ऑफर - Urjas Oil सिर्फ ₹ 1 में X
Baidyanath Kumariasava बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः खांसी, दमा के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा Baidyanath Kumariasava का उपयोग कुछ दूसरी समस्याओं के लिए भी किया जा सकता है। इनके बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी गयी है। Baidyanath Kumariasava के मुख्य घटक हैं दारुहल्दी, पिप्पली, अदरक, त्रिकटु, त्रिफला, स्वर्ण माक्षिक भस्म, धनिया, एलोवेरा जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Baidyanath Kumariasava की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।
दारुहल्दी |
|
पिप्पली |
|
अदरक |
|
त्रिकटु |
|
त्रिफला |
|
स्वर्ण माक्षिक भस्म |
|
धनिया |
|
एलोवेरा |
|
Baidyanath Kumari Asava No.3 200ml इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Baidyanath Kumari Asava No.3 200ml की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Baidyanath Kumari Asava No.3 200ml की खुराक अलग हो सकती है।
आयु वर्ग | खुराक |
व्यस्क |
|
बुजुर्ग |
|
चिकित्सा साहित्य में Baidyanath Kumariasava के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Baidyanath Kumariasava का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।
क्या Baidyanath Kumari Asava No.3 200ml का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
गर्भवती स्त्रियों पर Baidyanath Kumariasava के दुष्प्रभाव हो सकते हैं। गर्भवती महिलाएं Baidyanath Kumariasava के दुष्प्रभाव महसूस करें, तो इसे लेना तुरंत बंद कर दें और डॉक्टर से पूछने के बाद ही लें।
क्या Baidyanath Kumari Asava No.3 200ml का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
स्तनपान कराने वाली महिलाओं पर Baidyanath Kumariasava का सेवन करने से दुष्प्रभाव हो सकते हैं। ऐसे ही विपरीत प्रभाव आप भी महसूस करें तो दवा का सेवन न करें और डॉक्टर से इस बारे में बात जरूर करें।
Baidyanath Kumari Asava No.3 200ml का पेट पर क्या असर होता है?
बिना किसी डर के आप Baidyanath Kumariasava ले सकते हैं। यह पेट के लिए सुरक्षित है।
क्या Baidyanath Kumari Asava No.3 200ml का उपयोग बच्चों के लिए ठीक है?
दुष्प्रभावों की चिंता किए बिना बच्चों को Baidyanath Kumariasava दी जा सकती है।
क्या Baidyanath Kumari Asava No.3 200ml का उपयोग शराब का सेवन करने वालों के लिए सही है
Baidyanath Kumariasava का शरीर पर क्या असर होता है इस बारे में कुछ कह पाना मुश्किल है। इस पर कोई रिसर्च नहीं हो पाई है।
क्या Baidyanath Kumari Asava No.3 200ml शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?
Baidyanath Kumariasava लेने के बाद आपको नींद नहीं आएगी। इसलिए आप गाड़ी चलाने या दूसरे कामों को आसानी से कर सकते हैं।
क्या Baidyanath Kumari Asava No.3 200ml का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?
नहीं, लेकिन फिर भी आप Baidyanath Kumariasava को लेने से पहले डॉक्टर से जरूर पूछें।
इस जानकारी के लेखक है -
BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
10 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume- II. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No 34-36
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 4. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2004: Page No - 105 - 106
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No - 138 -139
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume- IV. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2004: Page No 54-56
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 41-42
C.K. Kokate ,A.P. Purohit, S.B. Gokhale. [link]. Forty Seventh Edition. Pune, India: Nirali Prakashan; 2012: Page No 1.33-1.34
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 81-82
C.K. Kokate ,A.P. Purohit, S.B. Gokhale. [link]. Forty Seventh Edition. Pune, India: Nirali Prakashan; 2012: Page No 8.23-8.29