खाने की लत क्या है?
खाने की लत एक व्यवहार से संबंधित लत है जिसमें व्यक्ति बार-बार हाई फैट और ज्यादा चीनी वाला खाना खाता रहता है, जिससे व्यक्ति के शरीर को नुकसान होने लगता है। इस लत से दिमाग को वैसा ही नुकसान होता है जैसा ड्रग्स लेने से होता है और दिमाग शरीर को खाना बंद करने के लिए नहीं बता पता। इसके कारण व्यक्ति बार-बार खाता ही रहता है। वैसे तो खाने की लत को कोई विकार नहीं माना जाता है, लेकिन आज के समय में ये बहुत लोगों को प्रभावित कर रहा है।
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खाने की लत के लक्षण क्या हैं?
खाने की लत में कई लक्षण होते हैं, जैसे अपनी क्षमता से अधिक खा लेना, पाचन संबंधी विकार, ज्यादा खा लेना और फिर बीमार महसूस करना, सिरदर्द, अकेले बैठकर खाना, चिड़चिड़ापन, काम करने में समस्याएं होना, ध्यान लगाने में समस्याएं, थकान और ऊर्जा कम महसूस होना।
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खाने की लत क्यों लगती है?
खाने की लत की समस्या कई कारकों से हो सकती है और ये दोनों लिंग के लोगों को हो सकती है। ये समस्या जैविक, मानसिक और सामाजिक कारणों से होती है हालांकि, इसका सटीक कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। हार्मोन असंतुलन, मस्तिष्क की समस्याएं और दवाओं के साइड इफेक्ट के कारण भी खाने की लत की समस्या हो सकती है। इसके अलावा अगर आपके घर में किसी को ये लत थी या है, तो आपको खाने की लत लगने की संभावना बढ़ जाती है।
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खाने की लत का इलाज कैसे होता है?
खाने की लत को लेकर अभी भी शोध की जा रही है, साथ ही इससे जुड़े इलाज का भी पता लगाया जा रहा है। यह भी माना जाता है कि खाने की लत का इलाज अन्य लत के इलाज से कई ज्यादा जटिल हो सकता है। उदाहरण के तौर पर, अगर आप शराब पीने के आदि हैं, तो उससे आसानी से पीछा छुड़ा सकते हैं, लेकिन जो लोग खाने के आदि होते हैं, हर संभव प्रयास के बाद भी उनकी ये आदत नहीं छूटती। अगर आप खाने की लत से छुटकारा पाना चाहते हैं तो एक न्यूट्रिशनिस्ट की मदद ले सकते हैं। साथ ही, खाने की लत से जुड़े कई ऐसे प्रोग्राम होते हैं, जिनकी सहायता से आप इससे छुटकारा पा सकते हैं।
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