नीम के फायदे और औषधीय गुणों के बारे में भारतीयों को कई सौ साल पहले से ही जानकारी है। नीम का फल, बीज, तेल, पत्तियां, जड़ और छाल- ये सारी ही चीजें बेहद फायदेमंद मानी जाती हैं और इनमें से प्रत्येक का उपयोग भारतीय आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सा पद्धति में किया जाता है। थकान, खांसी, बुखार, भूख न लगना, संक्रमण आदि समस्याओं को दूर करने के साथ ही नीम, कफ, उल्टी, त्वचा रोग, मधुमेह के घाव, नेत्र विकार आदि में भी फायदेमंद माना जाता है।
इतना ही नहीं कई बीमारियों जैसे- हीट-रैश, फोड़े, घाव, पीलिया, कुष्ठ रोग, त्वचा विकार, पेट के अल्सर, चिकन पॉक्स आदि के इलाज में भी नीम को लाभकारी माना जाता है। सिर्फ आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा में ही नहीं बल्कि आधुनिक शोध भी कई बीमारियों के मामले में नीम की उपचारात्मक शक्तियों की पुष्टि करते हैं और व्यापक रूप से नीम के उपयोग की बात कहते हैं।
(और पढ़ें- नीम के तेल के फायदे और नुकसान)
लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर नीम का उपयोग कैसे करना चाहिए? तो हम आपको बता दें कि सुबह खाली पेट नीम की ताजी पत्तियां चबाना आपकी सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकता है। इस आर्टिकल में हम आपको खाली पेट नीम खाने के फायदे और नुकसान के बारे में ही बता रहे हैं।