उम्र बढ़ने के साथ बाल सफेद होना एक प्राकृतिक बदलाव है। हालांकि, मौजूदा समय में प्रदूषण और अन्य हार्मोनल कारणों से भी बालों के सफेद होने की समस्या देखने को मिल रही है। चिकित्सकीय भाषा में बालों के सफेद होने की प्रक्रिया को कैनिटाइस कहते हैं। महिला और पुरुष दोनों में ही यह समस्या देखने को मिलती है। पुरुषों में यह समस्या कलमों से शुरू होकर धीरे-धीरे पूरे सिर पर होने लगती है, वहीं महिलाओं में सिर के मध्य और उसके आसपास बाल सफेद होने शुरू होते हैं।
क्या आप बालों के सफेद होने के कारण जानते हैं? आज हम आपको बताएंगे बाल असल में सफेद क्यों हो जाते हैं, साथ ही समय से पहले होने वाली यह समस्या किन बीमारियों की ओर इशारा करती है?
कम उम्र में बालों को सफेद होने से बचाने के टिप्स
बालों का सफेद होना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो आपकी उम्र के अनुसार होती है। बालों में मेलेनिन का उत्पादन उम्र के साथ कम हो जाता है। ऐसे में उम्र बढ़ने के साथ-साथ बालों के सफेद होने की प्रक्रिया भी होती रहती है।
समय से पहले बालों का सफेद होना एक ऐसी समस्या है जो कई लोगों में सामने आती है, लेकिन इसका कोई विशेष कारण नहीं है। यह आनुवंशिक कारकों, विटामिन और प्रोटीन जैसे पोषक तत्वों की कमी, हाइपोथायरायडिज्म, विटिलिगो आदि के चलते हो सकता है। कई अध्ययनों में पाया गया है कि तनाव या कुछ दवाओं का सेवन भी इस समस्या का कारण हो सकता है। पोषक तत्वों का सेवन और स्वस्थ जीवन शैली का अपनाकर आप इस समस्या को रोक सकते हैं।
सारांश
बालों का सफेद होना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो उम्र बढ़ने के साथ होती है। उम्र के साथ बालों में मेलेनिन का उत्पादन कम हो जाता है। इसलिए, जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है, वैसे-वैसे बाल सफेद होते जाते हैं। वहीं, समय से पहले बालों का सफेद होना ऐसी समस्या है, जिसका कई लोगों को सामना करना पड़ता है, लेकिन इसका कोई एक सामान्य कारण नहीं है। यह आनुवंशिक कारकों, विटामिन और प्रोटीन जैसे पोषक तत्वों की कमी, पहले से मौजूद स्वास्थ्य स्थितियों जैसे हाइपोथायरायडिज्म, विटिलिगो, तनाव या कुछ दवाओं के उपयोग के कारण हो सकता है। ऐसे में अच्छी डाइट और स्वस्थ जीवनशैली के जरिए बालों को समय से पहले सफेद होने से रोका जा सकता है।