व्यायाम और खेल के दौरान थोड़ी सी लापरवाही के चलते गंभीर चोट आने का खतरा बना रहता है। व्यायाम और खेल दोनों में ही चाहे आप अव्वल दर्जे के एथलीट और परिपक्व हों या फिर अभी शुरुआती दौर के, दोनों ही अवस्थाओं में चोट लगने की आशंकाओं को नकारा नहीं जा सकता है।
जिम में आप चाहे शरीर के विभिन्न अंगों को लक्षित करते हुए व्यायाम कर रहे हों या पूरे शरीर का, क्रॉसफिट जैसे सेट वर्कआउट कर रहे हों या कॉर्डियो, किसी भी समय थोड़ा सा ध्यान हटना आपको गंभीर रूप से क्षति पहुंचा सकता है। हां अगर आप व्यायाम से पहले उचित रूप से वार्म-अप और स्ट्रेचिंग करते हैं तो आप चोट लगने के खतरे को कम जरूर कर सकते हैं। साथ ही अच्छे पोषण वाले आहार और व्यायाम के दौरान समय-समय पर मांसपेशियों को आराम देकर भी आप वर्कआउट के दौरान लगने वाले चोट के खतरे को कम कर सकते हैं। जहां दौड़ने वाले व्यायामों के दौरान लगने वाले चोटें आमतौर पर शरीर के निचले हिस्से को प्रभावित करती हैं। वहीं व्यायाम के दौरान लगने वाली चोट शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकती है। आमतौर पर हाथ और पैरों के जोड़ों पर इन चोटों से ज्यादा असर देखने को मिलता है।
वर्कआउट के दौरान लगी चोटों को सही होने में आम तौर पर हफ्तों का वक्त लग जाता है, इस दौरान भी कई सारी सावधानियां बरतनी होती हैं। वहीं कुछ चोट काफी भयावह और दर्दकारक होती हैं जिनको सही होने में बहुत अधिक समय लग जाता है।