टेंशन - Tension in Hindi

Dr. Ayush PandeyMBBS,PG Diploma

June 20, 2018

February 02, 2024

टेंशन
टेंशन

टेंशन क्या होती है?

मानसिक टेंशन, तनाव जैसी स्थिति होती है हलांकि, टेंशन से ग्रस्त लोगों को अत्यधिक चिंता और अनिश्चिता महसूस होती है। टेंशन एक व्यक्तिगत समस्या हो सकती है, जैसे - काम की टेंशन। आमतौर पर टेंशन तब होती है जब व्यक्ति अपनी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए परिश्रम करता है। यह ज़रूरतें पैसों, काम, रिश्तों और अन्य स्थितियों से सम्बंधित हो सकती हैं।

मानसिक टेंशन को दिमाग की समस्या माना जाता है और ऐसा समझा जाता है कि यह शरीर से सम्बंधित नहीं होती, लेकिन मानसिक टेंशन से शारीरिक समस्याएं भी हो सकती हैं। स्ट्रेस से ग्रस्त लोगों को पेट दर्द, मांसपेशियों में ऐंठन और जोड़ों में दर्द जैसी शारीरिक समस्याएं होती हैं।

(और पढ़ें - जोड़ों में दर्द के घरेलू उपाय)

इसके इलाज के लिए योग, व्यायाम और ध्यान लगाना जैसी तकनीकों का उपयोग किया जाता है। कुछ मामलों में दवाओं और व्यवहार थेरेपी का उपयोग भी किया जा सकता है।

लम्बे समय तक टेंशन रहने से प्रतिरक्षा सम्बन्धी समस्याएं हो सकती हैं, जिससे अन्य स्वास्थ समस्याएं होती हैं।

(और पढ़ें - रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ायें)

टेंशन के लक्षण - Tension Symptoms in Hindi

टेंशन के लक्षण क्या होते हैं?

टेंशन की सबसे खतरनाक बात होती है कि यह आसानी से आपको प्रभावित कर देती है और आपको यह सामान्य लगने लगती है। बहुत अधिक प्रभावित करने के बाद भी आप इस पर ध्यान नहीं देते। इसीलिए, टेंशन के सामान्य लक्षणों के बारे में जानना महत्वपूर्ण है।

  • मानसिक लक्षण
  1. याददाश्त की समस्याएं (और पढ़ें - कमजोर याददाश्त)
  2. ध्यान केंद्रित न कर पाना
  3. निर्णय लेने में समस्याएं
  4. केवल नकारात्मक चीज़ें देखना
  5. बेचैन रहना
  6. चिंतित रहना
  • भावनात्मक लक्षण
  1. डिप्रेशन और दुखी रहना (और पढ़ें - डिप्रेशन का इलाज)
  2. चिंता और व्याकुलता
  3. मूड बदलना, चिड़चिड़ापन और गुस्सा (और पढ़ें - गुस्सा कैसे कम करें)
  4. घबराहट महसूस करना (और पढ़ें - घबराहट के लक्षण)
  5. अकेलापन महसूस करना
  6. अन्य मानसिक और स्वास्थ समस्याएं

(और पढ़ें - मानसिक रोग के उपाय)

  • शारीरिक लक्षण
  1. दर्द
  2. दस्त और कब्ज
  3. मतली और चक्कर आना
  4. छाती में दर्द और दिल की धड़कन तेज होना
  5. सेक्स करने की इच्छा में कमी (और पढ़ें - कामेच्छा बढ़ाने के उपाय)
  6. बार-बार ज़ुकाम और फ्लू होना

(और पढ़ें - बदन दर्द का इलाज)

  • व्यावहारिक लक्षण
  1. कम या ज़्यादा खाना
  2. बहुत अधिक या बहुत कम सोना (और पढ़ें - उम्र के हिसाब से एक दिन में कितने घंटे सोना चाहिए)
  3. दूसरे लोगों से दूरी बनाना
  4. अपनी ज़िम्मेदारियों को टालना या उन्हें नज़रअंदाज़ करना
  5. खुद को आराम देने के लिए शराब, सिगरेट और ड्रग्स का उपयोग करना (और पढ़ें - नशे की लत)
  6. बेचैनी के लक्षण अनुभव करना, जैसे नाखून चबाना और जल्दी-जल्दी चलना

डॉक्टर को कब दिखाएं?

अगर आपको यह स्पष्ट नहीं है कि आपके लक्षणों का कारण तनाव ही है, तो अपने डॉक्टर के पास जाएं। वह आपकी अन्य समस्याओं की जांच कर सकते हैं। आप एक सलाहकार या थेरेपिस्ट के पास भी जा सकते हैं जो आपके तनाव के कारण और उससे निकलने के उपाय बताएंगे।

अगर आपको छाती में दर्द है, खासकर अगर दर्द किसी शारीरिक गतिविधि के दौरान होता है और उसके साथ सांस फूलना, पसीना आना, चक्कर आना, मतली और कन्धों व हाथों की तरफ फैलने वाला दर्द जैसे लक्षण होते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर के पास जाएं। यह केवल टेंशन के नहीं बल्कि हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं।

(और पढ़ें - हार्ट अटैक का इलाज)

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टेंशन के कारण और जोखिम कारक - Tension Causes & Risk Factors in Hindi

टेंशन क्यों होती है?

टेंशन आमतौर पर जीवन में हुई किसी घटना के कारण ही होती है और फिर ठीक भी हो जाती है। इसके कुछ सामान्य कारण निम्नलिखित हैं -

  • बेरोज़गारी
  • काम का बोझ
  • रिटायर होना
  • तलाक
  • रिश्तों में समस्याएं
  • परिवार के सदस्यों की देखभाल करने की जिम्मेदारी
  • घर बदलना
  • पड़ोसियों से अनबन
  • कोई बीमारी
  • किसी प्रिय की मृत्यु
  • पैसों की समस्याएं

ड्रग्स और दवाएं

उत्तेजित करने वाले पदार्थों से युक्त ड्रग्स से टेंशन के लक्षण और बढ़ सकते हैं। कैफीन, अवैध ड्रग्स (जैसे - कोकेन) और शराब पीने से भी टेंशन के लक्षण बिगड़ सकते हैं।

निम्नलिखित डॉक्टर द्वारा दी जाने वाली दवाओं से भी लक्षण बिगड़ सकते हैं -

टेंशन के जोखिम कारक क्या होते हैं ?

टेंशन होने के जोखिम कारक निम्नलिखित हैं -

  • अपने रहने की जगह (घर,शहर या देश) बदलना
  • एक नए स्कूल या ऑफिस में जाना
  • बीमारी या चोट लगना
  • परिवार के किसी सदस्य या दोस्त को कोई बीमारी होना या चोट लगना
  • परिवार के किसी सदस्य या दोस्त की मृत्यु
  • शादी करना
  • बच्चे पैदा करना (और पढ़ें - प्रेग्नेंट होने का तरीका)

टेंशन से बचाव - Prevention of Tension in Hindi

टेंशन से बचाव कैसे होता है ?

अगर आपको टेंशन के लक्षण हैं, तो निम्नलिखित तरीकों से आप इसके लक्षणों से आराम पा सकते हैं -

  • रोज़ाना शारीरिक व्यायाम करें (और पढ़ें - व्यायाम करने का सही समय)
  • गहरी सांस लें, मेडिटेशन व योग करें और मसाज लें
  • मज़ाक के मूड में रहें
  • परिवार के सदस्यों और दोस्तों के साथ रहें
  • अपने शौक के लिए समय निकालें, जैसे - किताब पढ़ना या गाने सुनना
  • टेंशन को कम करने के तरीके ढूंढें
  • पर्याप्त नींद लें और स्वस्थ व संतुलित आहार लें (और पढ़ें - नींद न आना)
  • तम्बाकू, अत्यधिक कैफीन व शराब और अवैध ड्रग्स न लें

(और पढ़ें - शराब छुड़ाने के उपाय)

टेंशन का इलाज - Tension Treatment in Hindi

टेंशन का इलाज कैसे होता है ?

कई लोग लम्बे समय से चल रही टेंशन की समस्या के लिए मानसिक चिकित्सा लेते हैं। इसके लिए थेरेपी, मसाज, व्यायाम और कुछ दवाओं से टेंशन के लक्षण ठीक किए जा सकते हैं।

  • मैडिटेशन करें
    रोज़ाना कुछ समय मैडिटेशन करने से चिंता के लक्षण कम हो सकते हैं। ज़मीन पर सीधे बैठें और ऑंखें बंद रखें। एक हाथ को अपने पेट पर रखें और मंत्र पढ़ें और कोशिश करें कि आपका ध्यान न भटके।
     
  • सरल प्राणायाम करें
    काम से पांच मिनट का आराम लें और गहरी सांसें लें। ऑंखें बंद करके सीधे बैठें और अपना एक हाथ पेट पर रखें। अपनी नाक से धीरे सांस लें और उसे महसूस करें, फिर मुंह से सांस छोड़ें। (और पढ़ें - प्राणयाम के फायदे)
     
  • दोस्तों से बात करें
    अपने दोस्तों से मिलें और उनसे अपनी बातें शेयर करें। ऐसा करने से आपको टेंशन कम महसूस होगी।
     
  • दबाव कम करें
    अपनी गर्दन और कन्धों के आसपास दस मिनट के लिए एक गर्म कपडा रखें। अपनी ऑंखें बंद करें और अपने चेहरे, गर्दन, छाती के ऊपरी भाग और पीठ की मांसपेशियों को आराम दें। कपडा हटाएँ और किसी छोटी गेंद या मसाजर से अपनी मसाज करें।
     
  • मज़ाक के मूड में रहें
    हसने से न सिर्फ मूड अच्छा होता है, लेकिन इससे टेंशन भी कम होती है। वीडियो देखें, कॉमिक पढ़ें और ऐसे व्यक्ति से बात करें जो मज़ाक करता है।
     
  • गाने सुनें
    शोध से पता चलता है कि आराम देने वाले गाने सुनने से ब्लड प्रेशर कम होता है, दिल की धड़कन सही होती है और चिंता से आराम मिलता है।
     
  • व्यायाम करें
    किसी भी प्रकार के व्यायाम, जैसे - योग और टहलने से डिप्रेशन और चिंता में आराम मिलता है। थोड़ी देर बाहर टहलने जाएं, सीढ़ियां चढ़ें व उतरें और कुछ सामान्य व्यायाम करें। अगर आपको इन तरीकों से आराम नहीं मिल रहा है, तो एक विशेषज्ञ से मदद लें। (और पढ़ें - पैदल चलने के फायदे)

    टेंशन को ठीक करने के कई तरीके हैं, आपके डॉक्टर मनोचिकित्सा का उपयोग करके आपके स्ट्रेस और टेंशन को ठीक कर सकते हैं।

    व्यवहार थेरेपी टेंशन को ठीक करने का एक प्रभावी तरीका है। इस तरीके से आप अपने नकारात्मक विचारों को पहचानते हैं और उन्हें सकारात्मक विचारों में बदलते हैं।
     
  • दवाएं
    टेंशन को कम करने के लिए डॉक्टर कुछ दवाओं का उपयोग कर सकते हैं। लेकिन यह दवाएं कुछ ही समय तक दी जाती हैं, ताकि रोगी को इनकी आदत न पड़ जाए।

टेंशन की जटिलताएं - Tension Complications in Hindi

टेंशन की जटिलताएं क्या होती हैं ?

लम्बे समय तक टेंशन की समस्या रहने से निम्नलिखित जटिलताएं हो सकती हैं -



संदर्भ

  1. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Stress
  2. National Health Service [Internet]. UK; Cognitive behavioural therapy (CBT).
  3. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Stress and your health
  4. Office of Disease Prevention and Health Promotion. Manage Stress. [Internet]
  5. National Center for Complementary and Integrative Health [Internet] Bethesda, Maryland; 5 Things To Know About Relaxation Techniques for Stress
  6. Substance Abuse and Mental Health Services Administration. Mental Health and Substance Use Disorders. U.S. Department of Health and Human Services [Internet]

टेंशन की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Tension in Hindi

टेंशन के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

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