पेशाब आपके शरीर का तरल अपशिष्ट होता है, इसमें मुख्य रूप से पानी, नमक और यूरिया तथा यूरिक एसिड नामक रसायन होते हैं। जब आपकी किडनी आपके रक्त से विषाक्त पदार्थ और अन्य बुरी चीजें फिल्टर करती है तो पेशाब को बनाती हैं। आपके द्वारा ली जाने वाली दवाएं, खाद्य पदार्थ और बीमारियां जैसी चीजे आपके पेशाब के रंग पर प्रभाव डाल सकती हैं।
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जैसा की हमने ऊपर बताया है कि आपके मूत्र का रंग मुख्य रूप से इस बात से निर्धारित होता है कि आप कितना पानी पीते हैं। जब आप बहुत अधिक पानी पीते हैं, तो आपका यूरिन इतना हल्का हो सकता है कि यह लगभग साफ होता है। आप जितना कम पानी पीते हैं, आपका मूत्र उतना ही गहरे रंग का बन जाएगा।
आपके द्वारा खाया जाने वाला भोजन भी पेशाब के रंग में बदलाव का एक कारक हो सकता है। सभी प्राकृतिक खाद्य पदार्थों (जैसे जामुन और चुकंदर) का रंग एक अलग रंग बनाने के लिए वर्णक के साथ क्रिया कर सकता है। अधिक संसाधित खाद्य पदार्थों में डाले जाने वाले रंग (फूड डाई) की मात्रा भी अधिक हो सकती है। यह डाई भी वर्णक के साथ क्रिया करती है।
यदि आप व्यायाम के बाद उचित रूप से अपने शरीर को हाइड्रेट नहीं करते हैं यानी पानी की कमी पूरी नहीं करते हैं, तो इससे आपको डिहाइड्रेशन के साथ पेशाब का रंग भी गहरा हो सकता है। उचित हाइड्रेशन के बिना अत्यधिक व्यायाम करने से गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है जो मांसपेशियों के टूटने का कारण बन जाती है।
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ओवर-द-काउंटर और डॉक्टर द्वारा लिखी दवाएं भी आपके पेशाब के रंग को बदल सकती हैं। इसमें एंटीबायोटिक्स, लेक्सेटिव और कैंसर के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली कुछ कीमोथेरेपी दवाएं शामिल हैं।
आपके यूरिन के रंग में परिवर्तन आपकी किडनी, लिवर या मूत्राशय की कार्यप्रणाली में परेशानियों का संकेत हो सकता है। यदि आपका पेशाब बादल के रंग जैसा हो जाता है या एक तेज गंध आती है, तो आपके पास मूत्राशय या किडनी में संक्रमण हो सकता है।
कुछ लोग बताते हैं कि चमकीले पीले रंग का मूत्र गर्भावस्था का प्रारंभिक लक्षण हो सकता है। हालांकि, इन दावों का समर्थन करने के लिए कोई अध्ययन उपलब्ध नहीं है।
रंग में कुछ बदलाव किसी अंतर्निहित बीमारी का संकेत हो सकता है। यह लिवर की समस्याओं की चेतावनी हो सकती है, इसलिए यदि पेशाब का रंग एक दिन के बाद भी सामान्य नहीं होता तो अपने डॉक्टर मिलें।