फफोले क्या होते हैं?
फफोला तरल पदार्थ से भरा हुआ त्वचा का एक उभार होता है। यह बुलबुलों की तरह दिखते हैं जो तब उभरते हैं जब आपकी त्वचा की ऊपरी परत में तरल पदार्थ एकत्रित्त हो जाता है। फफोले, पस (मवाद), खून या खून में मौजूद एक स्पष्ट पदार्थ (सीरम) से भरे हुए हो सकते हैं। ज़्यादातर फफोले गोल आकार के होते हैं।
फफोले के सबसे आम कारण होते हैं रगड़ लगना, त्वचा का ठण्ड से जमना, त्वचा का जलना, संक्रमण और केमिकल (रसायन) से जलना। यह किसी बीमारी का लक्षण भी हो सकते हैं। कारण के आधार पर, फफोले में खुजली हो सकती है या कम/ ज़्यादा दर्द भी हो सकता है।
(और पढ़ें - खुजली कम करने के उपाय)
आपको एक या एकसाथ कई फफोले हो सकते हैं। फफोले होने का एक महत्वपूर्ण लाभ भी है - यह त्वचा के अंदर के ऊतकों को नुक्सान होने से बचाते हैं। हालांकि, अगर फफोले संक्रमित लग रहे हों, तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं। यदि आपको शुगर या रक्त परिसंचरण (Blood Circulation) से सम्बंधित समस्या है, तो फफोले का कोई घरेलू उपचार करने से पहले अपने चिकित्स्क की सलाह लें। त्वचा की अंदर की परतों में संक्रमण को रोकने के लिए फफोलों से छेड़खानी न करें।
(और पढ़ें - शुगर की आयुर्वेदिक इलाज)
उचित नाप का जूता पहनने और कुछ केमिकल (रसायन) के सम्पर्क में आने से बचने से फफोलों का बचाव हो सकता है। अगर इसमें अधिक दर्द नहीं है, तो कोशिश करें कि वह फटे नहीं। यदि फफोले के ऊपर की त्वचा कटी या फटी नहीं है, तो यह बैक्टीरियल संक्रमण से बचाव करती है। फफोले को ढकने के लिए पट्टी या बैंड-ऐड (Band-Aid) का प्रयोग करें।
(और पढ़ें - बैक्टीरियल संक्रमण के लक्षण)