की जा सकती है।
स्क्लेरोडर्मा का इलाज कैसे होता है?
स्क्लेरोडर्मा का इलाज संभव नहीं है, लेकिन कुछ प्रकार के उपचारों की मदद से इस से होने वाले लक्षणों को कम किया जा सकता है। स्क्लेरोडर्मा के इलाज का मुख्य लक्ष्य इसके लक्षणों को शांत करना, स्थिति को और बदतर होने से रोकना और शरीर के प्रभावित हिस्सों का इस्तेमाल करने में मदद करना होता है।
स्क्लेरोडर्मा से कई प्रकार की जटिलताएं हो सकती है, जिनमें से कुछ गंभीर भी होती है। इस रोग से होने वाली जटिलताएं मुख्य रूप से शरीर के इन भागों को प्रभावित करती हैं जैसे उंगलियों का अगला भाग, फेफड़े, गुर्दे, हृदय, दांत, पाचन प्रणाली और यौन क्रियाएं आदि।
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