आंतरायिक खंजता क्या है
जब आप सीढ़ियों पर चढ़ते हैं, टेनिस खेलते हैं या बच्चों के पीछे भागते हैं तो क्या पैरों और पीठ में दर्दनाक ऐंठन महसूस होती है? यदि हां, तो यह आंतरायिक खंजता यानी इंटरमिटेंट क्लाउडिकेशन हो सकता है। आमतौर पर ऐसा तब होता है, जब व्यायाम करते समय पैरों की मांसपेशियों तक पर्याप्त मात्रा में खून नहीं पहुंच पाता है।
यह एथेरोस्क्लेरोसिस का संकेत है, जिसमें पैरों की धमनियों में प्लाक बनने लगता है जिस वजह से ब्लॉकेज हो जाती है। यह प्लाक मांसपेशियों तक खून को पहुंचने से रोकता है एवं इससे गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है। अगर यह समस्या किसी व्यक्ति के पैरों में है, तो इसके हृदय तक पहुंचने के जोखिम भी बढ़ जाते हैं, इसलिए जरूरी है इस समस्या को नजरअंदाज करने की बजाय डॉक्टर को दिखाएं।
आंतरायिक खंजता के लक्षण
आंतरायिक खंजता के लक्षण मध्यम से गंभीर हो सकते हैं। इसमें दर्द के अलावा निम्न लक्षण सामने आ सकते हैं:
हो सकता है कि दर्द इतना ज्यादा हो कि आपको चलने और एक्सरसाइज करने में भी दिक्कत हो। यदि इसका कारण पीएडी (पैर, पेट, हाथ और सिर की परिधीय धमनियों का सिकुड़ना) है, तो 10 मिनट के लिए आराम करने से दर्द से राहत मिल सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि रेस्टिंग मांसपेशियों को कम रक्त प्रवाह की आवश्यकता होती है।
आंतरायिक खंजता का कारण
आंतरायिक खंजता, पीएडी का एक शुरुआती लक्षण है। यह पैरों और बाकी जगहों पर खून पहुंचाने वाली धमनियों में रुकावट के कारण होता है। प्लाक धीरे-धीरे धमनियों की दीवारों पर जमा होने लगता है। प्लाक वसा, कोलेस्ट्रॉल और कैल्शियम जैसे पदार्थों से बनता है। ये प्लाक धमनियों को सिकोड़ता है व उन्हें नुकसान पहुंचाता है। यह रक्त प्रवाह में कमी और मांसपेशियों को मिलने वाली ऑक्सीजन में कमी का कारण भी है।
कुछ अन्य कारण निम्नलिखित हैं :
- मांसपेशियों में दर्द
- जूते की हील की ऊंचाई में बदलाव
- कूल्हे, घुटने या टखने में गठिया
आंतरायिक खंजता का परीक्षण
डॉक्टर बीमारी की पुष्टि के लिए लक्षणों, जीवनशैली और मेडिकल हिस्ट्री के बारे में आपसे पूछेंगे। इसके अलावा कुछ टेस्ट के जरिए भी आंतरायिक खंजता का पता लगाया जा सकता है जो निम्नलिखित हैं:
- एंकल-आर्म इंडेक्स:
इसे एंकल-ब्राचियल इंडेक्स या एबीआई के रूप में भी जाना जाता है। इस जांच में टखने के ब्लड प्रेशर की तुलना बांह के ब्लड प्रेशर से की जाती है। यदि पैर में प्रेशर बांह से काफी कम हो तो आपको पैरों की धमनियों में अवरुद्ध की समस्या हो सकती है। - अल्ट्रासाउंड:
यह परीक्षण रक्त वाहिकाओं में ध्वनि तरंगों के जरिए इस बात का पता लगाता है कि वाहिकाओं में खून कितनी तेजी से और किस दिशा में प्रवाहित हो रहा है। - अन्य इमेजिंग परीक्षण:
एमआरए (मैग्नेटिक रेसोनेंस एंजियोग्राफी) या सीटीए (कंप्यूटेड टोमोग्राफी एंजियोग्राफी) स्कैन डॉक्टर को रक्त वाहिकाओं की तस्वीर प्रदान करता है, जिससे यह पता चलता है कि रक्त वाहिकाओं में कोई रुकावट तो नहीं है, यदि है तो यह कितनी ज्यादा है।
आंतरायिक खंजता का इलाज
आंतरायिक खंजता जैसी समस्या के इलाज के लिए जीवनशैली में कुछ बदलाव करने की आवश्यकता होती है जैसे:
- धूम्रपान बंद कर दें
- मोटापा घटाएं
- संतुलित आहार खाएं
- नियमित व्यायाम करें
- रोज पैदल चलने से रक्त प्रवाह में तेजी से सुधार आ सकता है
आंतरायिक खंजता की स्थिति में हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल या डायबिटीज जैसी संबंधित बीमारियों को भी नियंत्रित करना जरूरी है। डॉक्टर खून के प्रवाह को बेहतर करने या खून के थक्के बनने के जोखिम को कम करने के लिए कुछ दवा लेने की सलाह दे सकते हैं।
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यदि रक्त वाहिका गंभीर रूप से अवरूद्ध हो गई है तो इसे साफ करने के लिए सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है। ऐसे में डॉक्टर एंजियोप्लास्टी (रक्त वाहिका को चौड़ा करने के लिए एक पतली ट्यूब का इस्तेमाल करना) या एक स्टेंट (अवरुद्ध रक्त वाहिका को खोलने के लिए छोटी ट्यूब डालना) का प्रयोग कर सकते हैं।
यदि धमनी को एंजियोप्लास्टी या स्टेंट के जरिए ठीक नहीं किया जा सकता है, तो ऐसी स्थिति में बाईपास सर्जरी करवानी पड़ती है। इसमें सर्जन मरीज के शरीर की किसी अन्य वाहिका के जरिए अवरुद्ध हिस्से (जहां प्लाक जमा है) तक पहुंचकर इसे ठीक करते हैं।
यदि मरीज अपनी जीवनशैली में डॉक्टर द्वारा बताए गए बदलाव या दवा को लेकर डॉक्टर की सलाह का पालन नहीं करते हैं तो सर्जरी के बाद भी, रक्त वाहिका दोबारा से अवरुद्ध हो सकती है।