प्लेटलेट्स की कमी (थ्रोम्बोसाइटोपेनिया) - Low Platelet Count (Thrombocytopenia) in Hindi

Dr. Ayush PandeyMBBS,PG Diploma

November 27, 2021

April 20, 2023

प्लेटलेट्स की कमी
प्लेटलेट्स की कमी

प्लेटलेट काउंट कम होना क्या है?

रक्त कई प्रकार की कोशिकाओं से बना होता है। ये कोशिकाएँ प्लाज्मा नामक द्रव में तैरती हैं। रक्त कोशिकाओं के प्रकार हैं:

  • लाल रक्त कोशिकाओं
  • सफेद रक्त कोशिकाएं
  • प्लेटलेट्स या थ्रोम्बोसाइट्स

जब आपकी त्वचा घायल या फट जाती है, तो प्लेटलेट्स आपस में चिपक जाते हैं और ब्लीडिंग को रोकने के लिए थक्के बनाते हैं। जब आपके रक्त में पर्याप्त प्लेटलेट्स नहीं होते हैं, तो आपका शरीर थक्के नहीं बना सकता है।

कम प्लेटलेट काउंट को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया भी कहा जा सकता है। यह स्थिति इसके अंतर्निहित कारण के आधार पर हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकती है।

कुछ मामलों में, लक्षणों में गंभीर ब्लीडिंग शामिल हो सकती है और यदि उसका इलाज नहीं किया जाता है तो संभवतः घातक हो सकते हैं। अन्य मामलों में किसी भी लक्षण का अनुभव नहीं हो सकता है।

आमतौर पर, प्लेटलेट काउंट कम होना किसी मेडिकल कंडीशन का परिणाम होता है, जैसे कि ल्यूकेमिया, या कुछ दवाएं। आमतौर पर इलाज थ्रोम्बोसाइटोपेनिया पैदा करने वाली मेडिकल कंडीशन को ठीक करता है।

प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण - Low Platelet Count Symptoms in Hindi

प्लेटलेट्स की संख्या में कमीं होने पर आप कई तरह के लक्षण महसूस कर सकते हैं। गर्भावस्था के कारण प्लेटलेट्स की संख्या में मामूली गिरावट आ सकती है। जबकि प्लेटलेट्स की संख्या में भारी गिरावट होने पर लगातार रक्तस्त्राव होने के लक्षण देखें जाते हैं। इस दौरान रक्तस्त्राव इतना अधिक होता है कि आपको चिकित्सीय सहायता की आवश्यकता होती है।

(और पढ़ें - योनि से रक्तस्राव के कारण)

अगर आपके प्लेटलेट्स की संख्या में कमी हो गई है, तो आपको निम्न लक्षण महसूस होंगे।

  1. शरीर पर लाल, भूरे व जामुनी रंग के निशान होना। इस स्थिति को पुरपुरा (Purpura) भी कहा जाता है।
  2. लाल व जामुनी रंग के छोटे-छोटे दाने होना।
  3. नाक से खून आना
  4. मसूड़ों से खून आना
  5. लंबे समय से घावों से खून बहना व इसका न रूकना।
  6. मासिक धर्म में अधिक रक्तस्राव
  7. मलाशय से खून आना।
  8. मल में खून आना
  9. पेशाब में खून आना। (और पढ़ें - यूरिन टेस्ट)

आंतरिक रक्तस्त्राव को इसके गंभीर मामलों में शामिल किया जाता है। आंतरिक रक्तस्त्राव के निम्न लक्षण होते हैं।

  1. मूत्र में खून आना।
  2. मल में खून आना।
  3. गहरे लाल रंग की खूनी उल्टी होना।

अगर आपको आंतरिक रक्तस्त्राव के कोई भी लक्षण महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाकर इलाज कराएं। प्लेटलेट्स की कमी होने पर, इसके कुछ दुर्लभ मामलों में आप सिरदर्द व तंत्रिका संबंधी समस्या महसूस कर सकते हैं। इस तरह की स्थिति में मस्तिष्क के अंदर भी रक्तस्त्राव हो सकता है। ऐसा होने पर आपको तुरंत चिकित्सीय सलाह लेनी चाहिए।

(और पढ़ें - सिर दर्द के उपाय)

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प्लेटलेट्स की कमी के कारण - Low Platelet Count Causes in Hindi

प्लेटलेट्स की कमी के कारण दो भागों में विभाजित किए गए हैं। इसके कारणों को आप निम्न प्रकार से समझ सकते हैं।

1. अस्थि मज्जा (बोन मैरो) की समस्याएं

अस्थि मज्जा आपकी हड्डी के अंदर के नरम ऊतक होते हैं। इस जगह से प्लेटलेट्स सहित रक्त के सभी घटकों का उत्पादन होता है। यदि आपकी अस्थि मज्जा पर्याप्त प्लेटलेट्स का उत्पादन नहीं करती है, तो आपके प्लेटलेट्स की संख्या में कमी आ जाती है। प्लेटलेट्स के निर्माण में आई कमी के लिए निम्न कारण होते हैं। 

(और पढ़ें - हड्डी टूटने का इलाज और अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण)

2. प्लेटलेट्स का नष्ट होना (Platelet Destruction)

आपको बता दें कि स्वस्थ शरीर में मौजूद प्रत्येक प्लेटलेट्स करीब दस दिनों तक सही रह सकता है। प्लेटलेट्स के नष्ट व निर्माण होने की प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है। यदि प्लेटलेट्स के नष्ट होने की संख्या में बढ़ोतरी हो जाए, तो यह स्थिति भी प्लेटलेट्स की कमी का कारण बन जाती है। कई तरह की दवाओं के विपरीत प्रभाव के कारण ऐसा होता है, जैसे – मूत्रल संबंधी रोग की दवाओं को लेना। प्लेटलेट्स की कमी के लिए निम्न रोग व अवस्थाएं भी कारण होती हैं।

  • गर्भावस्था
  • रक्त में बैक्टीरिया द्वारा संक्रमण
  • आईडियोपैथिक थ्रोम्बोसाइटोपेनिक पुरपुरा (Idiopathic thrombocytopenic purpura; ऐसा विकार जो त्वचा के खरोंचों से निकलने वाले रक्त की मात्रा को बढ़ा देता है)
  • थ्रोम्बोटिक थ्रोम्बोसिटोपेंसिक पुरपुरा (Thrombotic thrombocytopenic purpura; रक्त संबंधी विकार)
  • हीमोलाइटिक यूरीमिक सिंड्रोम (Hemolytic uremic syndrome; रक्त कोशिकाओं को नष्ट करने वाला विकार)
  • प्रसारित इंट्रावस्कुलर कोयग्यूलेशन (Disseminated intravascular coagulation; रक्त संबंधी रोग)
  • हाइपरसप्लेनिज़्म (Hypersplenism; स्पलिन अंग का विकार)
  • स्वप्रतिरक्षित रोग (Autoimmune disorder; प्रतिरक्षा प्रणाली का विकार)
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प्लेटलेट काउंट कम होने की जांच - Diagnosis of Low Platelet Count (Thrombocytopenia) in Hindi

प्लेटलेट कम होने पर जांच कैसे की जाती है?

यदि आपको ब्लीडिंग हो रही है जिसे रोकना मुश्किल है या थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के अन्य लक्षण हैं, तो आपके डॉक्टर निम्नलिखित टेस्ट करवा सकते हैं -

  • शारीरिक परीक्षा - डॉक्टर आपके पारिवारिक इतिहास और चिकित्सा इतिहास की समीक्षा करेंगे। वह आपसे आपके द्वारा ली जाने वाली दवाओं के बारे में भी पूछेंगे। आपके डॉक्टर खरोंच, चकत्ते (पेटीचिया) और बढ़े हुए प्लीहा या यकृत की भी जांच करेगा।
  • ब्लड काउंट - एक पूर्ण रक्त गणना (सीबीसी) प्लेटलेट्स और सफेद और लाल रक्त कोशिकाओं के स्तर की जांच करती है।
  • ब्लड क्लॉट टेस्ट - ब्लड क्लॉट टेस्ट रक्त के थक्के बनने में लगने वाले समय को मापता है। इन परीक्षणों मेंपार्शियल थ्रोम्बोप्लास्टिन टाइम (पीटीटी) और प्रोथ्रोम्बिन टाइम (पीटी) शामिल हैं।

यदि आपका प्लेटलेट काउंट कम है, तो आपके डॉक्टर इसका कारण जानने के लिए कुछ अन्य टेस्ट भी करवा सकते हैं, जैसे -

  • बोन मैरो बायोप्सी - अस्थि मज्जा का एक सैंपल लेने से अस्थि मज्जा रोग या कैंसर का निदान करने में मदद मिल सकती है।
  • इमेजिंग टेस्ट्स - अल्ट्रासाउंड या सीटी स्कैन बढ़ी हुई स्प्लीन, बढ़े हुए लिम्फ नोड्स या लिवर सिरोसिस की जांच कर सकता है।

(और पढ़ें - प्लेटलेट काउंट टेस्ट)

प्लेटलेट्स की कमी का इलाज - Low Platelet Count Treatment in Hindi

प्लेटलेट काउंट कम होने का इलाज क्या है?

प्लेटलेट कम होने का उपचार आपकी स्थिति के कारण और गंभीरता पर निर्भर करता है। यदि आपकी स्थिति गंभीर नहीं है, तो आपके डॉक्टर केवल आपकी निगरानी करने की सलह दे सकते हैं।

आपके डॉक्टर आपकी स्थिति बिगड़ने से रोकने के लिए आपको कुछ सलाह दे सकते हैं, जैसे -

  • संपर्क खेलों (contact sports) से बचना
  • उन एक्टिविटीज को न करना जिनमें चोट लगने या ब्लीडिंग होने का खतरा ज़्यादा है
  • शराब कम पीना
  • एस्पिरिन और इबुप्रोफेन सहित प्लेटलेट्स को प्रभावित करने वाली दवाओं को रोकना या बदलना

यदि आपकी प्लेटलेट बहुत ही कम हो गयी हैं, तो आपको मेडिकल ट्रीटमेंट की ज़रूरत पड़ेगी। इसमें शामिल हो सकते हैं -=

  • रक्त या प्लेटलेट आधान
  • कम प्लेटलेट काउंट पैदा करने वाली दवाएं बदलना
  • स्टेरॉयड
  • इम्यून ग्लोब्युलिन
  • प्लेटलेट एंटीबॉडी को ब्लॉक करने के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स
  • दवाएं जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को दबाती हैं
  • स्प्लीन हटाने की सर्जरी


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प्लेटलेट्स की कमी (थ्रोम्बोसाइटोपेनिया) की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Low Platelet Count (Thrombocytopenia) in Hindi

प्लेटलेट्स की कमी (थ्रोम्बोसाइटोपेनिया) के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।