नाक में दर्द के कई सामान्य और गंभीर कारण हो सकते हैं, जिनके बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है -
सेलुलाइटिस
सेलुलाइटिस एक बैक्टीरियल संक्रमण है, जो स्किन की गहरी परतों पर मौजूद होता है. नाक के अलावा यह शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है. आमतौर पर इसका असर सबसे ज्यादा पैरों, तलवों व चेहरे पर होता है.
यह स्थिति तब विकसित हो सकती है, जब शरीर में स्टैफिलोकोकस नामक बैक्टीरिया कट, खरोंच या फिर किसी स्किन इंफेक्शन की वजह से स्किन की दरारों से शरीर में प्रवेश कर जाता है. अगर यह संक्रमण नाक की परतों पर फैल जाए, तो नाक में दर्द हो सकता है.
(और पढ़ें - नाक साफ करने का तरीका)
एक्यूट वायरल साइनसिसिस
एक्यूट वायरल साइनसिसिटिस को साइनस इंफेक्शन भी कहा जाता है. यह समस्या तब होती है, जब वायरस चेहरे के साइनस कैविटीज को संक्रमित करते हैं. सामान्य सर्दी-जुकाम का कारण बनने वाले वायरस की वजह से ही साइनस की परेशानी बढ़ती है. साइनस इंफेक्शन की परेशानी बढ़ने पर खांसी, जुकाम, नाक में दर्द इत्यादि परेशानी हो सकती है. साथ ही इसके कारण नाक में दर्द व नाक का बहना इत्यादि लक्षण शामिल होते हैं.
(और पढ़ें - नाक का मांस बढ़ना)
नाक टूटना
नाक की हड्डी टूटने के कारण नाक में दर्द हो सकता है. यह स्थिति तब बनती है, जब चेहरे या नाक पर काफी ज्यादा बल पड़ा हो या फिर बच्चा शारीरिक रूप से काफी कमजोर हो. इस स्थिति में तुरंत सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है. इस अवस्था में बच्चों और बड़ों का इलाज अलग-अलग तरीके से किया जाता है.
(और पढ़ें - नाक में जलन के घरेलू उपाय)
पिंपल्स
नाक व उसके आसपास मुंहासे होने से भी दर्द महसूस हो सकता है. दरअसल, जब स्किन की कोशिकाओं में एक्स्ट्रा ऑयल और बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं, तो ये छोटे-छोटे दानों के रूप में नाक के आसपास उभरने लगते हैं. इस स्थिति में नाक में दर्द की परेशानी हो सकती है.
युवावस्था में अक्सर पिंपल्स की परेशानी देखी जाती है. खासतौर से शरीर में हार्मोनल बदलाव की वजह से स्किन पर तेल का उत्पादन काफी ज्यादा बढ़ने लगता है, जिसके कारण पिंपल्स की परेशानी होने लगती है.
(और पढ़ें - नाक साफ करने के उपाय)
आईट्रोजेनिक नोज कंडीशन
नाक की सर्जरी या नाक छिदवाने के परिणामस्वरूप नाक में संक्रमण फैलने की वजह से दर्द और सूजन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. इसके साथ-साथ कुछ मामलों में नाक सुन्न होना और गंध की कमी जैसे साइड-इफेक्ट भी देखे गए हैं. ऐसे में तुरंत डॉक्टर की सलाह लेने की आवश्यकता होती है.
(और पढ़ें - नाक बहने की होम्योपैथिक दवा)