हीमोफीलिया क्या है?
हीमोफीलिया एक बहुत ही कम होने वाला जेनेटिक (माता-पिता से बच्चों में होने वाला) रोग है। इस बीमारी में चोट लगने पर खून का थक्का नहीं जम पाता जिससे खून बहता ही रहता है। हीमोफीलिया होने के कारण खून में "क्लॉटिंग फैक्टर्स" (clotting factors: वह प्रोटीन जो खून के जमने में मदद करते हैं) की कमी हो जाती है।
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आपके शरीर में क्लॉटिंग फैक्टर्स के स्तर के हिसाब से हीमोफिलिआ ज़्यादा या कम हो सकता है। अगर आपके शरीर में क्लॉटिंग फैक्टर की थोड़ी ही कमी है तो रक्तस्त्राव सिर्फ किसी सर्जरी या ट्रॉमा के बाद होगा। अगर क्लॉटिंग फैक्टर बहुत कम मात्रा में हैं तो बार-बार कौन बहने की सम्भावना है।
हीमोफीलिया से बचा नहीं जा सकता क्योंकि ये बच्चों में माता-पिता से आता है। परीक्षण करते समय जेनेटिक टेस्टिंग और क्लॉटिंग फैक्टर का स्तर जांचने के लिए ब्लड टेस्ट किया जाता है। हीमोफीलिया का इलाज करते समय जो क्लॉटिंग फैक्टर कम होता जाता है उसे नए क्लॉटिंग फैक्टर के साथ बदला जाता है।