मायोकार्डिटिस क्यों होता है?
अक्सर मायोकार्डिटिस के कारण का पता नहीं लग पाता। वैसे तो मायोकार्डिटिस के कई संभावित कारण हो सकते हैं, लेकिन उनसे मायोकार्डिटिस विकसित होने की संभावना काफी कम होती है।
वायरस - कई वायरस हैं जो आमतौर पर मायोकार्डिटिस से जुड़े होते हैं, जिनमें एडीनोवायरस (Adenovirus), हेपेटाइटिस बी और सी वायरस, परवोवायरस (ये वायरस आमतौर पर बच्चों की त्वचा पर हल्के चकत्ते पैदा देते हैं) और हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस आदि शामिल हैं। (और पढ़ें - हेपेटाइटिस बी का इलाज)
इकोवायरस (गेस्ट्रोइंटेस्टिनल रोग), एप्सटीन बार वायरस (मोनोन्यूक्लिओसिस), रूबेला (जर्मन खसरा) आदि ये वायरस भी मायोकार्डिटिस का कारण बन सकते हैं। यह एचआईवी एड्स से ग्रस्त लोगों में भी आम होता है क्योंकि एचआईवी का कारण बनने वाले वायरस मायोकार्डिटिस का भी एक संभावित कारण बन सकता है। (और पढ़ें - इबोला वायरस के लक्षण)
बैक्टीरिया - ऐसे कई प्रकार के बैक्टीरिया हैं जो मायोकार्डिटिस का कारण बन सकते हैं, इनमें स्ट्रेप्टोकोकस (Staphylococcus), स्टैफिलोकोकस (Streptococcus), डिप्थीरिया पैदा करने वाले बैक्टीरिया और टिक-बोर्न बैक्टीरिया (Tick-borne bacterium) जो लाइम रोग (Lyme disease) का कारण बनते हैं।
इनमें पैरासाइटिस (परजीवी) - ट्रिपैनोज़ोमा क्रूजी (Trypanosoma cruzi) और टोक्सोप्लाज्मा (Toxoplasma) तरह के कुछ परजीवी हैं, जिनमें कीटों द्वारा फैलने वाले और चागस रोगों का कारण बनने वाले पैरासाइटिस भी शामिल हैं। यह बीमारी संयुक्त राज्य अमेरिका की तुलना में मध्य और दक्षिण अमेरिका में अधिक प्रचलित है, लेकिन दुनिया के अन्य क्षेत्रों से इन क्षेत्रों में घूमने वाले लोगों में भी यह रोग हो सकता है। (और पढ़ें - परजीवी संक्रमण के लक्षण)
फंंगी - यीस्ट संक्रमण, कैंडिडा जैसे कुछ प्रकार के फंगी जो पक्षियों के मल में पाए जाते हैं वे कभी-कभी मायोकार्डिटिस का कारण बन सकते हैं। यह विशेष रूप से उन लोगों में होता है जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है। (और पढ़ें - योनि में यीस्ट संक्रमण)
निम्न स्थितियों के संपर्क में आने से भी कभी-कभी मायोकार्डिटिस हो सकता है जैसे:
दवाएँ व अवैध नशीले पदार्थ जो एलर्जिक या विषाक्त प्रतिक्रिया पैदा कर देते हैं - इनमें कैंसर का उपचार करने वाली दवाएं एंटीबायोटिक, पेनिसिलिन और सल्फोनामाइड दवाएँ, मिर्गी की रोकथाम करने वाली दवाएँ और कोकेन जैसे नशीले पदार्थ आदि शामिल हैं। (और पढ़ें - मिर्गी के दौरे क्यों आते हैं)
केमिकल या रेडिएशन के संपर्क में आना - कुछ निश्चित प्रकार के केमिकल जैसे कार्बन मोनोक्साइड (Carbon monoxide) और विकिरणें (रेडिएशन) आदि भी मायोकार्डिटिस का कारण बन सकती हैं।
अन्य रोग - कुछ प्रकार के रोग भी हैं जो मायोकार्डिटिस का कारण बन सकती हैं जैसे लुपस, वेगनर्स ग्रैनुलोमाटोसिस (Wegener's granulomatosis), जाइंट सेल अर्टराइटिस (Giant cell arteritis) और टाकायासु अर्टराइटिस (Takayasu's arteritis) आदि शामिल हैं।
(और पढ़ें - बीमारी का इलाज)