सिर में फंगल इंफेक्शन के लिए कई तरह से इलाज किया जा सकता है. सबसे पहले डॉक्टर ये देखते हैं कि फंगस किस स्टेज पर है. कुछ मामलों में शैंपू बदलने से, तो कुछ मामलों में एंटीफंगल दवाओं से इसका इलाज किया जा सकता है. कुछ मामलों में एंटिफंगल इंजेक्शन देने की भी जरूरत पड़ती है. आइए विस्तार से जानें, सिर में फंगल इंफेक्शन के इलाज के बारे में.
एंटिफंगल दवा
शोध से पता चलता है कि एजोल्स के रूप में जानी जाने वाली एंटिफंगल दवाएं, जैसे कि फ्लुकोनाजोल (डिफ्लुकन) और एलिलामाइन (allylamines) इस समस्या के उपचार में सफल हैं. कैंडिडा के इलाज में इन दवाओं की सफलता दर 80-100 प्रतिशत है.
इसके अलावा, फंगस के लिए प्रमुख एंटीफंगल दवाएं ग्रिसोफुलविन (ग्रिफुलविन वी, ग्रिस-पीईजी) और टेरबिनाफाइन हाइड्रोक्लोराइड (लैमिसिल) भी दी जा सकती है. ये खाने वाली दवाएं हैं, जो आप लगभग छह सप्ताह तक लेते हैं. दोनों के कुछ सामान्य साइड इफेक्ट्स हैं, जिनमें दस्त और पेट खराब होना शामिल है. आपका डॉक्टर इन दवाओं को मूंगफली का मक्खन या आइसक्रीम जैसे हाई फैट वाले फूड के साथ लेने की सलाह दे सकता है. निस्टैटिन या एम्फोटेरिसिन बी एंटीफंगल दवाएं हैं, जिन्हें डॉक्टर आपकी स्थिति के हिसाब से दे सकता है.
मेडिकेटिड शैम्पू या कोर्टिसोन फोम
फंगस को हटाने और इंफेक्शन के प्रसार को रोकने के लिए डॉक्टर आपको मेडिकेटिड शैम्पू इस्तेमाल करने के लिए कह सकते हैं. शैम्पू में एक्टिव एंटीफंगल घटक होते हैं. नीचे दिए बताए गए घटकों में से कोई भी मेडिकेटिड शैम्पू या कोर्टिसोन फोम में हो, तो उसका इस्तेमाल किया जा सकता है. जैसे -
- केटोकोनाजोल
- सेलेनियम सल्फाइड
- क्लोट्रिमेजोल
- इकोनाजोल
- ऑक्सीकोनाजोल
- माइक्रोनाजोल
- नैफ्टिफाइन
- टर्बिनाफाइन
मेडिकेटिड शैम्पू फंगस को फैलने से रोकने में मदद करता है, लेकिन यह फंगस को मारता नहीं है. ऐसे में डॉक्टर कुछ दवाओं के साथ इस शैम्पू का उपयोग करने की सलाह देते हैं. मेडिकेटिड शैम्पू को एक महीने के लिए हर सप्ताह दो बार उपयोग करने की सलाह डॉक्टर द्वारा दी जा सकती है. इस शैम्पू के इस्तेमाल के दौरान 5 मिनट के लिए शैम्पू को लगा रहने दें, फिर धो लें.
घरेलू उपचार
कुछ लोग स्कैल्प यीस्ट इन्फेक्शन के इलाज के लिए प्राकृतिक विकल्पों का उपयोग करते हैं. यहां कुछ घरेलू उपचार दिए गए हैं, जिन्हें आप आजमा सकते हैं. जैसे -
- एप्पल साइडर विनेगर - मृत त्वचा को ढीला करने और सूजन को कम करने में मदद करने के लिए एप्पल साइडर सिरका को पानी के साथ बराबर मात्रा में मिलाकर स्कैल्प लगाएं.
- नारियल का तेल - माना जाता है कि नारियल के तेल में एंटीफंगल गुण होते हैं. इसे अपने आप सीधे बालों में इस्तेमाल कर सकते हैं.
- एसेंशियल ऑयल - एसेंशियल ऑयल (टी ट्री ऑयल, लैवेंडर ऑयल या लेमनग्रास ऑयल) में रोगाणुरोधी गुण होते हैं, जो स्कैल्प के फंगल इंफेक्शन में मदद कर सकते हैं. इसके लिए प्रति 1/4 कप एसेंशियल ऑयल में 12 बूंद नारियल तेल को मिलाकर स्कैल्प पर लगा सकते हैं. नारियल की जगह जैतून का तेल भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
रिकवरी और रीइन्फेक्शन
फंगस धीरे-धीरे ठीक हो जाता है, लेकिन किसी भी सुधार को देखने में एक महीने से अधिक समय लग सकता है. ऐसे में आपको संयम रखना होगा और डॉक्टर के निर्देशानुसार सभी दवाएं लेना जारी रखें.
- यह सुनिश्चित करने के लिए कि इन्फेक्शन ठीक हो रहा है, डॉक्टर 4 से 6 सप्ताह में आपकी जांच कर सकता है. फंगस से छुटकारा पाना मुश्किल हो सकता है और कई बार इन्फेक्शन एक से अधिक बार भी हो सकता है. कई बार गंभीर स्थिति होने या दीर्घकालिक प्रभावों में गंजेपन जैसे पैच या निशान भी पड़ सकते हैं.
- फंगस का इलाज शुरू करने के बाद आपको अधिक लोगों के संपर्क में आने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से दूसरों को भी फंगस होने का डर हो सकता है.
- यदि आवश्यक हो तो पालतू जानवरों और परिवार के अन्य सदस्यों की जांच की जानी चाहिए और उनका इलाज किया जाना चाहिए. इससे दोबारा संक्रमण को होने से रोकने में मदद मिलेगी.
- परिवार के अन्य सदस्यों के साथ तौलिये, कंघी, टोपी या अन्य व्यक्तिगत सामान साझा न करें.
- आप संक्रमित व्यक्ति की कंघी और ब्रश को ब्लीच के पानी में भिगोकर कीटाणुरहित कर सकते हैं.
- इसके अलावा, किसी भी प्रोडक्ट के सिर पर उपयोग से पहले पैच टेस्ट करना जरूरी है. त्वचा के एक छोटे से हिस्से पर इसे लगाकर देखना चाहिए, अगर कोई जलन या दाने नहीं आएं, तो आप इसे अपने सिर पर लगा सकते हैं.
(और पढ़ें - फंगल इन्फेक्शन का आयुर्वेदिक इलाज)