साल्विया हिस्पैलिका (चिया) के पौधे के बीज सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं। इसके बीज अंडाकार होते हैं और इन्हें चिया के बीज के नाम से जाना जाता है। छोटे से दिखने वाले ये चिया के बीज एनर्जी से भरपूर होते हैं। यहां तक कि इसका नाम ही प्राचीन मायन के उस शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ मजबूती एवं ताकत है।
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इतिहासकारों के अनुसार सबसे पहले मैक्सिको और ग्वाटेमाला में चिया के बीजों की खेती एज़्टेक जनजाति द्वारा की गई थी। इन अमेरिकी भारतीय जनजातियों में चिया के बीजों के एनर्जी प्रदान करने वाले गुणों के कारण पवित्र माना जाता था और एज़्टेक पंडितों को इन्हें दक्षिणा के रूप में दिया जाता था।
वर्तमान समय में दक्षिण अमेरिका, मध्य अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में चिया के बीजों की खेती की जाती है। चिया के बीजों का उपयोग एवं खेती लंबे समय से की जा रही है और इसके सेहत को कई तरह के फायदे भी मिलते हैं।
इन बीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है। इसके अलावा ये एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिंस और मिनरल्स से भी युक्त होते हैं। इसलिए चिया के बीज न केवल शरीर को पोषण प्रदान करते हैं बल्कि कई तरह के रोगों जैसे कि पाचन संबंधित विकरों, कार्डियोवस्कुलर रोग और हाइपरटेंशन से लड़ने में भी मदद करते हैं।
चिया के बीजों के बारे में तथ्य:
- वानस्पतिक नाम: साल्विया हिस्पैलिका
- कुल: लेबिएटी
- अन्य नाम: मैक्सिकन चिया या साल्बा चिया
- भौगोलिक विवरण: चिया के पौधे का मूल स्थान मैक्सिको और ग्वाटेमाला है। व्यावसायिक रूप से इसकी खेती अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, बोल्विया, इक्वाडोर, निकारागुआ, पेरु और संयुक्त राज्य में भी की जाती है।