आजकल डाइनिंग टेबल या मेज कुर्सी पर बैठकर खाना आम हो गया है। लेकिन पहले के समय में ऐसा नहीं था। पहले के समय में लोग ज़मीन पर बैठकर खाना खाते थे। ज़मीन पर बैठकर भोजन करना प्राचीन भारतीय परंपरा रही है लेकिन अधिकतर लोग इसे एक परंपरा ही मानते हैं लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। ज़मीन पर बैठकर खाना एक परंपरा ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य के लिए एक फायदेमंद क्रिया भी है। कुछ लोग नीचे बैठकर भोजन करने को आउटडेटेड और असभ्य मानते हैं, उनको लगता है अगर किसी ने उनको नीचे बैठकर खाना खाते हुए देख लिया तो ये उनके लिए कितना शर्मिंदगी (Embarrassment) भरा होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं इस प्राचीन परंपरा की जड़ें योग और आयुर्वेद से जुड़ी हुई है और नीचे बैठकर खाना खाने का विज्ञान भी समर्थन करता है। यदि फर्श पर बैठना आपके लिए आरामदायक नहीं हैं, तो बैठने के लिए कुछ आरामदायक कालीन, तकिएं या कुशन का प्रयोग करें। यहां खाने के दौरान ज़मीन पर आलती पालती लगाकर बैठने के कुछ स्वास्थ्य लाभ बताएं गए हैं तो क्या आप उनके बारे में जानना नहीं चाहेंगे -