ब्रेन ट्यूमर का इलाज किस बात पर निर्भर करता है?
ब्रेन ट्यूमर का उपचार निम्न बातों पर निर्भर करता है -
- ट्यूमर का प्रकार
- मस्तिष्क में ट्यूमर कहां है
- उसका आकार
- वह कितना फैल चुका है
- कोशिकाएं कितनी असामान्य हैं
- आपके स्वास्थ्य व फिटनेस का स्तर कैसा है
ब्रेन ट्यूमर का इलाज के क्या विकल्प हैं?
ब्रेन ट्यूमर के इलाज के लिए सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी या केमोथेरपी की जा सकती है। आपके डॉक्टर निर्धारित करेंगे की आपके लिए इनमें से कौन सा उपचार उचित है। इसके आलावा जीवन में सुधार और लक्षणों को कम करने के लिए दवाएं और अन्य उपचार उपलब्ध हैं।
सर्जरी
यदि ब्रेन ट्यूमर किसी ऐसे स्थान पर स्थित हो जहां ऑपरेशन करना आसान हो, तो आपके सर्जन ज्यादा से ज्यादा ट्यूमर को हटाने कोशिश करेंगे। ऊपर बताई बातों के आधार पर सर्जन तय करेंगे कि सर्जरी से ट्यूमर पूरा, थोड़ा या बिलकुल नहीं निकाला जा सकता। ब्रेन ट्यूमर के कुछ हिस्से को हटाने से भी लक्षण कम हो सकते हैं।
ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी में कुछ जोखिम होते हैं जैसे ब्लीडिंग या इन्फेक्शन होना। अपने सर्जन से इनके बारे में चर्चा अवश्य करें।
विकिरण चिकित्सा (रेडिएशन थेरेपी)
विकिरण चिकित्सा में उच्च ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाता है, जैसे ट्यूमर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए एक्स-रे का प्रयोग करना। विकिरण चिकित्सा आपके शरीर के बाहर से दी जा सकती है ("एक्सटर्नल बीम रेडिएशन") या कुछ दुर्लभ मामलों में, रेडिएशन आपके शरीर के अंदर ट्यूमर के नजदीक रखी जा सकती है ("ब्रैकीथेरेपी")।
विकिरण चिकित्सा का दुष्प्रभाव इस प्रक्रिया में दी गई विकिरण के प्रकार और मात्रा पर निर्भर करता है। विकिरण के दौरान या तुरंत बाद होने वाले दुष्प्रभावों में थकान, सिरदर्द और सिर की त्वचा में जलन होना शामिल है।
कीमोथेरपी
ट्यूमर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए कीमोथेरेपी का उपयोग किया जाता है। कीमोथेरेपी की दवाओं को गोली के रूप में या रक्त वाहिका में इंजेक्शन के माध्यम से लिया जा सकता है। कीमोथेरेपी में कई तरह की दवाएं उपलब्ध हैं, जिनको कैंसर के प्रकार के आधार पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
कीमोथेरेपी के दुष्प्रभाव आपके द्वारा ली गई दवाओं के प्रकार और खुराक पर निर्भर करते हैं। कीमोथेरेपी मितली, उल्टी और बालों के झड़ने का कारण बन सकती है।
ब्रेन ट्यूमर के अन्य उपचार
लक्षण कम करने के लिए उपचार
"पॉलीएटीव केयर" लक्षणों को कम करने, जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने व रोगी और उसके परिवार की सहायता करने का काम करता है। पॉलीएटीव केयर में दवाएं, पोषण संबंधी परिवर्तन, विश्राम से जुड़ी तकनीकें, भावनात्मक रूप से मजबूती व अन्य उपचार शामिल हैं। चाहे किसी भी प्रकार का कैंसर हो या रोगी की उम्र कुछ भी हो, पॉलीएटीव केयर हर कैंसर के रोगी के लिए किया जा सकता है।
पॉलीएटीव केयर जल्दी शुरू किया जाये, उतना बेहतर होता है। अक्सर ट्यूमर का इलाज और इसके साइड इफेक्ट को कम करने के लिए पॉलीएटीव केयर एक साथ दी जाती है। वास्तव में ऐसे व्यक्तियों के लक्षण कम गंभीर होते हैं, उनके जीवन की गुणवत्ता अधिक होती है और वह इलाज से अपने आप को दधिक संतुष्ट बताते हैं।
अन्य दवाएं
ब्रेन ट्यूमर के कुछ लक्षण बेहद गंभीर होते हैं जिससे रोगी के जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है। इन लोगों में ऐसे लक्षणों को मैनेज करने के लिए कुछ दवाइयां उपलब्ध हैं -
- मस्तिष्क में सूजन कम करने के लिए कॉर्टिकोस्टेरोइड्स नामक दवा का इस्तेमाल किया जाता है। इनको लेने से सूजन से होने वाला दर्द भी कम होता है, और पेन किलर लेने की जरुरत नहीं पड़ती। ये दवाएं ट्यूमर के दबाव को कम करने व मस्तिष्क के स्वस्थ ऊतकों में सूजन से होने वाले न्यूरोलॉजिकल लक्षणों को कम करने में मदद करती हैं।
- दौरे पड़ने की स्थिति में एंटी-सीज़र दवाएं आपकी मदद कर सकती हैं।