चर्ग-स्ट्रॉस सिंड्रोम क्या है?
चर्ग-स्ट्रॉस सिंड्रोम (सीएसएस) को 1951 में, चर्ग और स्ट्रॉस द्वारा अस्थमा और टिस्यु इस्नोफीलिया के मरीजों में होने वाली एक दुर्लभ बीमारी के रूप में वर्णित किया गया था। डॉक्टर इसको चर्ग-स्ट्रॉस वस्क्यूलिटिस (वाहिकाशोथ), पोलीएंजाइटिस (इजीपीए) के साथ इओसिनोफिलिक ग्रेन्युलोमेटोसिस और एलर्जी एंजाइटिस भी कहते हैं।
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चर्ग-स्ट्रॉस सिंड्रोम के लक्षण क्या हैं?
चर्ग-स्ट्रॉस सिंड्रोम वस्क्यूलिटिस के कई रूपों में से एक है। रक्त वाहिकाओं की सूजन वस्क्यूलिटिस रोग की विशेषता है। चर्ग-स्ट्रॉस सिंड्रोम, विशेष रूप से, अस्थमा या एलर्जी के इतिहास वाले रोगियों में होता है। इस बीमारी से फेफड़े, त्वचा, नसों, और पेट की रक्त वाहिकाओं में सूजन होती है। चर्ग-स्ट्रॉस सिंड्रोम का असर छोटी धमनियों और नसों जैसी रक्त वाहिकाओं पर होता है।
चर्ग-स्ट्रॉस सिंड्रोम क्यों होता है?
चर्ग-स्ट्रॉस सिंड्रोम एक बेहद दुर्लभ बीमारी है। यह छोटी और मध्यम आकार की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकती है। यह अक्सर आपकी नाक, साइनस, फेफड़ों, हार्ट, आंतों और नसों को प्रभावित करती है। इस रोग से पीड़ित लोगों में से लगभग आधे या दो तिहाई में, सूजन गुर्दे, मांसपेशियों या जोड़ों को भी प्रभावित कर सकती है।
चर्ग-स्ट्रॉस सिंड्रोम के लक्षणों में बुखार, कमजोरी महसूस होना, थकान (अस्वस्थता), भूख न लगना (एनोरेक्सिया), वजन घटना और मांसपेशियों में दर्द (मायलजिया), फ्लू जैसे सामान्य लक्षण शामिल हैं। प्रभावित विशिष्ट अंग तंत्रों के आधार पर अन्य लक्षण और निष्कर्ष अलग-अलग हो सकते हैं। चर्ग-स्ट्रॉस सिंड्रोम कई अंग प्रणालियों या ऑर्गन सिस्टम्स को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इसके विशिष्ट लक्षण प्रत्येक मामले में काफी अलग-अलग हो सकते हैं।
चर्ग-स्ट्रॉस सिंड्रोम को तीन अलग-अलग चरणों प्रोड्रोमल, इओसिनोफिलिक और वस्क्यूलिटिक के रूप में विभाजित किया जाता है। हालांकि ये बीमारी इन चरणों में क्रमिक रूप से हो भी सकती है या नहीं भी हो सकती है। कुछ प्रभावित व्यक्तियों में सभी तीन चरणों का विकास नहीं होता है।
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चर्ग-स्ट्रॉस सिंड्रोम का इलाज कैसे होता है?
उचित उपचार के द्वारा चर्ग-स्ट्रॉस सिंड्रोम को सफलतापूर्वक प्रबंधित किया जा सकता है। उचित उपचार के बिना, शरीर के विभिन्न अंगों को गंभीर नुकसान हो सकता है। इसके कारण रोगी की जान जोखिम में डालने वाली जटिलताओं की भी आशंका हो सकती है।
यद्यपि, चुर्ग-स्ट्रॉस सिंड्रोम का सटीक कारण अज्ञात है, लेकिन कई शोधकर्ता संकेत देते हैं कि प्रतिरक्षा प्रणाली की असामान्य कार्यप्रणाली इसके होने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
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