एच पाइलोरी क्या है?
एच पाइलोरी एक आम प्रकार के बैक्टीरिया होता है, इसको "ह पाइलोरी" भी कहा जाता है। एच पाइलोरी दुनिया के लगभग 60 प्रतिशत वयस्कों के पेट में पाया जाता है। एच पाइलोरी बैक्टीरिया आमतौर पर किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाता लेकिन कुछ मामलों में यह पेट व आंतों में संक्रमण पैदा कर देता है, जिससे आंतों व पेट में अल्सर बनने लगते हैं।
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एच पाइलोरी से क्या लक्षण होते हैं?
एच पाइलोरी से संक्रमित ज्यादातर लोगों में किसी प्रकार के लक्षण विकसित नहीं होते हैं। यदि एच पाइलोरी इन्फेक्शन से कुछ संकेत व लक्षण विकसित होते हैं, तो वे कुछ इस प्रकार हो सकते हैं:
- पेट में दर्द
- पेट खाली होने पर दर्द और बदतर हो जाना
- पेट में जलन
- जी मिचलाना
- कम भूख लगना
- बार-बार डकार आना (और पढ़ें - खट्टी डकार का इलाज)
- पेट फूलना
- शरीर का वजन कम होना (जिसके कारण का ना पता हो)
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एच पाइलोरी इन्फेक्शन क्यों होता है?
एच पाइलोरी से होने वाले इन्फेक्शन के सटीक कारण का अभी तक पता नहीं चल पाया है। एच पाइलोरी से संक्रमित व्यक्ति के थूक, उल्टी या मल आदि के संपर्क में आने से एच पाइलोरी का संक्रमण फैल सकता है। इसके अलावा ह पाइलोरी इन्फेक्शन दूषित भोजन या पानी से भी फैल सकता है।
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एच पाइलोरी इन्फेक्शन का इलाज कैसे किया जाता है?
परीक्षण के दौरान डॉक्टर मरीज व उसके परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य से जुड़ी पिछली स्थिति के बारे में पूछते हैं। यदि मरीज किसी प्रकार की दवा या सप्लीमेंट ले रहा है, तो डॉक्टर परीक्षण के दौरान उन सभी के बारे में पूछ लेते हैं।
इसके अलावा डॉक्टर अन्य कई प्रकार के टेस्ट भी कर सकते हैं, जिनके द्वारा परीक्षण की पुष्टि की जाती है, जैसे:
- शारीरिक परीक्षण
- खून टेस्ट
- स्टूल (मल) टेस्ट
- सांस टेस्ट
- एंडोस्कोपी टेस्ट
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यदि एच पाइलोरी बैक्टीरिया के कारण आपके पेट में इन्फेक्शन हो गया है, तो बैक्टीरिया को मारने के लिए और आपके पेट के इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए कुछ प्रकार की दवाएं लिखी जा सकती हैं। इलाज शुरू होने के 1 या 2 हफ्ते के बाद संक्रमण से राहत मिलने लग जाती है।
इसके अलावा डॉक्टर आपके लिए कुछ अन्य प्रकार की दवाएं भी लिख देते हैं, जैसे
- एंटीबायोटिक दवाएं, बैक्टीरिया को मारने के लिए
- एंटासिड्स, पेट में अम्लों की मात्रा को कम करने के लिए
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