दुनियाभर में लोकप्रिय मसालों में काली मिर्च का नाम भी शामिल है। खाने को तीखा स्वाद देने वाली काली मिर्च लोगों को बहुत पसंद आती है, क्योंकि इसके नुकसान कम और फायदे ज्यादा होते हैं। यूरोप में खाना पकाने में सबसे आम मसालों में सूखी और पिसी हुई काली मिर्च का बहुत इस्तेमाल किया जाता है।
काली मिर्च में पेपराइन नामक रसायन होता है जिसकी वजह से इसका स्वाद तीखा होता है। पेपराइन को जठरांत्र तंत्र के फायदेमंद माना जाता है। पाचन में सुधार के अलावा काली मिर्च शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट भी है। इसलिए इसे खाने से न केवल पाचन क्षमता बढ़ती है और खाना अच्छी तरह से अवशोषित हो पाता हे बल्कि शरीर के मेटाबोलिज्म द्वारा पैदा हुए ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (फ्री रेडिकल्स और एंटीऑक्सीडेंट के बीच हुए असंतुलन) से निपटने में भी मदद मिलती है। काली मिर्च का सेवन करने का मुख्य लाभ यह है कि यह वजन घटाने और सर्दी-खांसी को कम करने में मदद करती है। कई अध्ययनों में यह कहा गया है कि काली मिर्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर, रक्त शर्करा नियंत्रण और मस्तिष्क व पेट के स्वास्थ्य में सुधार कर सकती है। स्वास्थ्यवर्द्धक एवं खाने का जायका बढ़ाने वाले गुणों के कारण काली मिर्च को “मसालों का राजा” कहा जाता है।
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पिपेरेसी कुल से संबंधित पाइपर निग्रेम एल के फलों को सुखाकर काली मिर्च तैयार की जाती है। काली मिर्च मुख्य रूप से भारत के दक्षिण पश्चिमी क्षेत्र में उगाई जाती है जिसमें केरल और मैसूर के कुछ हिस्से, तमिलनाडु एवं गोवा का नाम शामिल है। दिलचस्प बात यह है कि संपूर्ण मिर्च की खेती करने वाले क्षेत्र को कभी मालाबार कहा जाता था जो कि अब केरल के नाम से लोकप्रिय है। प्राचीन काल से मालाबार तट को मिर्च की खेती और आयात-निर्यात के लिए जाना जाता है। यहां से मिर्च को इंडोनेशिया, मलेशिया निर्यात किया जाता था और बाद में बाकी देशों में भी मिर्च की खेती की जाने लगी।
अपने तीखे स्वाद और स्वास्थ्यवर्द्धक गुणों के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में काली मिर्च की कीमत और मांग बहुत ज्यादा है।
काली मिर्च के बारे में तथ्य:
- वैज्ञानिक नाम: पाइपर निग्रेम एल
- कुल: पिपेरेसी
- सामान्य नाम: काली मिर्च
- संस्कृत नाम: मरिच उष्ण
- भौगोलिक विवरण: प्रमुख तौर पर काली मिर्च दक्षिण भारत से संबंधित है। रोमन काल के दौरान भारत में बंदरगाहों से लाल सागर क्षेत्र में काली मिर्च का आयात किया गया था और इसका मूल स्थान पूर्वी उष्णकटिबंधीय क्षेत्र थे। वैश्विक स्तर पर मसालों के व्यापार में काली मिर्च को सबसे पुरानी वस्तुओं में से एक माना जाता है। दक्षिण भारत और चीन में काली मिर्च की खेती जाती है। इसके अलावा पूर्व और वेस्ट इंडीज, मलय प्रायद्वीप, मलय द्वीपसमूह, सियाम, मालाबार, वियतनाम, ब्राजील, इंडोनेशिया आदि में भी काली मिर्च की खेती की जाती है।
- रोचक तथ्य: इस समय काली मिर्च का आयात सबसे ज्यादा संयुक्त राज्य द्वारा किया जाता है। वर्ष 2009 में संयुक्त राज्य ने लगभग 67.1 करोड़ रुपए की काली मिर्च आयात की थी जो कि विश्व में इसके कुल उत्पादन का 18 फीसदी हिस्सा है। मध्य युग के दौरान वजन के आधार पर काली मिर्च के दानों की कीमत चांदी से ज्यादा हुआ करती थी।