पाचन तंत्र का रोग क्या है?
पाचन प्रणाली में शरीर के कई अंदरूनी अंग आते हैं जो सभी एक ट्यूब की मदद से एक दूसरे से जुड़े होते हैं। पाचन तंत्र में मुंह से लेकर गुदा तक कई अंग होते हैं, जिनमें भोजन नली, पेट और छोटी व बड़ी आंत शामिल होती हैं। इसके अलावा पाचन प्रणाली में लिवर, पित्ताशय की थैली और अग्नाशय भी शामिल हैं, क्योंकि ये सभी भोजन पचाने के लिए पाचक रस का निर्माण करते हैं। पाचन तंत्र शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों का अवशोषण करने में मदद करता है और व्यर्थ पदार्थों को शरीर से बाहर निकालता है।
पाचन तंत्र से जुड़े किसी भी अंग में कोई समस्या होने पर उसे पाचन रोग कहा जाता है। पाचन रोग से जुड़ी कुछ समस्याएं जैसे, सीने में जलन, इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज और इरीटेबल बाउल सिंड्रोम आदि। पाचन प्रणाली से संबंधी बहुत सारी समस्याएं हैं, इसलिए आप सामान्य लक्षणों को गलती से नजर अंदाज भी कर सकते हैं।
कुछ ऐसे लक्षण हैं जो पाचन तंत्र की बीमारी का संकेत देते हैं जैसे दस्त, कब्ज, पाचन प्रणाली से खून आना, रिगर्जिटेशन (Regurgitation) और निगलने में कठिनाई आदि। पाचन प्रणाली की बीमारी के सामान्य व गंभीर लक्षणों को समझना जरूरी होता है, ताकि आप डॉक्टर को इनके बारे में ठीक से बता सकें। पाचन रोग का परीक्षण गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट (Gastroenterologist; पेट संबंधी बीमारियों के विशेषज्ञ डॉक्टर) द्वारा की जाती है। स्थिति का परीक्षण करने के लिए डॉक्टर खून टेस्ट, एक्स रे और एंडोस्कोपी जैसे टेस्ट करवाने का सुझाव भी दे सकते हैं।
पाचन तंत्र की बीमारी के इलाज में कुछ प्रकार की दवाएं संयोजन करके दी जाती हैं और मरीज की जीवनशैली में कुछ प्रकार के बदलाव किए जाते हैं।
पाचन तंत्र रोग से होने वाली कुछ समस्याएं अधिक परेशान करने वाली नहीं होती, लेकिन अन्य समस्याएं गंभीर हो सकती हैं और अगर इनको बिना उपचार किये छोड़ दिया जाए तो ये जीवन के लिए घातक हो सकती है।
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