हचिंसन-गिलफोर्ड सिंड्रोम (प्रोजीरिया) क्या है?
हचिंसन-गिलफोर्ड सिंड्रोम को प्रोजीरिया नाम से भी जाना जाता है। यह एक अत्यंत दुर्लभ, प्रगतिशील आनुवंशिक विकार है, जिसमें बच्चों की उम्र (जीवन के पहले दो वर्षों में) तेजी से बढ़ने लगती है। प्रोजीरिया से ग्रस्त बच्चे आमतौर पर जन्म के समय सामान्य दिखाई देते हैं लेकिन पहले वर्ष के दौरान विकास धीरे होना और बालों का झड़ना जैसे संकेत या लक्षण देखे जा सकते हैं। इस स्थिति में हृदय संबंधित समस्या या स्ट्रोक की वजह से बच्चों की मौत हो सकती है। इस बीमारी से ग्रस्त बच्चे की औसत जीवन प्रत्याशा लगभग 13 वर्ष है। इनमें से कुछ छोटी उम्र में मर जाते हैं जबकि कुछ लंबे समय तक (यहां तक कि 20 साल तक भी) जीवित रह सकते हैं। इसका कोई इलाज नहीं है, लेकिन इस पर शोध जारी है।