सेंधा नमक का रासायनिक नाम सोडियम क्लोराइड (sodium chloride) है। इसे आमतौर पर तेलुगू में 'रती अपपू', तमिल में 'इंटुपू', मलयालम में 'कल्लू अपपू', कन्नड़ में 'कल्लुपू', 'शेंडे लोन' मराठी में, गुजराती में 'सिंधलुन' और बंगाली में 'साइनधाव लावन' कहा जाता है। सेंधा नमक अधिकतर रंगहीन या सफ़ेद होता है, हालांकि इसमें मौजूद अशुद्धियों के कारण यह हल्के नीले, गहरे नीले, लाल, नारंगी या पीले रंग का भी हो सकता है।
सेंधा नमक (rock salt) सभी नमक के प्रकारों में सबसे अच्छा माना जाता है। आयुर्वेद के अनुसार इसे दैनिक उपयोग में लेने की सलाह दी जाती है। यह आम नमक से अपने गुणों, उपयोग और स्वास्थ्य लाभ के कारण काफी अलग है।
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इसे संस्कृत में सैंधवा, शीतशिवा (क्योंकि यह प्रकृति में शीतल है), सिंधुजा (क्योंकि यह पंजाब के सिंध क्षेत्र में पाया जाता है), नादेया (क्योंकि यह नदियों के किनारे में पाया जाता है) भी कहा जाता है। आइए जानते हैं विस्तार से सेंधा नमक के बारे में -