प्राचीन काल से मुल्तानी मिट्टी त्वचा एवं बाल सम्बंधित समस्याओं का समाधान करने के लिए एक प्राकृतिक उपचार रही है। मुल्तानी मिट्टी सौंदर्य उद्योग में उपयोग की जाने वाली एक प्रमुख घटक है। हर्बल उत्पादों के निर्माता अक्सर त्वचा और बाल उत्पादों में इस प्राकृतिक संघटक का उपयोग करते हैं। मुल्तानी मिट्टी का नाम इसके जन्म स्थल के आधार पर रखा गया। यह मिट्टी मुल्तान, पकिस्तान में एक स्थान में पायी जाती है। मुल्तानी मिट्टी एक प्रकार की मिट्टी होती है जिसमें मैग्नीशियम, क्वार्ट्ज, सिलिका, लोहा, कैल्शियम, कैल्साइट और डोलोमाइट जैसे प्रभावी खनिज शामिल हैं। यह बाज़ार में ज्यादातर पाउडर के रूप में उपलब्ध है।

इसके अलावा, यह विभिन्न रंगों में आती है जैसे कि सफेद, हरी, नीली, भूरी या जैतून। प्रकृति ने हमारे बालों और त्वचा की समस्याओं का ख्याल रखने के लिए इस जादुई उत्पाद को प्रदान किया है। इसमें तेल-अवशोषण, सफाई और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो विभिन्न बाल और त्वचा की स्थितियों के उपचार में बहुत सहायक होते हैं।

  1. मुल्तानी मिट्टी के फायदे चेहरे और त्वचा के लिए - Multani Mitti ke fayde face aur skin ke liye in Hindi
  2. मुल्तानी मिट्टी फॉर हेयर - Multani Mitti ke Fayde for Hair in Hindi
  3. मुल्तानी मिट्टी के नुकसान - Multani Mitti Side Effects in Hindi

मुल्तानी मिट्टी और गुलाब जल के फायदे करें त्वचा से अतिरिक्त तेल अवशोषित - Multani mitti for oily skin in Hindi

एक प्राकृतिक शोषक (absorbent) होने के नाते, मुल्तानी मिट्टी त्वचा से अतिरिक्त तेल निकालने के लिए इस्तेमाल की जा सकती है। यह त्वचा के छिद्र को खोल देती है और त्वचा के प्राकृतिक पी.एच. स्तर को संतुलित करती है। यह आमतौर पर एक घरेलू फेस पैक के रूप में प्रयोग की जाती है।

इसे बनाने और इस्तेमाल करने का तरीका - 

  • मुल्तानी मिट्टी, गुलाब जल और चंदन के पाउडर को बराबर मात्रा में मिलाएं।
  • इस मिश्रण को चेहरे पर एक फेस-पैक की तरह लगा लें। 
  • इसे स्वाभाविक रूप से सूखने दें और फिर गुनगुने पानी से धो लें।
  • बहुत तेलीय त्वचा के लिए यह प्रक्रिया रोजाना दोहराएं और मध्यम तेलयुक्त त्वचा के लिए हर हफ्ते दो या तीन बार दोहराएं।

(और पढ़ें - तेलीय और मुंहासों वाली त्वचा के लिए सबसे अच्छा है यह प्राकृतिक फेस वॉश)

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मुल्तानी मिट्टी के लाभ मृत त्वचा को हटाने में - Multani mitti ka use kare for dead skin cells in Hindi

मुल्तानी मिट्टी आपकी त्वचा से सूखे फ्लेक्स और गंदगी की परत उतारने में भी मदद करती है। आप मुल्तानी मिट्टी की मदद से चेहरे के लिए एक मॉइस्चराइजिंग मास्क तैयार कर सकते हैं, जो न केवल आपकी त्वचा को साफ करने में मदद करेगा अपितु इसे अच्छी तरह से मॉइस्चराइज भी कर देगा। सूखी त्वचा वाले लोगों के लिए यह उपाय अत्यधिक प्रभावी है।

इसे बनाने और इस्तेमाल करने का तरीका - 

  • मुल्तानी मिट्टी, शहद और ग्लिसरीन, प्रत्येक का एक चम्मच पेस्ट बनाने के लिए मिलाएं। 
  • अपने चेहरे पर पेस्ट को लगाएं, इसे स्वाभाविक रूप से सूखने दें और फिर गुनगुने पानी की सहायता से अच्छी तरह से धो लें। 
  • एक हफ्ते में एक बार इस फेस मास्क का प्रयोग करें।

मुल्तानी मिट्टी फेस पैक फॉर फेयरनेस - Multani mitti face pack for fairness in Hindi

मुल्तानी मिट्टी एक उत्कृष्ट सफाई एजेंट है जो आपकी त्वचा की रंगत को सुधारने में और उसमें एक नया निखार लाने में अत्यंत फलदायक है। 

इसे बनाने और इस्तेमाल करने का तरीका - 

  • अपनी त्वचा की रंगत में सुधार लाने के लिए दो चम्मच मुल्तानी मिट्टी में दही के दो बड़े चम्मच मिलाएं। इस मिश्रण को 30 मिनट के लिए छोड़ दें।
  •  इसमें एक चम्मच पुदीना का पाउडर मिलाएँ और अच्छी तरह से मिश्रण को फेंट लें। 
  • अपने चेहरे और गर्दन के क्षेत्र पर मिश्रण लगा लें। इसे 20 से 30 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर गर्म पानी से धो लें। 
  • अपनी त्वचा के रंग में अचंभित सुधार के लिए नियमित रूप से, सप्ताह में दो बार इस प्रक्रिया को करें।
  • यह पेस्ट हाथ और पैर की रंगत में सुधार लाने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यह उपाय टैनिंग के लिए समान रूप से उपयोगी है। 

(और पढ़ें - चेहरे की टैनिंग हटाने का घरेलू उपाय)

मुल्तानी मिट्टी फॉर एक्ने - Multani mitti for acne in Hindi

यदि आप मुँहासों से परेशान हैं, तो फुलर अर्थ निश्चित रूप से आपकी समस्या को हल कर सकती है। यह बंद पोर्स से मुक्ति पाने में मदद करती है और अतिरिक्त तेल स्राव को कम करती है, जो मुँहासों के दो मुख्य कारण हैं।

इसे बनाने और इस्तेमाल करने का तरीका - 

  • दो चम्मच फुलर अर्थ, एक चम्मच नीम के पत्तों का पेस्ट और एक मोटा पेस्ट बनाने के लिए पर्याप्त गुलाब जल मिला लें।
  • वैकल्पिक रूप से, एक चुटकी कपूर डाल सकते हैं। प्रभावित क्षेत्र पर पेस्ट को लगा लें। इसे 15 मिनट के लिए छोड़ दें, और फिर इसे सादे पानी से धो लें।
  • अब अपनी त्वचा को नर्म तौलिए से सुखा लें और हल्के मॉइस्चराइज़र को लगा लें। अपनी त्वचा को मुँहासे मुक्त रखने के लिए सप्ताह में एक बार इस उपाय को करें।

मुल्तानी मिट्टी का प्रयोग बनाये त्वचा की लचक को बेहतर - Multani mitti ke fayde for skin elasticity in Hindi

उम्र के कारण ढीली होती त्वचा एक सामान्य समस्या है। परंतु आप इसे लेकर चिंतित न हों, नहीं तो आपकी त्वचा की लचक और भी कम हो जायेगी। इस समस्या के हल के लिए आप मुल्तानी मिट्टी पर विश्वास कर सकते हैं। यह आपकी त्वचा की खोयी हुई लचक लाने के साथ-साथ उसे चिकना और टाइट भी बना देती है।

(और पढ़ें - अपनी त्वचा से उम्र के प्रभाव को दूर करने के तरीके)

इसे बनाने और इस्तेमाल करने का तरीका - 

  • अपनी त्वचा की लचक में सुधार लाने के लिए मुल्तानी मिट्टी, ग्लिसरीन और शहद, प्रत्येक का एक चम्मच एक चिकना पेस्ट बनाने के लिए मिलाएं।
  • इस पेस्ट में फेंटा हुआ एक सफ़ेद अंडा भी मिलाएं। 
  • अपने चेहरे पर इस पेस्ट को कोमल हाथों से लगा लें।
  • जब तक पेस्ट प्राकृतिक तरीके से सूख ना जाए, अपने चेहरे की एक भी मांसपेशी को हिलाने से बचें।
  • फिर इसे गुनगुने पानी के साथ धो लें। एक सप्ताह में एक बार इस उपाय को करें।

मुल्तानी मिट्टी के गुण घाव का निशान हटाने में हैं फलदायक - Fuller's earth for scars in Hindi

मुल्तानी मिट्टी घाव के निशान, छोटे-मोटे जले हुए निशान या किसी अन्य प्रकार के निशान को काफी हद तक कम कर सकती है।

इसे बनाने और इस्तेमाल करने का तरीका - 

  • घाव व जले हुए निशाँ को अदृश्य करने करने के लिए मुल्तानी मिट्टी, विटामिन ई तेल और नींबू का रस, प्रत्येक का आधा चम्मच अच्छी तरह से मिला लें। 
  • निशान पड़े हुए क्षेत्र पर इस मिश्रण को हलके हाथों से लगा लें।
  •  20 मिनट के लिए इसे लगा कर छोड़ दें और फिर पानी से धो लें।
  •  इस प्रक्रिया का अनुसरण हफ्ते में एक या दो बार तब तक करें जब तक निशान दूर न हो जाए। 

(और पढ़ें - विटामिन ई के बेमिसाल फायदे त्वचा के लिए)

मुल्तानी मिट्टी का उपयोग थके हुए हाथ व पैरों को दे आराम - Multani mitti ka upyog for tired limbs in Hindi

जब आपके हाथ या पैर थके हुए हों या फिर उन पर चोट लगी हो, राहत पाने के लिए आप मुल्तानी मिट्टी के पेस्ट का उपयोग कर सकते हैं। मुल्तानी मिट्टी रक्त के संचालन को उत्तेजित कर देती है और चंद मिनटों में आपको कम थका हुआ महसूस होता है। रक्त का बढ़ा हुआ संचलन ना केवल आपकी थकावट को दूर करता है, अपितु यह ह्रदय, मांसपेशियों और पूरे शरीर में धमनियों को भी लाभ पहुंचाता है। 

(और पढ़ें - थकान दूर करने के लिए क्या खाएं)

इसे बनाने और इस्तेमाल करने का तरीका - 

  • थकावट को दूर भगाने के लिए मुल्तानी मिट्टी का पेस्ट बनाने के लिए उसमें पर्याप्त पानी मिलाएं। 
  • प्रभावित शरीर के अंगों पर इस पेस्ट को हलके हाथों से लगाएं। 
  • इसे सूखने दें और फिर गुनगुने पानी से धो लें। सप्ताह में एक बार या एक महीने में कुछ बार इस उपाय का प्रयोग करें। 

(और पढ़ें – थकावट दूर करने के उपाय)

फुलर अर्थ का उपयोग दिलाये रूसी से छुटकारा - Multani mitti hair pack for dandruff in Hindi

कई वर्षों से लोग रूसी के इलाज के लिए मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल करते आ रहे हैं। यह तेल, ग्रीज़ और गंदगी को सोख लेता है, जो रूसी के प्रमुख कारक हैं। इसके अलावा, यह सिर में रक्त परिसंचरण को बढ़ावा देता है जो कि सिर को साफ और फ्लेक्स से मुक्त रखने के लिए आवश्यक है। 

(और पढ़ें - बालों से रूसी हटाने के उपाय)

रुसी-मुक्त बाल पाने के लिए निम्नलिखित उपाय का अनुसरण करें -

  1. बराबर मात्रा में नारंगी के छिलके का पाउडर और मुल्तानी मिट्टी मिलाकर एक हेयर पैक बना लें। इसे अपने सिर की त्वचा और बालों पर लगा लें। 20 मिनट के लिए इस पैक को अपने बालों पर लगा ही छोड़ दें और फिर पानी से धो लें। अपने बालों को धोने के लिए हल्के शैम्पू का उपयोग करें। इस घरेलू उपचार का उपयोग सप्ताह में एक या दो बार रूसी को कम करने के लिए प्रभावी ढंग से करें।
  2. चार चम्मच मुल्तानी मिट्टी, दो चम्मच नींबू का रस, दो चमच्च शहद और डेढ़ कप सादे दही का एक मिश्रण तैयार कर लें। आप इसमें पानी की कुछ बूंदें भी मिला सकते हैं। इसे अपने बालों और सिर की त्वचा पर लगा लें और धोने से पहले 20 मिनट के लिए छोड़ दें। अंत में, शैम्पू और कंडीशनर की मदद से अपने बालों को अच्छे से धो लें। इस प्रक्रिया को सप्ताह में एक या दो बार दोहराएं।

मुल्तानी मिट्टी हेयर पैक करे दो मुहे बालों से बचाव - Use multani mitti for split ends in Hindi

अपने बालों को मॉइस्चराइज रखने और दो-मुंहे बाल को अलविदा कहने के लिए आपको बस समय-समय पर मुल्तानी मिट्टी से अपने बालों को धोना है। क्योंकि यह संचलन को उत्तेजित करती है, इससे आपके बाल चिकने और चमकदार तो बन ही जाएंगे, साथ ही यह बाल विकास को बढ़ावा देगी।

(और पढ़ें - दोमुंहे बालों का आसान इलाज हैं यह देसी नुस्खे)

यदि आपके बाल पहले से ही दो मुंहे बालों का शिकार बन चुके हैं, तो गर्म जैतून का तेल पहले बालों में लगाएँ और फिर मुल्तानी मिट्टी और दूध के मिश्रण से अपने बालों को धो लें। अगले दिन, एक हल्के शैम्पू की मदद से अपने बालों को धो लें। सप्ताह में एक या दो बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।

क्या मुल्तानी मिट्टी के कोई दुष्प्रभाव ही होते हैं? - यह वो एक प्रश्न है जो अधिकतम लोग पूछना चाहते हैं। चूँकि मुल्तानी मिट्टी एक प्राकृतिक औषधि की तरह है, इसके कोई दुष्प्रभाव नहीं हैं। परंतु इसका इस्तेमाल करने से पहले कुछ बाते हैं जिनका ज्ञान आपको होना चाहिए, जो निम्नलिखित हैं:-

  • मुल्तानी मिट्टी आतंरिक खपत योग्य नही है।
  • मुल्तानी मिट्टी सूखी या सेंसिटिव त्वचा के लिए अच्छी नहीं मानी जाती है। इससे आपकी त्वचा सूखी व बेजान बन सकती है। परंतु ख़ुशी की बात तो यह है कि इस दुष्प्रभाव को कम करने का एक उपाय भी है। आप इसके इस दुष्प्रभाव से बचने के लिए मुल्तानी मिट्टी में बादाम का दूध मिला सकते हैं।
  • क्योंकि यह ठंडी प्रवृति की होती है, इसके इस्तेमाल से आपको श्वसन प्रणाली सम्बंधित विकार ग्रस्त कर सकते हैं। इसलिए जब आपको सर्दी-खाँसी आदि हो, जितना संभव हो सके उतना इसके उपयोग से बचें।

संक्षेप में, मुल्तानी मिट्टी आपकी त्वचा को स्वस्थ करने और बालों को पोषण प्रदान करने में बेहद मददगार है, इसलिए आपको ब्यूटी पार्लर में अपनी मेहनत से अर्जित धन खर्च करने की आवश्यकता नहीं है। आपको बस ऊपर बताई बातों व सावधानियों का ध्यान रखना है और इस चमत्कारी प्राकृतिक देन का इस्तेमाल अपने सौंदर्य में चार चाँद लगाने के लिए करना है। अगली बार जब आप सौंदर्य उत्पादों के लिए खरीदारी कर रहे हों तो मुल्तानी मिट्टी खरीदना ना भूलें।


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें मुल्तानी मिट्टी है

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