धमनीविस्फार का अर्थ धमनियों की दीवार में कमजोरी या फिर धमनियों में सूजन होता है। शरीर के कई अंग इस समस्या से प्रभावित हो सकते हैं। वैसे तो इस समस्या के आमतौर पर कारण स्पष्ट नहीं हैं। हालांकि, धमनीविस्फार कई प्रकार के जटिलताओं का कारक जरूर हो सकता है। दूसरे शब्दों में धमनीविस्फार को धमनियों की कमजोरी के रूप में समझा जा सकता है, जिसके कारण धमनियों में सूजन की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। वैसे तो धमनीविस्फार की ज्यादातर स्थितियों में लक्षण नजर नहीं आते हैं और यह बहुत ज्यादा खतरनाक भी नहीं होते हैं, लेकिन यदि इस पर ध्यान न दिया जाए और स्थिति गंभीर हो जाए तो यह आंतरिक रक्तस्राव का कारण बन सकती है जो एक जानलेवा स्थिति है।
दुनियाभर में हर साल धमनीविस्फार की जटिलताओं के कारण हजारों लोगों की मौत हो जाती है। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के आंकड़ों पर नजर डालें तो अमेरिका में हर साल महाधमनी विस्फार के कारण 25,000 से अधिक लोगों की मौत हो जाती है। वहीं मस्तिष्क धमनीविस्फार के कारण हर साल लगभग 30,000 लोगों की जान चली जाती है। इतना ही नहीं अमेरिका में 24 घंटे के भीतर होने वाली मौतों के 40 प्रतिशत मामले धमनीविस्फार के सामने आते हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह समस्या किस कदर भयावह हो सकती है।
धमनीविस्फार की समस्या शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर सकती है। इसके सबसे ज्यादा मामले मस्तिष्क और हृदय को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनियों में दिखाई देते हैं। वहीं महाधमनी धमनीविस्फार से शरीर की मुख्य धमनी भी प्रभावित होती है। धमनियों की दीवारों को होने वाली क्षति की स्थिति में आंतरिक रक्तस्राव का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। धमनियों के फट जाने की स्थिति में सर्जरी करनी पड़ सकती है, लेकिन डॉक्टर सर्जरी का विकल्प तभी चुनते हैं जब स्थिति के भयावह और जानलेवा होने का डर हो। इस लेख में हम धमनीविस्फार के प्रकार, कारण और इलाज के बारे में विस्तार से जानेंगे।