टॉरेट सिंड्रोम तंत्रिका तंत्र से जुड़ी हुई एक समस्या है, जिसमें लोग अचानक से गतिविधि या आवाज करते हैं, जिसे टिक्स कहा जाता है। इस स्थिति में पीड़ित व्यक्ति गतिविधियों पर नियंत्रण रखने में असमर्थ हो जाते हैं। उदाहरण के लिए, टॉरेट सिंड्रोम से ग्रस्त व्यक्ति बार-बार पलक झपका सकते हैं, कंधे हिला सकते हैं या ऐसे आपत्तिजनक शब्द कह जाते हैं, जो वो नहीं कहना चाहते हैं।
इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है, लेकिन इलाज की जरूरत सिर्फ उसे होती है, जिसे गंभीर रूप से परेशानी हो रही हो।
अमेरिका में रहने वाले लगभग 1,00,000 लोगों में टॉरेट सिंड्रोम की समस्या है, लेकिन ज्यादातर लोगों में यह बीमारी गंभीर नहीं है। यह समस्या अक्सर बचपन में शुरू होती है और लड़कियों की तुलना में लड़कों को अधिक प्रभावित करती है। बच्चों के बड़े होते-होते लक्षणों में सुधार होने लगता है। कुछ मामलों में तो स्थिति पूरी तरह से अपने आप ठीक हो सकती है।
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