हाथों में कंपन का इलाज कैसे किया जाता है?
हाथों में कंपन की समस्या वाले हर व्यक्ति को इलाज करवाने की आवश्यकता नहीं होती। यदि डॉक्टर को लगता है कि आपको उपचार की जरूरत है, तो उपचार पहले दवाओं से शुरू किया जाता है।
आमतौर पर डॉक्टर द्वारा लिखी जाने वाली दवाएं -
हाथों में कंपन या एसेंशियल कंपकपी के लिए सबसे अधिक निर्धारित की जाने वाली दवाएं हैं:
- प्रोप्रानोलोल (Propranolol)
- प्रिमीडोन (Primidone)
- लोंग एक्टिंग प्रोप्रैनोलोल (Long-acting propranolol)
प्रोप्रैनोलोल एक बीटा ब्लॉकर (Beta-blocker) होती है, जिसको अतालता (Arrhythmia) उच्च रक्तचाप (Hypertension) का इलाज करने के लिए डिजाइन किया गया है। जबकि, प्रीमीडोन मिर्गी व दौरे आदि रोकने की दवा होती है।
अन्य बीटा ब्लॉकर दवाएं –
सोटैलोल (Sotalol) और एटेनोलॉल (Atenolol) भी बीटा-ब्लॉकर्स दवाएं हैं, जिनका इस्तेमाल एसेंशियल कंपकंपी के इलाज में किया जा सकता है। अगर अन्य कोई दवा कंपकपी की समस्या में मदद ना कर पाएं, तो डॉक्टर इन दवाओं को लिखते हैं।
अन्य दौरे-विरोधी (Antiseizure) दवाएं –
गैबेपेंटीन (Gabapentin) और टोपिरामेट (Topiramate) भी ऐसी दवाएं हैं, जिनका इस्तेमाल मुख्य रूप से दौरे का इलाज करने के लिए किया जाता है। ये दवाएं एसेंशियल कंपकपी से ग्रस्त लोगों के लिए काफी मददगार हो सकती हैं।
चिंता का उपचार करने वाली दवाएं (Anxiety medication) –
एल्प्राजोलम (Alprazolam) दवाओं का प्रयोग चिंता और पैनिक विकार (Panic disorders) आदि का उपचार करने के लिए किया जाता है। यह एसेंशियल कंपकपी का उपचार करने में भी काफी प्रभावी होती हैं। इस दवा को बहुत ही सावधानी से लेना चाहिए, क्योंकि इसको उन दवाओं के रूप में भी जाना जाता है, जिनकी आदत पड़ जाती है।
बोटोक्स -
बोटोक्स या बोटुलिनम टोक्सिन टाइप A (Botulinum toxin type A) दवाएं हाथों में एसेशिंयल कंपकपी के उपचार करने के लिए एक भरोसेमंद दवा है। जहां पर इस दवाई का इन्जेक्शन लगाया जाता है, वहां की मांसपेशियों को यह दवा स्थायी रूप से कमजोर बना देती है। इसलिए इसके संभावित खतरों और फायदों के बारे में पूरी तरह सुनिश्चित करने के लिए डॉक्टर से बात कर लें। इसका एक इन्जेक्शन 3 महीनें तक लाभ प्रदान करता है, बाद में और इन्जेक्शन की आवश्यकता पड़ सकती है।
सर्जरी –
पहले उपचार के विकल्प के रूप में डॉक्टरों द्वारा सर्जरी की सलाह देने की संभावना नहीं होती। सर्जिकल प्रक्रियाओं को सिर्फ उन लोगों के लिए रखा जाता है, जिनको कंपकपी की ऐसी समस्या है जो उनको गंभीर रूप से अक्षम बना देती है। आपकी उम्र के अनुसार या अगर कंपन की समस्या अधिक बद्तर हो गई है, तो सर्जरी भी एक विकल्प बन सकता है।
- डीप ब्रेन स्टिमुलेशन (DBS) - यह एक सर्जिकल प्रक्रिया होती है, जिसका इस्तेमाल कंपन का इलाज करने के लिए किया जाता है। डीप ब्रेन स्टीमुलेशन प्रक्रिया के दौरान सर्जन एक इलेक्ट्रोड्स नाम के विद्युत उपकरण को मस्तिष्क में डालते हैं। जब यह उपकरण मस्तिष्क में पहुंच जाता है, तो यह एक इलेक्ट्रोनिक सिग्नल छोड़ता है। ये सिग्नल मस्तिष्क की उन गतिविधियों में हस्तक्षेप करते हैं, जो कंपकपी विकसित करने के लिए जिम्मेवार होती हैं। फिलहाल यह प्रक्रिया सिर्फ उन लोगों के लिए की जाती है, जिनके हाथों में कंपन की समस्या गंभीर हो चुकी है।
- थैलामोटोमी (Thalamotomy) – थैलामोटोमी भी एक अन्य सर्जिकल विकल्प है। इस प्रक्रिया के दौरान सर्जन आपके मस्तिष्क के थैलामुस (Thalamus) हिस्से में एक छोटा चीरा लगाते हैं। इससे मस्तिष्क की सामान्य विद्युत गतिविधि भंग हो जाती है, जिससे कंपन रुक या कम हो जाती है।
थेरेपी –
एसेंशियल कंपकपी के लक्षणों को कम करने में मदद करने के लिए डॉक्टर आपको आपकी जीवनशैली बदलने का सुझाव दे सकते हैं। सुझावों में निम्न शामिल हो सकते हैं -
- भारी वस्तुओं का उपयोग करें – आपके डॉक्टर हल्की और नाजुक वस्तुओं की जगह आपको भारी वस्तुओं का इस्तेमाल करने के लिए कह सकते हैं।
- कंपकपी की समस्या को बढ़ाने वाले पदार्थों को कम या बंद करना – जैसे कैफीन या अन्य प्रकार की दवाएं (Stimulants) आदि को कम करने से कंपकपी की समस्या को सुधारा जा सकता है। हालांकि, अल्कोहल (शराब) की छोटी मात्रा कुछ लोगों में कंपकपी की समस्या में सुधार ला देती है। जैसे-जैसे अल्कोहल का प्रभाव कम होता है, कंपन की समस्या वापस अपनी स्थिति में आने लगती है।