परिचय
जीभ की कोशिकाओं में विकसित होने वाले कैंसर को जीभ का कैंसर कहा जाता है। जीभ का कैंसर शराब व धूम्रपान के सेवन से काफी गहराई से जुड़ा होता है। जीभ में कैंसर होने पर कई लक्षण विकसित हो सकते हैं, जैसे लंबे समय तक गले में दर्द रहना, चबाने व निगलने में दर्द, जबड़े व जीभ में लंबे समय तक दर्द रहना और जबड़े या जीभ को हिलाने में दिक्कत होना आदि।
डॉक्टर जीभ के कैंसर का पता लगाने के लिए जीभ को देखकर उसकी जांच करते हैं, लक्षणों की जांच करते हैं और स्वास्थ्य संबंधी पिछली जानकारी लेते हैं। परीक्षण की पुष्टि करने के लिए डॉक्टर बायोप्सी टेस्ट भी कर सकते हैं।
जीभ के कैंसर की रोकथाम करने के लिए ऐसे जोखिम कारकों से बचना चाहिए जो जीभ के कैंसर का कारण बन सकते हैं, जैसे धूम्रपान करना या शराब पीना आदि। इसके अलावा स्वस्थ आहार का सेवन करना, एक्सरसाइज करना और नियमित रूप से डेंटिस्ट के पास जाते रहना भी जीभ के कैंसर से बचाव करने के लिए जरूरी होता है।
जीभ के कैंसर के इलाज में कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी और ऑपरेशन आदि शामिल हैं। जीभ का कैंसर एक गंभीर और जीवन के लिए हानिकारक स्थिति है। जीभ का कैंसर होने से बोलने, खाने व पीने आदि में समस्याएं होने लग जाती हैं। कुछ लोगों में यह समस्याएं स्थायी (जो ठीक नहीं होती) हो जाती हैं।
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