आपको जानकर हैरान होगी कि गाय के मूत्र और गोबर में अनेक औषधीय तत्व मौजूद होते हैं। यहां तक कि गाय के दूध में गौ मूत्र, घी, दही और गोबर को मिलाकर पंचगव्य तैयार किया जाता है। आयुर्वेद में पंचगव्य को औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। सुश्रुत संहिता के अनुसार गाय से प्राप्त सभी चीजों में से गौ मूत्र सेहत के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। आयुर्वेद में गौ मूत्र को अमृत कहा गया है। नाइजीरिया और म्यांमार में भी दवाओं में गौ मूत्र का इस्तेमाल किया जाता है।
माना जाता है कि गर्भवती गाय का मूत्र बहुत ज्यादा स्वास्थ्यवर्द्धक होता है क्योंकि इसमें कुछ विशेष प्रकार के हार्मोंस पाए जाते हैं। गौ मूत्र से लगभग 80 असाध्य रोगों और सेहत से संबंधित कई अन्य समस्याओं को ठीक किया जा सकता है। फर्श पर गौ मूत्र का पोंछा लगाने से बैक्टीरिया नष्ट होता है। कॉस्मेटिक खासतौर पर शैंपू और साबुन में भी गौ मूत्र का इस्तेमाल किया जाता है।