डाइवर्टिक्युलाइटिस (विपुटीशोथ) क्या है
कोलोनिक डाइवर्टिक्युलाइटिस जठरांत्र पथ से संबंधित रोग है। इस स्थिति में पाचन प्रणाली में छोटी-छोटी थैलियां बनने लग जाती हैं, जिन्हें डाइवर्टिकुला कहा जाता है। अधिकतर मामलों में ये छोटी-छोटी थैलियां बड़ी आंत में विकसित होती हैं और इनमें सूजन आने पर विपुटीशोथ रोग विकसित हो जाता है। बैक्टीरिया आदि के कारण इंफेक्शन होने पर विकसित होने वाली समस्या को भी कोलोनिक डाइवर्टिक्युलाइटिस विकसित हो सकता है।
अधिकतर मामलों में देखा गया है यह रोग विशेष रूप से 40 साल की उम्र के बाद ही विकसित होता है। 20वीं शताब्दी से पहले यह एक दुर्लभ रोग था, लेकिन समय के साथ-साथ इसके मामले भी अधिक देखे गए हैं। आजकल पश्चिमी देशों के कई हिस्सों में यह रोग काफी आम हो गया है। यदि कोलोनिक डाइवर्टिक्युलाइटिस का समय पर इलाज न किया जाए, तो यह स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।